इंडिया टुडे की वेबसाइट द लल्लनटॉप ने एक बार फिर फेक न्यूज की पड़ताल करने के नाम पर फर्जी खबर फैलाई है। लल्लनटॉप ने दावा किया कि कोरोनावायरस के कारण अनाथ हुए बच्चों को लेकर केंद्र सरकार झूठ बोल रही है। लेकिन PIBFactCheck में यह दावा फर्जी पाया गया है। लल्लनटॉन में अपनी रिपोर्ट में कहा कि कोरोना से अनाथ हुए बच्चों की संख्या केंद्र सरकार छुपा रही है।
वेबसाइट ने दावा किया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग NCPCR द्वारा दिए गए आंकड़े और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा ट्विटर पर दिए गए आंकड़े अलग-अलग है। NCPCR ने सुप्रीम कोर्ट में मार्च, 2020 से 29 मई, 2021 के बीच अनाथ हुए कुल बच्चों का डाटा दिया था। जबकि स्मृति ईरानी ने 1 अप्रैल, 2021 से 25 मई, 2021 के बीच अनाथ हुए बच्चों की जानकारी दी थी। लेकिन लल्लनटॉप के प्रोपगेंडा पत्रकार ने दो अलग-अलग अवधि के डाटा की गलत तरीके से तुलना कर दी।
.@TheLallantop ने दावा किया है कि #कोरोनावायरस के कारण अनाथ हुए बच्चों को लेकर केंद्र सरकार झूठ बोल रही है।#PIBFactCheck: यह दावा #फ़र्ज़ी है। इस रिपोर्ट में @NCPCR_ व केंद्रीय मंत्री @smritiirani द्वारा दिए गए दो अलग-अलग अवधि के डाटा की गलत तरह से तुलना की गयी है। pic.twitter.com/HwUGSyE0TA
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 2, 2021