प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) के लॉन्चिंग के मौके पर पूरवर्ती सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने यूपीए सरकार में लोन बांटने के तरीके पर सवाल उठाए। इसके साथ ही पीएम मोदी ने देश की अर्थव्यवस्था में आई तेजी पर अपनी बात रखी। पीएम मोदी ने कहा कि जब हम 2014 में सत्ता में आए तो पता चला कि कांग्रेस ने देश की अर्थव्यवस्था को एक ऐसी लैंड माइन्स पर बिठाकर गई है कि अगर उसी समय देश और दुनिया के सामने सच्चाई रख दी जाती तो जो विस्फोट होता, उससे अर्थव्यवस्था को संभाल पाना मुश्किल हो जाता।
एक तरफ कल एशियन गेम्स में भारत ने अपनी Best ever Performance दिखाई है, तो दूसरी तरफ कल देश को अर्थव्यवस्था के आंकड़ों से भी मेडल मिला है।
8.2% की दर से हो रहा विकास, भारत की अर्थव्यवस्था की बढ़ती हुई ताकत को दिखाता है। ये एक नए भारत की उज्ज्वल तस्वीर को सामने लाता है: PM
— PMO India (@PMOIndia) September 1, 2018
पीएम मोदी ने कहा कि एशियन गेम्स में देश खिलाड़ियों ने उम्दा प्रदर्शन किया है, वहीं एक दिन पहले देश की अर्थव्यवस्था से जुडे जो आकड़े आए, वह भी एक मेडल है। चालू वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 8.2 फीसदी विकास दर देश की अर्थव्यवस्था की बढ़ती ताकत को प्रदर्शित कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि जब देश सही दिशा में चलता है और नीयत साफ होती है तो साफ परिणाम देखने को मिलता है।
एनपीए को लेकर जिस तरह से कांग्रेस और उसके नेता पीएम मोदी को घेर रहे हैं। उसका जवाब पीएम मोदी ने आज दिया है। उन्होंने कहा कि जब हमारी सरकार 2014 में बनी। हमने बैंकों से कड़ाई की तो बैंकों से सही आंकड़े सामने आने लगे। उन्होंने बताया कि कागजों पर 2 लाख करोड़ बताया गया लेकिन वास्तव में वह 9 लाख करोड़ रुपए था।
पीएम ने बताया कि आजादी से लेकर वर्ष 2008 तक बैंकों ने 18 लाख करोड़ रुपए कर्ज दिए जबकि 2008 से लेकर 2014 तक के बीच बैंकों ने 52 लाख करोड़ रुपए कर्ज दिए। 60 सालों में 18 लाख करोड़ और 6 साल में 52 लाख करोड़, लगभग दो गुने से भी कहीं ज्यादा लोन बांटे गए। कांग्रेस के नामदारों के फोन करने पर बैंकों ने लोन बांटे। नामदारों के फोन पर डिफाल्टरों को लोन रिस्ट्रक्चर के नाम पर लोन दे दिया गया।
पिछले 4 साल में, 50 करोड़ से बड़े सभी loans की समीक्षा की गई है,
लोन की शर्तों का कड़ाई से पालन हो, ये सुनिश्चित किया जा रहा है।,
हमने कानून बदले, बैंकों के मर्जर का निर्णय लिया,
बैंकिंग सेक्टर में Professional approach को बढ़ावा दिया: PM
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12 बड़े defaulters, जिनको 2014 के पहले लोन दिया था, जिसके NPA की राशि करीब पौने 2 लाख करोड़ रुपये हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई और उसके नतीजे आज दिख भी रहे हैं
इसी प्रकार 27 और बड़े लोन खाते हैं, जिनमें 1 लाख करोड़ का एनपीए है। इसकी वापसी का भी इंतजाम किया जा रहा है।
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पीएम मोदी ने अपने सरकार में किए गए सुधारवादी कदमों की चर्चा करते हुए बताया कि 2014 से पहले जिन 12 बड़े डिफॉल्टरों को लोन दिया गया, उनके खिलाफ हमने कार्रवाई की। इसी तरह 27 और बड़े लोन खाते हैं, जिनमें 1 लाख करोड़ रुपए का एनपीए है। इसकी वापसी का भी इंतजाम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा, ‘‘जिन लोगों को लग रहा था कि नामदार परिवार की सहभागिता और मेहरबानी से उन्हें मिले लाखों-करोड़ों रुपए हमेशा के लिए उनके पास रहेंगे, हमेशा इनकमिंग ही रहेगी, अब उनके खाते से आउटगोइंग भी शुरू हुई है।‘’ पीएम मोदी ने एकबार फिर देशवासियों को भरोसा दिया है कि बैंकों का जितना भी पैसा नामदारों ने फंसाया था, उसका एक-एक पैसा वापस लेकर रहेंगे।