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दिल्ली की जनता को पानी में डूबता छोड़ केजरीवाल जयपुर के विपश्यना केंद्र में कर रहे आत्म-परीक्षण

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दिल्ली का खूब विकास करेंगे। कच्ची कॉलोनियों को लंदन पेरिस बनाकर दिखाएंगे। सड़कों को यूरोपीय स्टैंडर्ड का बनाना चाहते हैं। दिल्ली को चमका देंगे…. यहीं पर सिंगापुर बना देंगे। 50 हजार करोड़ रुपये खर्च कर दें तो दिल्ली के अंदर दस सिंगापुर बना देंगे। ये बड़े-बड़े दावे अच्छी नीयत वाली दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किया था, जो दिल्ली वालों को पानी में डूबने के लिए छोड़कर जयपुर स्थित विपश्यना केंद्र में शांति की तलाश कर रहे हैं। यहां पर केजरीवाल दस दिनों तक साधना कर वादों और हीककत का आत्म-परीक्षण करेंगे। 

किजरीवाल सरकार में दिल्ली की सड़कें यूरोपीय स्टैंडर्ड की तो नहीं बनीं, लेकिन भारी जल जमाव के कारण नदी जरूर बन गई हैं। सड़कें नाव चलाने लायक हो गई हैं। बारिश ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार की तैयारियों के दावों की पोल खोल कर रख दी है। सोशल मीडिया पर लोग मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को उनके दावों और वादों की याद दिलाकर जमकर खींचाई कर रहे हैं। रोजी नाम की ट्विटर यूजर ने फ्लाईओवर के ऊपर से गिरते झरने की तस्वीर शेयर करते हुए केजरीवाल को दिल्ली में नियाग्रा जलप्रपात बनाने के लिए धन्यवाद दिया।

बुधवार को हुई बारिश में दिल्ली के कई इलाके जलमग्न हो गए। जलभराव का आलम यह था कि साइकिल से लेकर कार तक पानी में डूब गए। रिंग रोड हयात होटल, सावित्री फ्लाई ओवर के दोनो ओर, महारानी बाग, निजामुद्दीन खट्टा, कैरिजवे धौला कुआँ से 11 मूर्ति, आनंद पर्वत गली नबंर 10, एसपी रोड से आरएमएल रोड, पुल प्रह्लादपुर अंडरपास, छत्ता रेल, विज्ञान भवन के पास मोती लाल नेहरू मार्ग और मौलाना आजाद रोड समेत कई इलाके जलमग्न रहे।

तेज बारिश में मध्य दिल्ली के सदर बाजार की सड़क तालाब जैसी नजर आ रही हैं। बारिश का पानी दुकानों में घुस गया। रामेश्वर आर्य ने पुरानी दिल्ली के सदर बाजार का वीडियो शेयर किया, जिसमें सड़कों पर कमर भर पानी देखा जा सकता है।

इधर दिल्ली के लोग पानी में डूबकी लगा रहे हैं। उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल रविवार (29 अगस्त, 2021) को 10 दिवसीय विपश्यना शिविर में शामिल होने जयपुर पहुंचे थे। विपश्यना का अभ्यास करने वालों को बोलने की अनुमति नहीं होती है और यह नियम दिल्ली के मुख्यमंत्री पर भी लागू है और वह केंद्र पर अपने प्रवास के दौरान मौन धारण किए हुए हैं। दरअसल दिल्ली में जुबानी दावे कर थक चुके केजरीवाल को अपनी वाणी को विराम देने और आलोचना से बचने के लिए एक बहाने की जरूर थी। इसलिए केजरीवाल ने कुछ दिनों के लिए एकांतवास करने का फैसला किया।

गौरतलब है कि शांति की तलाश में लोग जयपुर शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर आगरा रोड पर पहाड़ी की तलहटी में घने जंगलों के बीच बसा विपश्यना ध्यान केंद्र पहुंचते हैं। इस केंद्र में ध्यान लगाने वाला प्रत्येक व्यक्ति खुद को तलाशने के लिए एक कमरे में रहता है और भोजन दिन में केवल एक बार ही करता है। विपश्यना केन्द्र के साधकों के अनुसार, यहां से साधना करने से मन को वास्तविक शांति प्राप्‍त होती है। विपश्यना का अर्थ है जो चीज जैसी है उसे उसी प्रकार जान लेना है। आत्म-निरीक्षण करने से व्यक्ति का मन निर्मलता को प्राप्त करता है। दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल भी आत्म-निरीक्षण कर रहे हैं कि जो उन्होंने वादे किए थे, वे जमीनी हकीकत से कितने दूर और जनता को धोखा देने वाले थे। 

 

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