अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव करीब आने के साथ ही चुनावी लड़ाई दिलचस्प हो गई है। रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ जो बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी से भारतीय मूल की उम्मीदवार कमला हैरिस ने वहां रहने वाले NRI को लुभाने के लिए एक्स पर एक भावुक पोस्ट लिखा है। लेकिन लोगों ने इस भावुक पोस्ट पर लताड़ लगानी शुरू कर दी है। दरअसल में रविवार 8 सितंबर को नेशनल ग्रैंडपेरेंट्स डे पर अपने नाना-नानी को याद करते हुए कमला हैरिस ने लिखा कि जब मैं छोटी बच्ची थी और भारत में अपने नाना-नानी से मिलने जाती थी, तो मेरे नाना मुझे सुबह की सैर पर ले जाते थे। इस दौरान वो समानता और भ्रष्टाचार से लड़ने के महत्व पर चर्चा करते थे। वो एक रिटायर्ड सिविल सेवक थे, जिन्होंने भारत की आजादी की लड़ाई लड़ी थी। मेरी नानी ने जन्म नियंत्रण के बारे में महिलाओं से बात करने के लिए पूरे भारत की यात्रा की थी। सार्वजनिक सेवा और बेहतर भविष्य के लिए उनकी प्रतिबद्धता आज भी मेरे अंदर जीवित है। सभी ग्रैंडपेरेंट्स को नेशनल ग्रैंडपेरेंट्स दिवस की शुभकामनाएं जो अगली पीढ़ी को आकार देने और प्रेरित करने में मदद करते हैं।
As a young girl visiting my grandparents in India, my grandfather took me on his morning walks, where he would discuss the importance of fighting for equality and fighting corruption. He was a retired civil servant who had been part of the movement to win India’s independence.… pic.twitter.com/vOpgtsomQN
— Kamala Harris (@KamalaHarris) September 8, 2024
कमला हैरिस के यह लिखते ही कि उसके नाना ने भारत के लिए आजादी की लड़ाई लड़ी थी और नानी के पूरे देश की यात्रा की थी, लोगों ने उन्हें झूठी करार दिया। लोगों का कहना है कि कमला के नाना पीवी गोपालन ब्रिटिश सरकार के लिए काम करते थे तो फिर उन्होंने आजादी की लड़ाई कैसे लड़ी। पीवी गोपालन ने जाम्बिया के पूर्व राष्ट्रपति केनेथ कौंडा के सलाहकार के रूप में भी काम किया। इसके साथ ही कमला हैरिस की नानी राजम गोपालन जाम्बिया में सोशल सर्विस करती थी। ऐसे में लोग कमला के वोट पाने के लिए किए गए भावुक पोस्ट पर सवाल कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि उसके नाना अंग्रेजों के लिए काम करते थे, वो स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे। आप भी देखिए लोग किस तरह से कमला हैरिस को फटकार लगा रहे हैं…
LIAR! Your grandfather was in the British Imperial Secretariat Service which became the Central Secretariat Service after independence. How could a serving bureaucrat be part of the independence movement opposing the same government & violating service rules?
— Abhijit Iyer-Mitra (@Iyervval) September 8, 2024
What part of India did her grandmother travel talking about accessible birth control? What year? And why? Indian women by and large have never had any problems adopting birth control. There was no Church telling them not to.
— Sunanda Vashisht (@sunandavashisht) September 8, 2024
I looked into your grandfather’s role in the Indian freedom movement and couldn’t find any evidence of his involvement. Additionally, he wasn’t an Indian civil servant but served in the Imperial Secretariat Service under British rule, not the Indian Administrative Service (IAS).…
— Sid (@CloudWhiz90) September 9, 2024
You are telling a lie.
I feel very sad to hear from you about your Indian links.
Anyone who worked for Britishers in India during their occupation were traitors of India 🇮🇳.
Got it Kamala Harris. @POTUS @JoeBiden @VP
— Rajesh Roshan 🇮🇳 (@rr19762016) September 8, 2024
Indian civil servants were true inheritors of British Raj. They lived in massive British bungalows and had army of servants to support their imperial lifestyles. Like slaveowners, they promoted, not fought, for societal INEQUALITIES.
Your re-writing of facts is misleading.— Praveen Sinha (MAGA) (@PS_IAIOC) September 8, 2024
There’s no record of your grandfather helping India during independence even your own family members dispute this. I charge you to prove it. So absurd. Making a mockery of our constitution. The media is aiding and abetting the deceit. pic.twitter.com/UjYts6SQ4R
— Vrunda Pandya, MD (@Sharvru) September 9, 2024