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ममता की प्रत्याशी सुजाता मंडल ने अनुसूचित जाति को बताया भिखारी, पीएम मोदी ने टीएमसी पर बोला हमला, बीजेपी ने चुनाव आयोग से की शिकायत

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पश्चिम बंगाल की आरामबाग विधानसभा सीट से टीएमसी उम्मीदवार सुजाता मंडल खान ने अनुसूचित जाति के लोगों के बारे में विवादित बयान देकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा में टीएमसी पर निशाना साधते हुए कहा कि आधे चुनावों ने ही टीएमसी का पूरा साफ होना तय कर दिया है। दीदी के नेता खुलेआम बंगाल के एसी, एसटी और ओबीसी वर्ग को गालियां देने लगे हैं। यह सिर्फ इसलिए क्योंकि वे बीजेपी का समर्थन करते हैं। दीदी आप उनको डराओगी, धमकाओगी लेकिन मोदी के लिए उनका स्नेह कम नहींं होगा। उधर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी  के नेतृत्व में बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात कर तृणमूल कांग्रेस की शिकायत की।

प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल के बर्धमान में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि दीदी, आपके साथी बंगाल के अनुसूचित जाति को भिखारी कहकर अपमान कर सकते हैं, लेकिन हमारे लिए, भाजपा के लिए अनुसूचित जाति का मान सम्मान सर्वोपरि है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपनी हार सामने देख दीदी ने अब नई रणनीति बनाई है। दीदी की साजिश है कि एससी, एसटी और ओबीसी किसी को भी वोट डालने नहीं दिया जाए। दीदी की साजिश है, इन वर्ग के लोगों को वोट डालने से रोकना और अपने गुंडों से छप्पा वोट डलवाना।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने टीएमसी पर हमला करते हुए कहा, “एक नेत्री ने कहा कि दलित समाज के लोग, स्वभाव से ही भिक्षा मांगने वाले लोग हैं। दीदी, आपकी पार्टी ने ऐसा कहकर मतुआ, नामशूद्र व राजवंशी समाज सहित पूरे दलित समाज का अपमान किया है। दीदी, थोड़ी भी शर्म बची है तो उसको आज ही पार्टी से निकाल दो, पर मैं जानता हूं आप ऐसा नहीं करोगी।”

बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने आरोप लगाया कि टीएमसी की सोच कमजोर तबको, दलितों, समाज के वंचित आवेदकों के प्रति उनका राजनीतिक शोषण करने की रही है। ममता दीदी के उम्मीदवार ने अनुसूचित जाति के लोगों को भिखारी कह कर के उनके स्वाभिमान को गाली दी है और यह एक बहुत बड़ा ही क्रिमिनल एक्ट है। प्रतिनिधि मंडल का आरोप है कि यह सिर्फ आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है बल्कि रिप्रेजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा 125 का क्रिमिनल वायलेशन है। यह तृणमूल कांग्रेस की सोच को दर्शाता है इसलिए हमने चुनाव आयोग से मांग की है कि जिस व्यक्ति ने इस तरह का बयान दिया उनके खिलाफ और जिस पार्टी से संबंधित हैं उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।

इस दौरान मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि खून खराबी का जो खेला ममता कर रहीं थी उस खेले में कहीं न कहीं विघ्न पड़ गया है। निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव होना चाहिए उसके लिए चुनाव आयोग और सुरक्षा बल कदम उठा रहे हैं। चुनाव आयोग ने सिर्फ ममता बनर्जी की पार्टी पर रोक नहीं लगाई है बल्कि सारी पॉलिटिकल पार्टी पर रोक लगाई है। नकवी का कहना है कि ऐसे में सिर्फ उनको ही दर्द क्यों हो रहा है इसका मतलब यह है कि उनकी नियत में खोट है।

 न्यूज18 बांग्ला से बात करते हुए सुजाता मंडल खान ने कहा कि भले ही ममता बनर्जी ने अनुसूचित जातियों (SC) के लिए बहुत कुछ किया हो, लेकिन फिर भी उनको कमी बनी ही रहती है। सुजाता मंडल खान ने कहा था, “अनुसूचित जाति के लोग स्वभाव से भिखारी होते हैं। ममता बनर्जी ने उनके लिए इतना कुछ किया, लेकिन फिर भी चंद पैसे के लिए वो बीजेपी के पीछे-पीछे हो रहे हैं। वो बीजेपी को वोट बेच रहे हैं।” न्यूज18 से बातचीत का यह वीडियो बीजेपी अनुसूचित मोर्चा ने शेयर किया है।

बीजेपी ने इस बयान को लेकर टीएमसी की आलोचना की। पार्टी की प्रदेश ईकाई ने ट्वीट कर कहा, “ममता बनर्जी की करीबी तृणमूल नेता सुजाता मंडल ने अनुसूचित जाति के लोगों को ‘स्वभाव से भिखारी’ बताया है। क्या बंगाल के लोग टीएमसी को करारा जवाब देकर उन्हें सत्ता से बाहर करेंगे। दलित समाज (राजबंशी, मातुआ, नमशुद्र) बेहतर के हकदार हैं।”

 

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