भारत ने पाकिस्तान को एक कड़ा संदेश देते हुए कहा कि जम्मू कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास संघर्ष विराम की किसी भी घटना पर करारा जवाब दिया जाएगा। सेना के प्रवक्ता लेफ्टीनेंट कर्नल अमन आनंद ने कहा कि डीजीएमओ ने साफ कहा है कि भारतीय सेना किसी भी संघर्षविराम पर जवाबी कार्रवाई के अधिकार को सुरक्षित रखती है।
पाकिस्तान के डीजीएमओ की मांग पर डीजीएमओ स्तर की वार्ता सोमवार 17 जुलाई, 2017 को की गई। वार्ता के दौरान पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय केरेन क्षेत्र, जिला कुपवाड़ा के सामने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के अथमुकाम क्षेत्र में भारतीय सेना द्वारा गोलाबारी में पाकिस्तानी सेना के चार जवान और एक नागरिक के मारे जाने का मुद्दा उठाया। इसके जवाब में भारतीय डीजीएमओ ने साफ किया कि पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर ही भारतीय सेना द्वारा उपयुक्त जवाब दिया गया था। इसके अलावा भारतीय सेना द्वारा गोलीबारी नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी चौकियों के पास से घुसपैठ की कोशिश करने वालों पर की गई थी।
डीजीएमओ ने इस बात पर भी जोर दिया कि पाकिस्तानी अग्रिम चौकियों की मदद से नियंत्रण रेखा से की जाने वाली घुसपैठ से नियंत्रण रेखा पर शांति और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा स्थिति भी प्रभावित होती है। यह इस बात का प्रमाण था कि पाकिस्तानी सैनिकों की सहायता से सीमा पार हमारे सैनिकों को भड़काने और निशाना बनाने के निरंतर प्रयास किए जा रहे थे।
डीजीएमओ ने यह स्पष्ट कर दिया कि भारतीय सेना के पास युद्धविराम का उल्लंघन करने की किसी भी घटना का उपयुक्त जवाब देने का अधिकर है। परंतु नियंत्रण रेखा पर शांति और संतुलन बनाए रखने के गंभीर प्रयास करती है परंतु शर्त यह है कि यह प्रयास आपकी तरफ से भी पारस्परिक हों।