प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2014 में सत्ता संभालने के बाद से ही अलग-अलग जगहों पर देश की सुरक्षा में तैनात सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाते आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने इस परंपरा को टूटने नहीं दिया है। इस साल सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल के लेप्चा पहुंचे। उन्होंने भारत के सीमावर्ती इलाके पर स्थित देश के आखिरी गांव, जिसे अब पहला गांव माना गया है, में तैनात जवानों के साथ देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी सेना की जैकेट और टोपी में नजर आए। उन्होंने बहादुर जवानों के जज्बे को सलाम किया और उनके बलिदान की परंपरा को नमन किया। उन्होंने कहा कि जहां जवान तैनात हैं वह जगह मेरे लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। आप जहां भी हैं, मेरा त्योहार वहीं है। ऐसा शायद 30-35 वर्षों से चल रहा है।
Reached Lepcha in Himachal Pradesh to celebrate Diwali with our brave security forces. pic.twitter.com/7vcFlq2izL
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने सेना के बहादुर जवानों को संबोधित करते हुए कहा कि उत्सव वहीं होता है जहां परिवार रहता है। उन्होंने सीमा की सुरक्षा के लिए त्योहार के दिन अपने परिवार से दूर रहने की स्थिति को कर्तव्यों के प्रति समर्पण की पराकाष्ठा बताया। 140 करोड़ भारतीयों को अपना परिवार मानने की भावना सुरक्षाकर्मियों के उद्देश्यों को सार्थकता प्रदान करती है। देश इसके लिए आपका आभारी और ऋणी है। इसीलिए हर घर में आपकी सुरक्षा के लिए एक ‘दीया’ जलाया जाता है।
Marking Diwali with our brave Jawans at Lepcha, Himachal Pradesh. https://t.co/Ptp3rBuhGx
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज दुनिया में जिस तरह के हालात हैं, उसमें भारत से अपेक्षाएं लगातार बढ़ रही है। ऐसे अहम समय में यह बहुत जरूरी है कि भारत की सीमाएं सुरक्षित रहें, देश में शांति का वातारण बना रहे और इसमें आपकी बहुत बड़ी भूमिका है। भारत तब तक सुरक्षित जब तक हमारी सेना अपनी सीमाओं पर हिमालय की तरह अटल और अडिग है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक इस देश की सीमाएं सुरक्षित रहेंगी, यह देश बेहतर भविष्य की दिशा में प्रयास करता रहेगा। उन्होंने भारत के विकास का श्रेय सशस्त्र बलों की शक्ति, संकल्प और बलिदान को दिया।
Spending Diwali with our brave security forces in Lepcha, Himachal Pradesh has been an experience filled with deep emotion and pride. Away from their families, these guardians of our nation illuminate our lives with their dedication. pic.twitter.com/KE5eaxoglw
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने अपने संघर्षों से संभावनाएं पैदा की हैं। देश अब आत्मनिर्भर भारत बनने की राह पर अग्रसर हो चुका है। उन्होंने रक्षा क्षेत्र में भारत के अभूतपूर्व विकास और एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभरने पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत की सेनाओं व सुरक्षा बलों की शक्ति लगातार बढ़ रही है। उन्होंने याद दिलाया कि कैसे देश पहले अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर रहता था, जबकि आज वह मित्र देशों की जरूरतों को पूरा कर रहा है। उन्होंने बताया कि 2016 में प्रधानमंत्री के इस क्षेत्र के दौरे के बाद से भारत के रक्षा निर्यात में आठ गुना से अधिक की वृद्धि हो गई है। उन्होंने कहा, “देश में आज एक लाख करोड़ रुपये से अधिक मूल्य का रक्षा उत्पादन हो रहा है। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है।”
प्रधानमंत्री मोदी ने सैनिकों के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया ‘X’ पर शेयर कीं। इसमें प्रधानमंत्री सेना के जवानों को मिठाई खिलाते नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि हिमाचल प्रदेश के लेप्चा में हमारे बहादुर सुरक्षा बलों के साथ दिवाली मनाना गहरी भावनाओं और गर्व से भरा अनुभव साबित हुआ। अपने परिवार से दूर रहे हमारे राष्ट्र के रक्षक अपने समर्पण से हमारे जीवन को रोशन करते हैं। हमारे सुरक्षा बलों का साहस अटूट है। अपने प्रियजनों से दूर, सबसे दुर्गम इलाकों में तैनाती के दौरान उनका त्याग और समर्पण हमें सुरक्षित रखता है। भारत हमेशा इन नायकों का आभारी रहेगा, जो बहादुरी और लचीलेपन के आदर्श प्रतीक है।
The courage of our security forces is unwavering. Stationed in the toughest terrains, away from their loved ones, their sacrifice and dedication keep us safe and secure. India will always be grateful to these heroes who are the perfect embodiment of bravery and resilience. pic.twitter.com/Ve1OuQuZXY
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं दीं और कामना की कि यह त्योहार सभी के जीवन में खुशी, समृद्धि और अच्छी सेहत की सौगात लेकर आए। उन्होंने एक्स पर लिखा कि सभी को दिवाली की शुभकामनाएं! यह विशेष त्योहार सभी के जीवन में खुशी, समृ्द्धि और अच्छी सेहत की सौगात लेकर आए।
देश के अपने सभी परिवारजनों को दीपावली की ढेरों शुभकामनाएं।
Wishing everyone a Happy Diwali! May this special festival bring joy, prosperity and wonderful health to everyone’s lives.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 12, 2023
आइए आगे आपको बताते हैं कि बीते 9 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दीपावली के त्योहार को कहां और किस तरह मनाया।
जहां परिवार वहां पर्व – भारतीय सेना ही मेरा परिवार।
प्रधानमंत्री @narendramodi जी की 9 दिवाली हिंद के सिपाहियों के साथ 💥 pic.twitter.com/WXC59jhsi8— Shashank Shekhar Jha (@shashank_ssj) November 13, 2023
2022 – पीएम मोदी ने कारगिल में जवानों के साथ मनाई दिवाली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल 24 अक्टूबर 2022 को कारगिल में सैनिकों संग दिवाली मनाई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने 1999 कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। प्रधानमंत्री आर्मी प्रिंट जैकेट और हैट पहने नजर आए थे। पीएम मोदी ने इस मौके पर अपने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी शेयर की थी, जिसमें वह जवानों को मिठाई खिलाते नजर आ रहे थे। जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने उनके साथ भारत माता की जय, वंदे मातरम के जयघोष लगाए। उन्होंने सीमा प्रहरियों प्रेरणा से भरपूर कविता भी सुनाई और संबोधन से उनमें जोश भरा। वहीं, इस दौरान एक भावुक पल भी देखने को मिला, जब मेजर अमित ने प्रधानमंत्री मोदी को एक तस्वीर भेंट की। तस्वीर में अमित और एक अन्य छात्र पीएम मोदी से शील्ड लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। फोटो 2001 की है। उस समय नरेन्द्र मोदी सैनिक स्कूल बालाचडी के दौरे पर पहुंचे थे। तब वह गुजरात के मुख्यमंत्री थे और अमित बालाचडी स्कूल के छात्र थे। अब 21 साल बाद फिर उन्हें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मिलने का अवसर मिला। लेकिन अब नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं और अमित अब भारतीय सेना में मेजर बन चुके हैं। 21 साल बाद जब दोनों की मुलाकात हुई तो भावुक पल सामने आया। यह मुलाकात एक तरह से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजीरवाल और उनके करीबी मनीष सिसोदिया पर तमाचा भी है जिन्होंने अभी कुछ दिन पहले ही गुजरात में पीएम मोदी के स्कूल जाने के मुद्दे पर सवाल उठाया था।
Prime Minister @narendramodi met a young lad called Amit Kumar during a visit to Sainik School at Balachadi, Jamnagar, #Gujarat in 2001.
Twenty-one years later, Modi Ji met that young lad, now Major Amit Kumar, again at Kargil.
It was an emotional moment for both.#Diwali pic.twitter.com/jcVa7WVKh6— Kanchan Gupta 🇮🇳 (@KanchanGupta) October 24, 2022
2021- पीएम मोदी ने नौशेरा में जवानों के साथ मनाई दीपावली
वर्ष 2021 में प्रधानमंत्री मोदी ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा में दिवाली मनाई थी। यहां पर उन्होंने सैनिकों को संबोधित किया था और कहा था कि हर साल सैनिकों के साथ दिवाली मनाना सौभाग्य की बात है। 2019 के बाद लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री मोदी राजौरी पहुंचे थे। इस दौरान वह आर्मी ग्रीन कलर की जैकेट और ब्लैक कैप में नजर आए थे। इस दौरान उन्होंने सेना के जवानों को अपने हाथ से मिठाई खिलाई और उन्हें दीपावली की बधाई भी दी। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों को श्रद्धांजलि के रूप में युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। सैनिकों को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एलओसी के पार आतंकवादी शिविरों पर 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक भारतीय सेना की महान व्यावसायिकता और क्षमता को दशार्ती है। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि सर्जिकल स्ट्राइक के समय मैं लगातार फोन पर था। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि प्रत्येक सैनिक, जो स्ट्राइक का हिस्सा था, वो सुरक्षित लौट आए। उन्होंने कहा, सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम देने वाले सभी सैनिकों ने अपनी यूनिट में सुरक्षित लौटकर मुझे गौरवान्वित महसूस कराया।
2020- पीएम मोदी ने लोंगेवाला में जवानों के साथ मनाई दीपावली
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2020 में सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाने के लिए राजस्थान के जैसलमेर स्थित लोंगेवाला चौकी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं देने के अलावा उनके जज्बे को सलाम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने लोंगेवाला चौकी पर जवानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अगर भारत को आजमाया गया तो प्रचंड जवाब मिलेगा। चीन पर स्पष्ट रूप से निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि आज पूरा विश्व विस्तारवादी ताकतों से परेशान हैं। विस्तारवाद, एक तरह से मानसिक विकृति है और 18वीं शताब्दी की सोच को दर्शाती है। उन्होंने कहा, भारत दूसरों को समझने और उनके साथ आपसी समझ बनाने की नीति में विश्वास करता है लेकिन अगर उसे आजमाने की कोशिश की जाती है, तो इसका प्रचंड जवाब दिया जायेगा। उनका यह संदेश लद्दाख सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध के बीच आया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ ही जैसलमेर में टैंक की सवारी करके भारतीय सेना की ताकत का मुआयना किया। प्रधानमंत्री मोदी ने टैंक से जवानों का अभिवादन स्वीकार किया और उनकी हौसला आफजाई की। टैंक पर सवारी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों के बीच मिठाई बांटी। इस दौरान महिला सैन्य कर्मी भी मौजूद रहीं।
2019- जम्मू-कश्मीर के राजौरी में जवानों के साथ मनाई दीपावली
पिछले साल 27 अक्टूबर, 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में जवानों के साथ दीपावली मनाई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को मिठाई खिलाई और उन्हें संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह परंपरा है कि दिवाली का त्योहार अपने परिवारवालों के साथ मनाया जाता है। मैंने यह निर्णय लिया कि मैं यह त्योहार अपने परिवार के साथ मनाऊंगा। इसलिए मैं आप लोगों के साथ मनाने आया, आप मेरा परिवार हैं।” राजौरी और पठानकोट में जवानों के बीच दिवाली मनाए जाने की कुछ तस्वीरें-
2018- उत्तरकाशी में सेना और ITBP के जवानों के बीच मनाई दिवाली
2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सेना और ITBP के जवानों के बीच दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान से हर्षिल गांव पहुंचे। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को अपने हाथ से मिठाई भी खिलाई। हर्षिल जालंधरी गढ़, भागीरथी नदी और पहाड़ियों के निचली सतह के संगम पर स्थित है। इस मौके पर सेना और आईटीबीपी के जवानों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुदूर बफीर्ली चोटियों पर आपका अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण भाव पूरे देश को ताकत देता है और यह 125 करोड़ भारतीयों के सपनों और भविष्य को सुरक्षित कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दिवाली रोशनी का पर्व है जो अच्छाई फैलाता है और डर-भय को दूर करता है। जवानों की प्रतिबद्धता और अनुशासन से देश के लोगों में सुरक्षा की भावना पनपती है।
2017-जम्मू-कश्मीर के गुरेज में जवानों संग मनाई दिवाली
प्रधानमंत्री बनने के बाद हर साल सेना या सुरक्षाबलों के बीच दिवाली मनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2017 की दीपावली जम्मू-कश्मीर के गुरेज में जवानों के बीच मनाई। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा था कि सेना के जवान ही उनके परिवार हैं। सेना की वर्दी में जवानों के बीच जब पीएम मोदी पहुंचे तो एक अलग ही जोश और जज्बा देखने को मिला। पीएम मोदी ने जवानों का मुंह मीठा करके दिवाली की शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भी अपने परिवार के साथ दिवाली मनाना चाहते हैं, इसलिए वह जवानों के पास आए हैं, क्योंकि वह जवानों को ही अपना परिवार मानते हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने जवानों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने वन रैंक वन पेंशन का जिक्र किया और बताया कि उनकी सरकार ने सेना की 40 साल की पुरानी मांग को पूरा किया है। सेना की तारीफ और उनसे मिलने वाली प्ररेणा का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”सैनिकों का जीवन तपस्या है। जब मैं आप से हाथ मिलाता हूं कि मुझे नई उर्जा मिलती है।
2016- हिमाचल प्रदेश में चीन की सीमा के निकट सुमोध पहुंचे
2016 में दीपावली मनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हिमाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर जा पहुंचे। प्रधानमंत्री बगैर किसी पूर्व कार्यक्रम के चांगो नाम के एक गांव में भी गए, जहां लोगों के आतिथ्य सत्कार और उनकी अपार प्रसन्नता ने उन्हें अभिभूत कर दिया था।
हरे रंग की पोशाक पहने प्रधानमंत्री ने सुमोध में इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), डोगरा स्काउट्स और सेना के जवानों के संग दीपावली मनाई।
2015-अमृतसर में डोगराई युद्ध स्मारक पहुंचे
वर्ष 2015 में दीपावली के दिन प्रधानमंत्री अमृतसर में खासा स्थित डोगराई युद्ध स्मारक गए और पुष्पांजलि अर्पित की। यह स्थान सबसे कठिन युद्धस्थल के रूप में जाना जाता है। भारतीय सैनिकों ने 22 सितंबर, 1965 के युद्ध में यहीं विजय प्राप्त की थी। उन्होंने पंजाब के अमृतसर में खेमकरण रोड पर वलतोहा के पास आसल उत्ताड़ स्मारक और परमवीर चक्र विजेता कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार अब्दुल हमीद की समाधि पर भी पुष्पचक्र अर्पित किया और खासा में सैनिकों के संग दीपावली मनाई।
2014- सियाचिन में सैनिकों संग दीपावली
अपने कार्यकाल के पहले वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी ने इस परंपरा की शुरुआत करते हुए, देश के सबसे कठिन सैन्य क्षेत्र, सियाचिन में सैनिकों के संग दीपावली मनाई थी। सैनिकों के बीच पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही खुश थे। उन्होंने कहा था, ‘‘शायद पहली बार किसी प्रधानमंत्री को दीपावली के शुभ दिन अपने जवानों के साथ समय बिताने का अवसर मिला है।’’
दीपावली के पर्व पर सैनिकों के साथ प्रधानमंत्री मोदी का होना देशवासियों को एक सुखद अहसास कराता है और विश्वास पैदा करता है कि देश का नेतृत्व जन आकांक्षाओं के अनुरुप व्यवहार करता है।