76वें स्वतंत्रता दिवस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मुंहबोले भतीजे और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से भी दो कदम आगे निकल गए। उन्होंने तेजस्वी यादव की बात मानकर राज्य में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान कर दिया। इसके अलावा 20 लाख रोजगार भी सृजित किए जाने की बात कही। इस घोषणा के बाद नीतीश कुमार घिरते नजर आ रहे हैं। बीजेपी और सोशल मीडिया पर लोग नीतीश कुमार को उनका पुराना बयान याद दिला रहे हैं। उनसे पूछ रहे हैं कि अब नौकरी और रोजगार के लिए कहां से पैसे आएंगे ?
इनका इतिहास और हम सभी अनुभव कहता है कि यह इसमें भी यू-टर्न ले लेंगे! pic.twitter.com/n1vnaPx66A
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) August 15, 2022
अब सोशल मीडिया पर नीतीश कुमार का पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। बीजेपी के नेता इस वीडियो के आधार पर नीतीश कुमार को पुराना बयान याद दिलाते हुए तंज कसना शुरू कर दिया है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने ट्विटर पर सीएम नीतीश कुमार के पुराने बयान का वीडियो शेयर करते हुए लिखा कि आज नीतीश जी ने गांधी मैदान में 20 लाख नौकरी देने का वादा किया। अब नौकरी देने के वादे पर उनका कुछ दिन पहले का बयान सुनते हैं।
आज नीतीश जी ने गांधी मैदान में 20 लाख नौकरी देने का वादा किया ..अब नौकरी देने के वादे पर उनका कुछ दिन पहले का बयान सुनते है।
पलट पलट पलट pic.twitter.com/b0YzEGJHhC
— Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) August 15, 2022
मनीष कुमार पांडे नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, ” धत्त बुरबक! पैसा कहाँ से आएगा? अब तs 20 लाख नौकरी के वादा हो गया! पैसा जेलवा से नहीं आएगा तो होउ बलुआ औरो दरुआ वाला से आएगा। इतना कलेक्शन काहे ला हुआ ? अब सरकार बदल गया वो सब काम होगा जो पिछले 15 सालों में नहीं हुआ!”
अsss धत्त बुरबक!
पैसा कहाँ से आएगा?अब तs 20 लाख नौकरी के वादा हो गया!
पैसा जेलवा से नहीं आएगा तो होउ
बलुआ औरो दरुआ वाला से आएगा।
इतना कलेक्शन काहे ला हुआ ?अब सरकार बदल गया वो सब काम होगा जो पिछले 15 सालों में नहीं हुआ!@BJP4Bihar @sanjayjaiswalMP @SushilModi @AHindinews pic.twitter.com/cWT9lzDGhm
— Manish Kumar Pandey (@KrpandeyKumar) August 15, 2022
गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने बिहार के युवाओं से 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था। तब नीतीश कुमार ने सरकारी खजाने का हिसाब-किताब सुनाकर तेजस्वी को नासमझ तक कह दिया था। नीतीश कुमार ने कहा था कि यह वोगस है। यहां पर किसी को कैसे इतनी नौकरी मिलेगी, किस चीज में नौकरी मिलेगी, कौन सा पद क्रिएट होगा। उन्होंने तेजस्वी का नाम लिए बिना कहा था कि कुछ लोगों की पब्लिसिटी लेने की आदत है। हम तो उन्हीं लोगों से सवाल पूछते हैं। ऐलान करने वाले लोगों को क, ख, ग, घ का ज्ञान है?
नीतीश कुमार ने हिसाब देते हुए कहा था कि कुछ लोगों को सामान्य समझ नहीं है। 10 लाख नई नौकरियां दी गईं तो उनकी सैलरी पर 1.44 लाख करोड़ रुपये खर्च होंगे। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि इतने रुपये कहां से आएंगे, आसमान से गिरेंगे या उन्हें नकली नोट देंगे? नीतीश ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान तेजस्वी यादव के नौकरियों के वादे का खूब मजाक उड़ाया था।