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समाज को बांटने में लगे कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम के लोग मेरे गणपति पूजा में हिस्सा लेने से भड़के हुए हैं- पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि समाज को बांटने में लगे कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम के लोग मेरे गणपति पूजा में हिस्सा लेने से भड़के हुए हैं। आज 17 सितंबर को ओडिशा के भुवनेश्वर में उन्होंने कहा कि ‘बांटो और राज करो की नीति पर चलने वाले अंग्रेजों की नजरों में उस समय भी ‘गणेश उत्सव’ खटकता था। आज भी, समाज को बांटने और तोड़ने में लगे सत्ता के भूखे लोगों को गणेश पूजा से परेशानी हो रही है। कांग्रेस और उसके इकोसिस्टम के लोग पिछले कुछ दिनों से इसलिए भड़के हुए हैं, क्योंकि मैंने गणपति पूजन में हिस्सा लिया था। और तो और कर्नाटका में, जहां इनकी सरकार है, वहां तो इन लोगों ने भगवान गणेश की प्रतिमा को ही सलाखों के पीछे डाल दिया! ये नफरत भरी सोच। समाज में जहर घोलने की ये मानसिकता। ये हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक है। इन लोगों की चली तो कल को ये लोग जगन्नाथ जी की रथयात्रा पर भी रोक लगा देंगे। इसलिए ऐसी नफरती ताकतों को हमें आगे नहीं बढ़ने देना है।’

ओडिशा के भुवनेश्वर में महिलाओं के लिए राज्‍य सरकार की महत्‍वाकांक्षी सुभद्रा योजना के साथ-साथ रेलवे और राष्‍ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि ‘भारत में महिला सशक्तिकरण का एक और प्रतिबिंब है- प्रधानमंत्री आवास योजना। इस योजना के कारण छोटे-छोटे से गांव में भी अब संपत्ति महिलाओं के नाम होने लगी है। आज ही यहां देश भर के लगभग 30 लाख परिवारों का गृहप्रवेश करवाया गया है। अभी तीसरे कार्यकाल में हमारी सरकार कुछ महीने ही हुए हैं। इतने कम समय में ही 15 लाख नए लाभार्थियों को आज स्वीकृति पत्र भी दे दिए गए हैं। जिन लाखों परिवारों को आज पक्का घर मिला है, या पक्का घर मिलना पक्का हुआ है, उनके लिए जीवन की नई शुरुआत हुई है।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘यहां आने से पहले मैं हमारे एक आदिवासी परिवार के गृहप्रवेश में उनके घर भी गया था। उस परिवार को भी अपना नया पीएम आवास मिला है। उस परिवार की खुशी, उनके चेहरों का संतोष, मैं कभी नहीं भूल सकता। उस आदिवासी परिवार में मुझे मेरी बहन ने खुशी से खीरी भी खिलाई! और जब मैं खीरी खा रहा था तो स्वाभाविक था कि मुझे मेरी मां की याद आ गई। क्योंकि जब मेरी मां जीवित थी तो मैं जन्मदिन पर हमेशा मां के आशीर्वाद लेने जाता था। और मां मेरे मुंह में गुड़ खिलाती थी। लेकिन मां तो नहीं है, आज एक आदिवासी मां ने खीर खिलाकर मुझे जन्मदिन का आशीर्वाद दिया है। ये अनुभव, ये अहसास मेरे पूरे जीवन की पूंजी है। गांव-गरीब, दलित, वंचित, आदिवासी समाज के जीवन में आ रहा ये बदलाव, उनकी ये खुशियां ही मुझे और मेहनत करने की ऊर्जा देती हैं।’

भुवनेश्वर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आज केंद्र की एनडीए सरकार के 100 दिन भी हो रहे हैं। इस दौरान, गरीब, किसान, नौजवान और नारीशक्ति के सशक्तिकरण के लिए बड़े-बड़े फैसले लिए गए हैं। बीते 100 दिन में तय हुआ कि गरीबों के लिए 3 करोड़ पक्के घर बनाएंगे। बीते 100 दिनों में नौजवानों के लिए 2 लाख करोड़ रुपए का पीएम पैकेज घोषित किया गया है। ओडिशा सहित पूरे देश में 75 हजार नई मेडिकल सीटें जोड़ने का भी फैसला किया गया है। युवा साथियों को इसका बहुत लाभ होगा। इसके तहत प्राइवेट कंपनियों में नौजवानों की पहली नौकरी की पहली सैलरी सरकार देने वाली है। कुछ दिन पहले ही 25 हजार गांवों को पक्की सड़क से जोड़ने की योजना को भी स्वीकृति दी गई है। इसका फायदा ओडिशा के गांवों को भी होगा।’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘जनजातीय मंत्रालय के बजट में करीब दोगुनी बढ़ोतरी की गई है। देशभर में करीब 60 हजार आदिवासी गांवों के विकास के लिए विशेष योजना की भी घोषणा की गई है। बीते 100 दिनों में ही सरकारी कर्मचारियों के लिए एक शानदार पेंशन योजना की भी घोषणा की। जो कर्मचारी हैं, जो दुकानदार हैं, मध्यम वर्ग के उद्यमी हैं, उनके इनकम टैक्स में भी कमी की गई है। बीते 100 दिन में ही ओडिशा सहित पूरे देश में 11 लाख नई लखपति दीदी बनी हैं। हाल में ही धान किसानों, तिलहन और प्याज किसानों के लिए बड़ा निर्णय लिया गया है। विदेशी तेल के आयात पर शुल्क बढ़ाया गया है, ताकि देश के किसानों से ज्यादा कीमत पर खरीद हो। इसके अलावा बासमती के निर्यात पर लगने वाला शुल्क घटाया गया है। इससे चावल के निर्यात को बल मिलेगा और बासमती उगाने वाले किसानों को ज्यादा फायदा होगा। खरीफ की फसलों पर एमएसपी बढ़ाया गया है। इससे देश के करोड़ों किसानों को करीब 2 लाख करोड़ रुपए का फायदा होगा।’

प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘कोई भी देश, कोई भी राज्य तभी आगे बढ़ता है, जब उसके विकास में उसकी आधी आबादी यानि हमारी नारीशक्ति की बराबर भागीदारी होती है। इसलिए, महिलाओं की उन्नति, महिलाओं का बढ़ता सामर्थ्य, ये ओडिशा के विकास का मूलमंत्र होने वाला है। यहां तो भगवान जगन्नाथ के साथ देवी सुभद्रा की मौजूदगी भी हमें यही बताती है, यही सिखाती है। मुझे खुशी है कि भाजपा की नई सरकार ने अपने सबसे शुरुआती फैसलों में ही सुभद्रा योजना की सौगात हमारी माताओं-बहनों को दी है। इसका लाभ ओडिशा की 1 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को मिलेगा। इस योजना के तहत महिलाओं को कुल 50 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। ये पैसा समय-समय पर आपको मिलता रहेगा। ये राशि सीधे माताओं-बहनों के बैंक खातों में भेजी जाएगी। आरबीआई की डिजिटल करेंसी के पायलट प्रोजेक्ट से भी इस योजना को जोड़ा गया है। इस डिजिटल करेंसी को आप सभी बहनें, जब मन आए डिजिटल तरीके से खर्च भी कर पाएंगी।’

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