जैसे-जैसे अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण जोर पकड़ता जा रहा है, राम विरोधियों का झूठ और प्रोपेगंडा भी जोर पकड़ता जा रहा है। इन्हीं राम विरोधियों ने मंदिर के लिए जमीन खरीदने के नाम पर फर्जी कागजातों के आधार पर पहले बखेड़ा किया और फिर जनमानस में झूठ फैलाने का काम किया।
लेकिन आपको एक सच्चाई से रूबरू करा दूं कि राम मंदिर को बदनाम करने में वही लोग सबसे आगे हैं, जिनकी कभी भगवान राम में आस्था नहीं थी। आप हंसराज मीना नाम के इस राम विरोध का ट्वीट ही देख लीजिए। जब राम मंदिर निर्माण के लिए घर-घर जाकर चंदा एकत्र किया जा रहा था, तब इस शख्स ने एक रुपये का भी चंदा नहीं किया। इसने ट्वीट भी किया कि, “मैं, मेरा गांव, मेरा इलाका एक फूटी कौड़ी चंदा नहीं देगा।”
मैं, मेरा गाँव, मेरा इलाका एक फूटी कौड़ी चंदा नहीं देगा। कान खोलकर सुन लो लुटेरे कबूतरों।
— Hansraj Meena (@HansrajMeena) January 16, 2021
और आज जब मंदिर का निर्माण चल रहा है, करोड़ों हिंदुओं का सपना पूरा हो रहा है, तो राम मंदिर को बदनाम करने में ऐसे लोग ही सबसे आगे हैं। अब यह हंसराज मीना ट्वीट कर रहा है कि “राम लला वो आ गए, जमीन बेचकर खा गए।“ मतलब पहले इसने श्रीराम से घृणा के चलते खुद एक रूपये का दान नहीं दिया और अब राम मंदिर को बदनाम करने में सबसे आगे हैं।
इस उदाहरण से बस इतना ही समझाना है कि जो भी राम मंदिर को लेकर झूठ फैला रहे हैं, श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ईमानदारी पर सवाल उठा रहे हैं, ये वही लोग हैं, जिनका भारत के करोड़ों-करोड़ हिंदुओं की आस्था से कोई सरोकार नहीं है। इसलिए ऐसे लोगों के बहकावे में आने की जरूरत नहीं है, बल्कि ऐसे हिंदू विरोधियों से सतर्क रहने की जरूत है।