Home समाचार पीएम मोदी के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को मिली बड़ी सफलता, जागा...

पीएम मोदी के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को मिली बड़ी सफलता, जागा देशभक्ति का भाव, अर्थव्यवस्था को हुआ फायदा

SHARE

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 130 करोड़ देशवासियों के भरोसे का प्रतीक बने हुए हैं। उनकी एक अपील देशवासियों के लिए जन आंदोलन बन जाती है। इसका एक बार फिर प्रमाण मिला है। प्रधानमंत्री मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत स्वतंत्रता दिवस को खास बनाने के लिए ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाने की देशवासियों से अपील की थी। इस अपील का लोगों पर जोरदार असर हुआ और लोगों ने अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। लोगों ने अपने-अपने घरों और प्रतिष्ठानों पर तिरंगा झंडा फहराया। इससे जहां देशभर में लोगों के मन में देश प्रेम की अलख जगी, वहीं अर्थव्यवस्था को भी जबरदस्त फायदा हुआ। 

पीएम मोदी की अपील के बाद 50 गुना बढ़ी तिरंगे की बिक्री 

दरअसल प्रधानमंत्री मोदी ने 22 जुलाई, 2022 को ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के तहत सभी लोगों से अपने-अपने घरों या प्रतिष्ठानों पर 13 से 15 अगस्त तक तिरंगा फहराने की अपील की थी। इसके बाद राष्ट्रीय ध्वज की भारी मांग होने लगी। इससे पहले तिरंगे की इतनी भारी मांग कभी नहीं देखी गई। यहां तक कि मांग के अनुरूप आपूर्ति कर पाना कारोबारियों और विनिर्माताओं के लिए कठिन हो गया। मांग की पूर्ति करने के लिए अतिरिक्त श्रमिकों को लगाना पड़ा। व्यापारियों ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा अभियान की घोषणा किए जाने के बाद से सभी प्रकार के तिरंगे की बिक्री 50 गुना बढ़ गई। 

20 करोड़ झंडे लगाने के लक्ष्य से आगे निकला अभियान

हालांकि मोदी सरकार ने घरों के ऊपर कम से कम 20 करोड़ झंडे लगाने का लक्ष्य रखा था, लेकिन 25 से 30 करोड़ तिरंगे बिकने का अनुमान लगाया जा रहा है। तिरंगा निर्माण में ज्यादा योगदान MSME सेक्टर का रहा। जिसने सबसे ज्यादा संगठित तरीके से बड़ी संख्या में भारतीय झंडा तैयार करने में लगातार काम किया। तिरंगा की मांग को पूरा करने के लिए दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, तमिलनाडु, ओडिशा, बिहार, राजस्थान आदि के कपड़ा व्यापारियों ने अथक मेहनत की और इस लक्ष्य को हासिल कर लिया। लोगों तक तिरंगा झंडा पहुंचाने के लिए डाक विभाग और जनवितरण प्रणाली की भी मदद ली गई।

छोटे दुकानदारों को फायदा, 10 लाख लोगों को रोजगार

प्रधानमंत्री मोदी के ‘हर घर तिरंगा’ अभियान से देश में तिरंगा झंडा के निर्माण और बिक्री का नया रिकॉर्ड बना। इससे छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को बड़ी मदद मिली है। कारोबारियों के मुताबिक इस वर्ष तिरंगे की बिक्री 500 से 600 करोड़ तक पहुंच गई। जबकि हर साल 15 अगस्त को करीब 200 करोड़ रुपये के तिरंगे बिकते हैं। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान से पिछले 20 दिनों में देश में 30 करोड़ तिरंगा झंडा तैयार किए गए। जिससे 10 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिला। व्यापारी संगठन कैट के मुताबिक वोकल फॉर लोकल और आत्मनिर्भर भारत की सरकार की मुहिम को इन आयोजनों ने नई पहचान दिलाई है।

देशवासियों में दिखा देशभक्ति का जज्बा

आजादी के अमृत महोत्सव पर देश के कोने-कोने में तिरंगा यात्रा निकाली गई। इसमें लोगों की हिस्सेदारी अभूतपूर्व थी। इस दौरान लोगों में देश-प्रेम की झलक दिखी। देशभक्ति गीतों संग यात्रा में शामिल सभी हाथों में राष्ट्रध्वज के साथ जुबां पर वंदेमातरम् और भारत माता की जय की गूंज सुनाई दे रही थीं। हर घर तिरंगा अभियान के तहत अधिकांश घरों में राष्ट्रीय ध्वज भारत की आन-बान-शान को प्रदर्शित कर रहा था। छात्र, युवा, जवान, किसान और व्यापारी सभी हाथों में तिरंगा लिए जन-यात्रा निकाल रहे थे। हर गांव, हर कस्बा और हर शहर तिरंगे के रंग में रंगा नजर आया। 

राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के प्रति बढ़ी जागरूकता

‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने राष्ट्रीय ध्वज के साथ देशवासियों के जुड़ाव को और अधिक मजबूत किया। इसने देश में एक नए इतिहास की रचना की। यह अभियान एक बार फिर देश की एकता और चेतना का प्रतिनिधित्व करता हुआ नजर आया। इस अभियान से देश की युवा पीढ़ी में नये उत्साह और नई ऊर्जा का संचार हुआ। हर दिल में देशभक्ति का भाव जगाने और राष्ट्रीय ध्वज के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किए गए हर घर तिरंगा अभियान ने सबको प्रेरित किया। हर घर और हर हाथ में तिरंगा जश्न-ए-आजादी की याद दिला रही थीं। जश्न-ए-आजादी मनाने के लिए लोगों में गजब का उत्साह दिखा। दिल में देश प्रेम का जज्बा लिए शहर से लेकर ग्रामीण अंचलों तक हर तरफ बस 76वें स्वतंत्रता दिवस की धूम दिखाई दी।

‘हर घर तिरंगा’ अभियान से दुनिया में गया मजबूत संदेश

जिस तरह देशवासियों में तिरंगा झंडा को लेकर दिवानगी देखने को मिली, उसी तरह व्यापारी संगठनों के साथ ही अर्थव्यवस्था में भी उत्साह का संचार हुआ। व्यापारी संगठनों ने मोदी सरकार से अपील की है कि देशभर में पिछले 20 दिनों में तिरंगा अभियान के प्रति लोगों के उत्साह और देशभक्ति को देखते हुए सरकार को अलग अलग क्षेत्रों के संगठनों के साथ पीपीपी मॉडल में भारत की मूल कला और व्यापारिक दक्षताओं को जगाने के लिए अभियान चलाना चाहिए। जिसका मूल उद्देश्य राष्ट्र सर्प्रवथम हो। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने जहां लोगों को देशभक्ति के एक धागे में पिरो कर देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने का काम भी किया है, वहीं दुनिया में भारत की एकजुटता का बड़ा संदेश दिया है। 

पीएम मोदी ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को बनाया जन आंदोलन

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान को मजबूत करने के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर डीपी (डिस्प्ले पिक्चर्स) बदल दी। उन्होंने अपनी डीपी में तिरंगे की तस्वीर लगाई। इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों से अपनी डीपी में तिरंगा लहराने की भी अपील की। प्रधानमंत्री मोदी ने फेसबुक पर डीपी बदलते हुए लिखा, ‘आज 2 अगस्त का दिन खास है। ऐसे समय में जब हम आजादी के अमृत का जश्न मना रहे हैं। हमारा देश #HarGharTiranga जैसे जन आंदोलन के लिए तैयार है। मैंने अपने सोशल मीडिया पेज पर डीपी बदल दी है और आप सभी से भी ऐसा करने का अनुरोध करता हूं।” इससे पहले 31 जुलाई को अपने कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 91वें एपिसोड में लोगों को अपनी डीपी बदलने और तिरंगा लहराने के लिए भी प्रेरित किया था। 

फ्लैग कोड में संशोधन, दिन-रात तिरंगा फहराने की अनुमति

मोदी सरकार ने फ्लैग कोड (Flag Code) में बदलाव किया। जिसके तहत सरकार ने पॉलिएस्टर और मशीनों से झंडे बनाने की अनुमति दी। इससे देशभर में झंडों को आसानी से मुहैया कराया जा सका। पहले भारतीय तिरंगा केवल खादी या कपड़े से बनाने की ही अनुमति थी। भारतीय ध्वज संहिता, 2002 (Flag Code 2022) को 20 जुलाई 2022 के संशोधन के बाद जहां ध्वज खुले में प्रदर्शित किया जाता है या किसी नागरिक के घर पर प्रदर्शित किया जाता है, वहां इसे अब दिन-रात फहराया जा सकता है। जबकि पहले तिरंगे को सूर्योदय से सूर्यास्त तक लगाने की अनुमति थी। तिरंगे का इस्तेमाल करने के बाद उसे मर्यादित तरीके से एकांत में रखना जरूरी है। फ्लैग कोड के मुताबिक देश के झंडे का संपर्क किसी भी हालत में जमीन या पानी से नहीं होना चाहिए।

Leave a Reply