दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया था कि वह दिल्ली को तोक्यो, लंदन और पैरिस की तरह बनाएंगे। लेकिन सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट द्वारा जारी एक नई रिपोर्ट ने केजरीवाल के दावे की पोल खोलकर रख दी है। रिपोर्ट में सबसे अधिक रहने लायक राज्यों की राजधानियों की सूची दी गई है, जिसमें दिल्ली पहले पांच में भी शामिल नहीं है। Ease of Living Index 2020 के मुताबिक सूची में बेंगलुरु, चेन्नई, शिमला, भुवनेश्वर और मुंबई के बाद छठे स्थान पर दिल्ली है। लेकिन सर्वे में जिन लोगों से बात की गई, उन्होंने दिल्ली को सबसे खराब राजधानी के रूप में स्थान दिया।
यह सूची इस बात की पुष्टि करती है कि केजरीवाल सरकार लोगों को सबसे बुनियादी जरूरतों में शामिल ऑक्सीजन, पानी, राशन और आवास देने में भी नाकाम रही है। आज भी लोग पीने के पानी के लिए जल बोर्ड के वाटर टैंकर आने का इंतजार करते हैं। दिल्ली की सड़कों को यूरोपीय शहरों की तरह बनाने के लिए सिर्फ घोषणाएं हो रही है। अभी तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हो पाया है। बारिश शुरू होते ही सड़कों पर जल जमाव से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। प्रदूषण से दिल्लीवासियों को जीना मुहाल है। लोगों को सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में दिल्ली के लोग केजरीवाल के दिखाए सपनों में जीने को मजबूर है।
राज्यों की राजधानियों का हाल, केजरीवाल की दिल्ली बेहाल
राजधानियां | ईज ऑफ लिंविंग इंडेक्स | क्वालिटी ऑफ लाइफ (100 में से) | इकोनॉमिक एबिलिटी (100 में से) | सस्टैनबिलिटी (100 में से) | सिटिजन पर्सेप्शन सर्वे (100 में से) |
बेंगलुरू | 66.7 | 55.67 | 78.82. | 59.97 | 78 |
चेन्नई | 62.61 | 60.84 | 34.16 | 57.05 | 82.6 |
शिमला | 60.9 | 53.05 | 23.39 | 69.16 | 83.39 |
भुवनेश्वर | 59.85 | 51.79 | 11.57 | 57.77 | 94.8 |
मुंबई | 58.23 | 51.12 | 32.12 | 60.74 | 77.9 |
दिल्ली | 57.56 | 51.22 | 50.73 | 56.02 | 69.4 |