1965 भारत-पाकिस्तान युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले पूर्व वायु सेना प्रमुख मार्शल अर्जन सिंह की हालात नाजुक है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा है कि मार्शल अर्जन सिंह को आज सुबह दिल का दौरा पड़ा। उसके बाद उन्हें आर्मी हॉस्पिटल आर एंड आर में भर्ती कराया गया है। उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। सेना का सम्मान करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण वीर सेनानायक से मिलने अस्पताल पहुंचे।
Went to R&R Hospital to see Marshal of the Indian Air Force Arjan Singh, who is critically ill. I also met his family members.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2017
We are all praying for the speedy recovery of Marshal of the Indian Air Force Arjan Singh. Doctors are doing their best.
— Narendra Modi (@narendramodi) September 16, 2017
मार्शल अर्जन सिंह के परिवार से मिले पीएम
पीएम ने कहा, ‘मैं आरएंडआर हॉस्पिटल भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह को देखने गया था। वह गंभीर रूप से बीमार हैं। मैं उनके परिवार के सदस्यों से भी मिला।’ पीएम ने कहा, ‘हम सभी उनके जल्द ठीक हो जाने की कामना कर रहे हैं. डॉक्टर अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं।’
We hope he (Marshal of IAF #ArjanSingh) will recover at the earliest. His condition remains critical: Defence minister @nsitharaman pic.twitter.com/8R32PZOARY
— India TV (@indiatvnews) September 16, 2017
सेना के प्रति संवेदना को देख पीएम की हो रही तारीफ
सेना के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्यार, सम्मान और संवेदना जगजाहिर है। उन्हें जब भी मौका मिलता है सेना के सम्मान की बात करते हैं और सेना के सम्मान का कोई अवसर नहीं छोड़ते हैं। चाहे वह दीपावली की रात सैनिकों के साथ उत्सव मनाने की हो या देशवासियों से सैनिकों के नाम पत्र लिखने के लिए #sandeshtosolider का अभियान चलाने की बात हो,
चार दशक से लंबित वन रैंक वन पैंशन की मंजूरी की बात हो।
लोकप्रिय कार्यक्रम मन की बात में भी प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों से आह्वान किया था कि जहां भी सैनिक दिखें, उनका सम्मान करें, उनके स्वागत में ताली बजाएं। प्रधानमंत्री केवल सैनिक का सम्मान करने ही नहीं कहते, वह स्वयं सेना का सम्मान उतनी ही संजीदगी के साथ करते भी हैं। बीमार मार्शल अर्जन सिंह से अस्पताल आना उसका एक जीवंत और त्वरित उदाहरण है।
कांग्रेस को खरी-खोटी
इसको लेकर देशवासी पीएम नरेंद्र मोदी की बड़ाई कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस को खरी खोटी भी सुना रहे हैं। देशवासी ऐसा क्यों कर रहे हैं, वह उनकी टिप्पणी से ही पता चलता है। आप भी देशवासियों ने क्या टिप्पणी की है –
Good to see the Prime Minister visit Arjan Singh. Compare with a Congress who’s no top leader attended the funeral of FM Sam Manekshaw.
— Vinayak (@vinayak_jain) September 16, 2017
In sharp contrast to how SMS & the UPA ignored @adgpi Field marshal Sam Maneckshaw in his last days. https://t.co/fLSQCY0Dzt
— Ninjamonkey (@Aryanwarlord) September 16, 2017
This shows your devotion towards
Every Army men of India.
Proud of you NaMo.
??????— ऋषि मिश्रा (@RishiMishra_) September 16, 2017
फाइव स्टार रैंक के वायु सेना के पहले सैन्य अधिकारी
भारतीय सेना के लिए मिसाल माने जाने वाले सिंह ने 1965 में सबसे युवा वायु सेना प्रमुख के रूप में जिम्मेदारी संभाली थी। उस समय उनकी आयु महज 44 वर्ष थी। 98 वर्षीय श्री सिंह पांच स्टार पाने वाले भारतीय वायु सेना के एकमात्र अधिकारी हैं। भारतीय सेना में अब तक सिर्फ तीन लोगों को फाइव स्टार रैंक मिली है। अर्जन सिंह उनमें से एक हैं। अर्जन सिंह के अलावा फील्ड मार्शल के. एम. करियप्पा और फील्ड मार्शल सैम मानेक शा को यह सम्मान मिला है।
भारतीय वायुसेना के सितारे ‘अर्जन सिंह’
अर्जन सिंह का जन्म पंजाब के ल्यालपुर में 15 अप्रैल 1919 को हुआ था, जो अब पाकिस्तान के फैसलाबाद के नाम से जाना जाता है. उन्हें पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है।
अर्जन सिंह 1 अगस्त 1964 से 15 जुलाई 1969 तक चीफ ऑफ एयर स्टाफ रहे। 1965 की लड़ाई में अभूतपूर्व प्रदर्शन के लिए उन्हें एयर चीफ मार्शल के पद पर प्रमोट किया गया। पाकिस्तान ने 1965 में ऑपरेशन ग्रैंड स्लैम शुरू किया जिसमें उसने अखनूर शहर को निशाना बनाया, तब सिंह ने साहस, प्रतिबद्धता और पेशेवर दक्षता के साथ भारतीय वायु सेना का नेतृत्व किया।