देश में कोरोना से सबसे खराब स्थिति शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी की मिली जुली सरकार वाली महाराष्ट्र की है। राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हर मोर्चे पर विफल साबित हो रहे हैं। हजारों लोग मुंबई छोड़कर जा रहे हैं। राज्य से जारी पलायन से दूसरे राज्यों में भी कोरोना फैलने का संकट खड़ा हो गया है। कोरोना के कारण सख्ती से आम लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या आ खड़ी हुई है। ऐसे में बृहन मुंबई महानगरपालिका- बीएमसी की गुंडागर्दी की एक तस्वीर सामने आई है। बीएमसी के लोगों ने मुंबई के पवई इलाके में फल बेचने वाले की रेहड़ी पलट दी। जिससे ठेले पर रखा फल सड़क पर बिखर गया। बीएमसी वाले रेहड़ी वाले के फल को बिखेर ठेले को ले गए। अब उस व्यक्ति के सामने परिवार का पेट पालने की समस्या पैदा हो गई है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। देखिए वीडियो-
Scenes from Powai, Mumbai
Look how poor fruit seller is harassed by BMC people and his fruits are destroyed.
No action is taken on MVA leaders violating Covid guidelines but poor man is treated like this ? pic.twitter.com/Ly4zX3C1Io
— Astronaut ?? (@TheRobustRascal) April 15, 2021
Powai, Mumbai : harassed by penguin Govt …
— Srikanth (@Srikanth4Bharat) April 16, 2021
Scenes from Powai, Mumbai
Look how poor fruit seller is harassed by BMC people and his fruits are destroyed.
No action is taken on MVA leaders violating #COVID19 guidelines but poor man is treated like this
Broken heart #ModiGovtSeNaHoPayega pic.twitter.com/soNYPUzL6Q— namita singh (@namitas34481129) April 16, 2021
What kind of a behaviour is this ?? They can only target such poor people. And isn’t fruits an essential requirement. But over the top what the hell is the need to waste fruits like that ??
— Deeksha Goyal (@DeekshaGoyal4) April 16, 2021
By robbing from the fruit seller and poor people (who cannot afford Rs100 Crore), Maha and its CM is boasting of providing Shiv Thali for Rs5/-#shameBMC#ShameBestCMhttps://t.co/rqWPJU14te
— krishnam (@krishna76435679) April 15, 2021
They will release the cart after taking money. It’s the same story in each and every ward of BMC. Ask any street vendor anywhere in Mumbai and they’ll corroborate this.
— Maneesh ?? (@winsplit) April 15, 2021
National Shame..Stop harassing Poor sweating to earn bread for family..All these free monger politicians must awake..From Rahul to Vadhra start earning and respecting Awam…
— ddp thorat (@ddpthorat) April 16, 2021
लगता है इस मानवजनित व्यवस्था में, कुछ लोग शहरों में रहने का विशेषाधिकार सीधे भगवान के घर से ले के आएँ हैं. इन्ही लोगों की वजह से आबादी के एक बहुत बड़े वर्ग को सम्मान से जीने का हक़ नहीं मिल पाता है. वंचित वर्ग ऐसी अन्यायपूर्ण व्यवस्था को ईश्वर की मर्ज़ी मानकर जीने को अभिशप्त है. pic.twitter.com/r6FQew5R0t
— Sunil Lal सुनील लाल சுனில் லால் (@sunil2819) April 16, 2021
Best CM will defend by saying atleast they didn’t took fruits of poor seller.
— Eagerman (@TheEagerman) April 15, 2021
It seems that with Vaze is jail, the collection target has been distributed to other departments and those not paying are treated like this. We should ask @priyankac19 if she has data for the targets given
— Harybhau (@harybhau) April 16, 2021
शिवसेना वालों आपलोगों का पाप का घड़ा भरने वाला है, so beware, गरीब की बद्दुआ बेकार नहीं जाती. @priyankac19 @rautsanjay61 https://t.co/RRnqz9yh00
— Anamay Pathak (@anamaypathak9) April 16, 2021
@ShivsenaComms @CMOMaharashtra बेरोजगारी बीमारी से जूझते देश में क्या गरीब को अपनी आजीविका चलाने का अधिकार नहीं है क्या इस तरह फल नष्ट करना शर्म की बात नहीं है #shambmc
— राजेश जादौन (@rksagra007) April 16, 2021
इनके अधिकारी हफ्ता लेते हैं फिर गरीब का माल गिराकर ताकत दिखाते हैं और गंदगी फैलाकर चले जाते है क्या यह गुनाह नहीं है ❓
पहले अतिक्रमण करने देते हैं वसूली करते है फिर किसी गरीब के घर को भूखा मरने के लिए उसका सामान सड़क पर गिरा देते हैं दया धर्म खत्म हो गई है— MK (@mu1947ya1960) April 16, 2021