आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और पक्षकार आशुतोष ने टीवी पर अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की खबर दिखाए जाने को टीआरपी से जोड़ दिया है। आशुतोष ने कहा है कि सिर्फ टीआरपी के लिए इस मामले की टीवी कवरेज हो रही है। आशुतोष ने ट्वीट कर लिखा, ‘अगस्त महीने में दुनिया में सबसे ज़्यादा कोरोना केस भारत में आये। अमेरिका और ब्राज़ील से भी अधिक। ये टीवी मीडिया के लिये खबर नहीं है। सुशांत की मौत पर हम सब को अफ़सोस है, दुख है लेकिन वाल टू वाल कवरेज सिर्फ टीआरपी के लिये की जा रही है। अफ़सोस।’
इस ट्वीट के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस करीबी पक्षकार को यूजर्स ने लताड़ लगानी शुरू कर दी।
TRP के लिए ही सही लेकिन यदि वाल टू वाल कवरेज नहीं होती तो अब तक सुशांत सिंह राजपूत के मामले को रफा दफा कर दिया होता।
अफसोस, यह बात इनके एजेंडे में फिट नहीं होती इस लिए गलत है।
— Dalip Pancholi?? (@DalipPancholi) August 21, 2020
ये भी पत्रकारिता की सिख देंगे !जिनने अपने सम्पादकीय ताकत का इस्तेमाल अरविन्द के लिए दो साल तक इस उम्मीद में किया की दिल्ली से राज्य सभा पा सकें!पार्टी ज्वाइन कर tabhi छोड़ दिया जब तीनों rs सीट केजरी ने तय कर ली !उम्मीद खत्म दुकान बंद!जबतक ऐसे बेशर्म बोलेंगे !बदलाव न होगा.
— Manish Thakur (@Thakur312Manish) August 21, 2020
ये ट्वीट तुम्हारे लिये सही नही हैं। तुम्हरा जवान बेटा इसी तरह मर जाये तो तुम्हारे दिल पर क्या गुजरेगी। मतलब है कि तुम बेओलाद हो। राजपूत के केस मे पुरा देश दुख मना रहा है। ईसके बाप की क्या हालत हो रही है। तुम कुत्ते की तरह भौंक कर ये ट्वीट कर रहे हो। तुम्हे शर्म आनी चाहिये ।
— Partap Singh (@PartapS42060903) August 21, 2020
इनकी तो आदत ही जिहादियों तथा हत्यारों की वकालत करने की है।
— Vijay Shankar Tiwari (@VijayVst0502) August 21, 2020
काशीराम जी कहा चले गए,इस कलुए को कौन बजायेगा।
दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी में केस बढ़ेंगे नही तो क्या होगा।
जब तेरे फूफा घूम घूम कर, थूककर फैला रहे थे तब तू उनको सही और मासूम बोलता था।कोरोना भारत मे “जो होगा देखा जाएगा” वाली स्टेज में है।
पब्लिक को डर नही,तेरी क्यों फटती है। pic.twitter.com/p9CzbEIwrn— सिंह is king (@YagpalSingh2) August 21, 2020
ठीक है आशुतोष जी जब आप मरोगे तब कोई अफसोस नहीं करेंगे कोई भी जनता आवाज नहीं उठाएगी पर सुशांत एक होनहार गरीब का लड़का था उसको गद्दारों ने षड्यंत्र रच कर मार दिया उसके लिए आवाज उठा रही है जनता और आप राजनीति से जोड़ रहे हो बुढ़ापे में थोड़ा सोच लिया करो हमेशा नमक हरामि करोगे क्या
— नैना भारत की बेटी ? (@Nena78836883) August 21, 2020
सुशांत राजपूत से पूर्व दिव्य भारती की मौत भी हुई थी जो आज तक रहस्य है परन्तु तब ये मीडिया सोई हुई थी तब इनका कोई आका नहीं था ऐसा लगता है अब कोई इन्हे निर्देश देता है कटु सत्य है बुरा लगेगा सभी ऐसे नहीं होते प्र कुछ ने सारा तालाब सड़ा दिया
— Shalabh Gupta Adv. Samajvaadi Party M.Nagar (@shalabh_m) August 22, 2020
जली पड़ी हैं बेचारे की। सोच रहा होगा क्यो छोडी नौकरी मिडिया की।अभी मे भी रविश और सरदेसाई के जैसी झूठी खबर दिखा कर टीवी अच्छा पैसा कमाता।फरजीवाल ने धोखा दे दिया।
— हिन्दुस्तानी (@shyampa44861629) August 21, 2020
आप भी टीआरपी बढ़ा लेते किसने रोका।सुशांत जिस बीमारी का शिकार हुए वो कारोना से भी खतरनाक है। इसकी जड़े गहरी है जो हमारे देश, संस्कृति व समाज को खोखला कर रही हैं।
अप भी तो लुटियन्स, कांगी वामपंथी, गमछा ब्रिगेड के है।इन बॉलीवुड माफिया से आपके भी तार जुड़े होंगे।शायद इसलिए टीआरपी— Krish (@Krish23153332) August 21, 2020
पत्रकारिता की बात भी कौन कर रहा जो कभी किसी पार्टी के लिए काम कर चुका है ।।
इन जनाब को शायद रिकवरी रेट और डेथ रेश्यो दिखाई नही देता ।।
चाटुकारिता के बोझ तले दबे हुए हैं ।।
— shivank rai (@shivank__rai) August 21, 2020