Home तीन साल बेमिसाल अब तक के सबसे बड़े नेता हैं पीएम मोदी

अब तक के सबसे बड़े नेता हैं पीएम मोदी

पीएम मोदी के तीन साल के कार्यकाल का इंडिया टुडे द्वारा ओवरऑल विश्लेषण

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता और उनके लिए देश की जनता में श्रद्धा दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। उनके समर्थक तो इस बात को मानते ही रहे हैं, अब इस बात की तस्दीक देश की प्रतिष्ठित पत्रिका ‘इंडिया टुडे’ भी कर रही है। पत्रिका ने पिछले तीन साल के कार्यकाल का आकलन करते हुए ‘Maximum leader’ नाम से लेख में लिखा है कि उत्तर प्रदेश चुनावों में मिली बड़ी जीत के बाद उनका कद और बढ़ गया है। पत्रिका ने उनके तीन साल के कार्यकाल की उपलब्धियों और उनकी लोकप्रियता के आधार पर लिखा है कि वे स्वतंत्र भारत के तक के सबसे बड़े नेता बनकर उभरे हैं और अगले लोकसभा चुनाव में भी भारत की जनता अपना भविष्य प्रधानमंत्री मोदी में ही देख रही है। 

कई भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों के गुण हैं पीएम मोदी में
इंडिया टुडे ने आम लोगों में सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री मोदी की तुलना अपने वक्त में लोकप्रिय रहे भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों से की है। जवाहर लाल नेहरु, इंदिरा गांधी, पीवी नरसिम्हा राव, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे प्रधानमंत्रियों से तुलना करते हुए पत्रिका ने लिखा है इन सभी भूतपूर्व प्रधानमंत्रियों में कुछ न कुछ खासियत थी जो इन्हें अन्य प्रधानमंत्रियों से अलग खड़ा करती है। लेकिन पीएम मोदी में इन सभी नेताओं के थोड़े-थोड़े गुण हैं जो इनके शासन की शैली में साफ झलकती है और यही इनके लोकप्रिय होने का सबसे बड़ा कारण है।

मेहनती और रचनात्मक भारत चाहते हैं पीएम मोदी
पत्रिका ने लिखा है कि एक तरफ मोदी अपनी सरकार की कई योजनाओं के कारण गरीबों की नई उम्मीद बनकर उभरे हैं, वहीं भारत को वे एक नए युग में प्रवेश कराना चाहते हैं। वे ऐसा भारत बनाना चाहते हैं जहां हर नागरिक के विचार सकारात्मक हों। देश को हर नागरिक की ताकत से संचालित किया जाए। वे एक नवीनता के साथ कड़ी मेहनत करने वाला और रचनात्मकता से प्रेरित भारत चाहते हैं। वे शांति, एकता और भाईचारे से युक्त और भ्रष्टाचार, आतंकवाद, काले धन और गंदगी से मुक्त भारत चाहते हैं।

भाग्य और इतिहास की भावना हैं पीएम मोदी
पत्रिका ने लिखा है कि अपने सामाजिक-राजनीतिक जीवन में प्रधानमंत्री मोदी तप कर निकले हैं। उन्होंने जीवन के हर मोड़ पर कुछ न कुछ ऐसी बात सीखी है जो देश के काम आए। अपने जीवन के प्रारंभ में, उन्होंने परिवार और दोस्तों को छोड़कर और खानाबदोश और तपस्वी जीवन शैली को गले लगाकर आध्यात्मिक और सामाजिक आयामों का पता लगाया। एक आरएसएस प्रचारक के रूप में मोदी ने गंभीर और उलझे हुए मुद्दों को समझने और सुलझाने के लिए बड़े पैमाने पर देश का दौरा किया। फिर मुख्यमंत्री के रूप में अपने पहले कार्यकाल में उन्होंने 2002 के गुजरात दंगों के बाद राजनीति का कठिन सबक सीखा। जिसके बाद आज वे इस मुकाम पर हैं। उन्हें जानने वालों का मानना है कि मोदी भाग्य और इतिहास दोनों की भावना हैं।

भारत में विश्वास करने का भरोसा जगाया
एक लोकप्रिय फिल्म ‘कुंग फू पांडा’ का जिक्र करते हुए ‘ड्रैगन स्क्रॉल’ पर पत्रिका ने लिखा है कि पीएम मोदी ने असीम शक्ति का रहस्य खोज लिया है। बड़ा संदेश यह है कि असीम शक्ति का रहस्य अपने आप में है, किसी भी मंत्र में नहीं। इन तीन वर्षों में मोदी के पूरे जोर से पूरे भारत में लाखों लोगों को सशक्त बनाने के लिए किया गया है ताकि वे देश बनने वाली ताकत बनें। दरअसल फिल्म के ‘पांडा’ की तरह मोदी ने पता लगाया है कि रहस्य यह है कि कोई रहस्य नहीं है। इसलिए जरूरत है कि हम सभी भारत में विश्वास करें और एक साथ मिलकर नया भारत बनाएं।

गरीबों की उम्मीद हैं प्रधानमंत्री मोदी
पत्रिका ने लिखा है कि पीएम मोदी ने भारत में गरीबी और गरीबों का गहराई से अध्ययन किया है। उनका साफ मानना है कि आर्थिक वृद्धि से गरीबों को लाभ के बिना भारत विकास को प्राप्त नहीं कर सकता। स्वच्छ भारत अभियान के तहत घर-घर शौचालय निर्माण कार्यक्रम ने लाखों लोगों के जीवन को छुआ है, विशेष रूप से महिलाओं के सम्मान को। गैस कनेक्शन, फसल बीमा, सभी गांवों और ग्रामीण परिवारों को बिजली देने जैसी योजनाएं जाति और संप्रदाय आधारित राजनीति को आईना दिखाने जैसा है।

पारदर्शी शासन का वादा निभाया
एक तरफ जहां यूपीए टू की सरकार भ्रष्टाचार और कुव्यवस्था की गिरफ्त में थी, वहीं प्रधानमंत्री का तीन साल का कार्यकाल सेवाओं का विस्तार, लेस कैश सोसायटी, डायरेक्ट बेनीफिट स्कीम जैसे कार्यक्रम के जरिये ईमानदार सरकार कहलाने में कामयाब रही है। सरकार ने आधार कार्यक्रम को बढ़ाते हुए यह सुनिश्चित किया गया कि धनराशि सीधे लाभार्थियों को मिले। नोट बैन का मामला तो जैसे काले धन के ललाट पर हमला माना गया। पीएम मोदी के ऐसे ही फैसलों से सरकार की साफ-सुथरी छवि बनी और लोगों की उम्मीदों को जीवित रखा है।

भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई
पोस्टिंग और स्थानान्तरण जैसे मुद्दों पर अंतिम फैसला पीएम मोदी ने अपने पास रखा और यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित किया है कि कार्य के लिए योग्यता की जरूरत है न कि चापलूसी की। उन्होंने अपने मंत्रियों और अधिकारियों पर सख्ती बरतकर यह सुनिश्चित किया है कि उनकी सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार का कोई बड़ा आरोप नहीं है।


तीन साल में पटरी पर अर्थव्यवस्था 
मैगजीन ने लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी और उनकी टीम ने ना केवल अर्थव्यवस्था को ट्रैक पर वापस लाया, बल्कि विकास को गति देने के लिए दोहरे इंजनों के साथ अपनी ट्रेन फिट कर ली। तीन साल के कार्यकाल में सबसे ज्यादा फोकस लोगों को सशक्त बनाने, विशेष रूप से गरीबों के लिए योजना लाने, वितरण में सुधार और भ्रष्टाचार को कम करने और आर्थिक विकास बुनियादी ढांचे के निर्माण करने में रही।

चुनौतियां अब भी हैं बड़ी
आयकरदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी तो हुई है लेकिन विजय माल्या जैसे केस सरकार के सामने कठिन चुनौती हैं। हालांकि मोदी सरकार ने माल्या पर कार्रवाई कर ये भरोसा जगाने में कामयाब रही है कोई भी कानून के ऊपर नहीं हैं।


बुनियादी ढांचे को दुरुस्त करने पर जोर
केंद्र सरकार ने विकास की पहल को केंद्रीकृत करने के बजाय आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए तीसरे प्रमुख क्षेत्र का ध्यान केंद्रित किया है। इसलिए फंडों को राज्यों के हस्तांतरण के अलावा, मोदी सरकार ने जो प्रमुख ढांचागत परिवर्तन किया है, वह सामान और सेवा कर लागू करना है जिससे उद्योगों के लिए उद्योगों के बीच व्यापार करना और कर अनुपालन में सुधार करना आसान हो जाएगा। कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए सड़क, रेल और शिपिंग नेटवर्क का विस्तार करने के लिए प्रमुख पहल किए गए हैं।

कठिन परिश्रम करते हैं पीएम मोदी
रोजाना सोलह से अट्ठारह घंटे काम करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मातहतों को भी ऐसा करने की प्रेरणा देते हैं। पीएम मोदी व्यक्तिगत रूप से नौकरशाही की सभी पहल की निगरानी करते हैं और अपने मंत्रियों और शीर्ष नौकरशाहों को कड़ी मेहनत करता है। इतना ही नहीं किसी कार्य का श्रेय देने में तनिक भी नहीं हिचकते हैं।

इंस्टाग्राम में भी पॉपुलर हैं मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंस्टाग्राम में भी दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता बन गये हैं। उनके 77 लाख फॉलोअर हो गये हैं। इन्स्टाग्राम फेसबुक का फोटो शेयरिंग एप है। सर्वे कराने वाली संस्था बर्सन मार्स्टेलर के सीईओ डॉ बेयर ने ये घोषणा की है। श्री मोदी फेसबुक और ट्विटर पर भी दुनिया में सबसे लोकप्रिय नेता हैं जिनके सबसे ज्यादा फॉलोअर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप हैं जिनके इन्स्टाग्राम पर 63 लाख फॉलोअर हैं।

सोशल मीडिया में पीएम मोदी अव्वल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया की दुनिया में इचिहास रच दिया है। पीएम मोदी दुनिया में सबसे ज्यादा फॉलो किए जाने वाले राष्ट्राध्यक्ष बन गए हैं। फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब हो या गूगल प्लस सभी सोशल नेटवर्किंग मीडिया पर पीएम मोदी को फॉलो करने वालों की संख्या अब सबसे ज्यादा हो गई है।

फेसबुक पर मोदी के हैं 4 करोड़ फॉलोअर
पीएम मोदी के फेसबुक पर चार करोड़, 17 लाख, ट्विटर पर तीन करोड़, गूगल प्लस पर 32 लाख और लिंक्डइन पर 21 लाख, 31 हजार फॉलोअर हैं। इसके अलावा उनके नाम पर बने मोबाइल एप को भी एक करोड़ से ज्यादा डाउनलोड किया जा चुका है।

दुनिया के 9वें शक्तिशाली नेता हैं मोदी
बीते दिसंबर में जारी किए गए फॉर्ब्स पत्रिका की दुनिया की ताकतवर नेताओं में पीएम मोदी टॉप टेन में हैं। ‘फोर्ब्‍स’ ने ‘वर्ल्ड्स मोस्ट पावरफुल पीपल’ नाम से एक सूची जारी की है। इसमें दुनिया के 74 ताकतवर लोगों की सूची जारी की है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नौवां स्थान मिला है। वह दुनिया के 10 सबसे ताकतवर लोगों में शामिल हो गए हैं। मैगजीन ने लिखा कि भारत के प्रधानमंत्री करीब सवा अरब की आबादी वाले देश में काफी लोकप्रिय हैं।

फोर्ब्स की सूची में ये हैं दस ताकतवर लोग
1. व्लादिमीर पुतिन (रूस के राष्ट्रपति)
2. डोनाल्ड ट्रंप (अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति)
3. एंगेला मर्केल (जर्मनी की चांसलर)
4. शी जिनपिंग (चीन के राष्ट्रपति)
5. पोप फ्रांसिस (वे‍टिकन के पोप)
6. जेनेट येलन (यूएस फेड की प्रमुख)
7. बिल गेट्स (माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक)
8. लैरी पेज (गूगल के सह-संस्थापक)
9. नरेंद्र मोदी (भारत के पीएम)
10. मार्क जकरबर्ग (फेसबुक के सीईओ)

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