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जम्मू की पल्ली पंचायत बनी देशभर के लिए मिसाल, सोलर प्लांट लगने के बाद बदली गांव की तस्वीर, पीएम मोदी ने घोषित की थी देश की पहली कार्बन फ्री पंचायत

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जम्मू के सांबा जिले की एक छोटी सी पल्ली पंचायत, जिसका नाम शायद ही कोई जानता था, आज पूरे देश के लिए मिसाल बन गई है। इस पंचायत के लोग ना सिर्फ अपनी बल्कि दूसरे पंचायतों की तस्वीर बदलने में अहम भूमिका निभा रहे हैं। ग्रामीण आत्मनिर्भर गांव के निर्माण के साथ ही विकास की एक नई कहानी लिख रहे हैं। यह सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उस पहल की वजह से संभव हुआ है, जिसके तहत इस गांव में 18 दिनों के रिकॉर्ड समय में 500 किलोवाट का सोलर प्लांट लगाया गया था। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने देश की पहली कार्बन फ्री पंचायत घोषित किया था। इससे पल्ली पंचायत का नाम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया।

पीएम मोदी ने 500 किलोवाट के सोलर प्लांट की दी थी सौगत

प्रधानमंत्री मोदी ने 24 अप्रैल, 2022 को पंचायती राज दिवस के अवसर पर पल्ली पंचायत का दौरा किया था। इस दौरान प्रधानमंत्री ने वहां 500 किलोवाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया था। इसके साथ ही पल्ली की पंचायत कार्बन न्यूट्रल बनने वाली देश की पहली पंचायत हो गई। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पल्ली पंचायत के सभी घरों में सौर ऊर्जा प्राप्त करना ग्राम ऊर्जा स्वराज का एक आदर्श उदाहरण है और काम करने का बदला हुआ तरीका जम्मू-कश्मीर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। पंचायत को सौर ऊर्जा से चौबीसों घंटे बिजली देने के लिए 2.75 करोड़ रुपये की लागत से 1500 सोलर पैनल लगाए गए। इस सोलर प्लांट के निर्माण का जायजा लेने के लिए केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय केंद्रीय टीम ने पल्ली पंचायत का दौरा किया था।

सोलर प्लांट से पंचायत के 340 घरों को मिल रही बिजली

पल्ली पंचायत में कई बदलाव किए गए हैं, जैसे- यहां सोलर चूल्हे का प्रयोग किया जा रहा है। सफर को आसान बनाने और प्रदूषण को घटाने के लिए इलेक्ट्रिक बस को बढ़ावा दिया गया है। यहां की सड़कों पर ऐसी बसें चल सकें, इसलिए पहले सड़क को बेहतर बनाया गया। पल्ली गांव में लगा सोलर प्लांट 6,408 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसकी मदद से गांव के 340 घरों में बिजली पहुंच रही है। इन सोलर पैनल के जरिए पल्ली गांव के लोगों की रोजाना 2 हजार यूनिट बिजली की मांग को पूरा किया जा रहा है। इस तरह यहां ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देकर लोगों को जागरुक किया जा रहा है।

लोगों के जीवन में आया बदलाव, विकास को मिली गति

सोलर प्लांट लगने के बाद जहां पल्ली पंचायत के लोगों के जीवन में काफी बदलाव आया है, वहीं विकास को गति मिली है। इस पंचायत के सरपंच रणधीर शर्मा के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के दौरे से पहले इस गांव में बिजली ना के बराबर थी। इस गांव में कुछ घंटे ही बिजली आती थी लेकिन जो बिजली आती थी उसमें वोल्टेज की इतनी दिक्कत रहती थी कि इस गांव के लोग कोई काम नहीं कर पाते थे। प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से सोलर प्लांट की सौगात मिलने के बाद यहां के लोग शहर से ज्यादा बिजली पा रहे हैं और आज बिजली की समस्या खत्म हो गई है।

छात्रों को मोमबत्तियां जलाकर पढ़ने से मिली मुक्ति

पल्ली पंचायत में 24 घंटे बिजली की उपलब्धता से सबसे ज्यादा राहत छात्रों और किसानों को मिली है। बिजली ना होने से सबसे ज्यादा असर गांव के छात्रों की पढ़ाई पर पड़ता था। वोल्टेज की दिक्कत और अक्सर बिजली की अनियमित कटौती के चलते यहां के छात्र और छात्राएं मोमबत्तियां जलाकर पढ़ने को मजबूर थे, लेकिन अप्रैल महीने के बाद मोमबत्तियां जलाकर पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ी है। अब सभी छात्र-छात्राएं बेहतर ढंग से पढ़ाई कर रहे हैं।

किसानों को खेतों की सिंचाई करना हुआ आसान

नियमित बिजली मिलने से किसान अपने खेतों की सिंचाई समय पर कर रहे हैं। किसानों को भी सोलर प्लांट से सिंचाई के लिए मोटर चलाने के लिए बिजली का कनेक्शन मिल गया है। इससे खेती आसान हो गई है। पहले बिजली कटौती और वोल्टेज की दिक्कत की वजह से यहां के किसानों को सिंचाई में भी बड़ी दिक्कत आती थी। लेकिन अब यह समस्या खत्म हो चुकी है। इसके लिए छात्र-छात्राएं, किसान और आम ग्रामीण प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दे रहे हैं।

 

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