Home नरेंद्र मोदी विशेष सुख नहीं, समाज बांटने में लगी रहती है कांग्रेस- प्रधानमंत्री मोदी

सुख नहीं, समाज बांटने में लगी रहती है कांग्रेस- प्रधानमंत्री मोदी

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प्रधानमंत्री मोदी ने विभिन्न प्रदेशों के भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं से संवाद किया। नरेन्द्र मोदी ऐप के माध्यम से रायपुर, मैसूर, दामोह, आगरा और करौली-धौलपुर के अलग-अलग कार्यकर्ताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘’हमारी पहचान किसी वंश से जुड़ी हुई नहीं है। अनगिनत कर्मयोगी कार्यकर्ताओं और जीवन का सर्वस्व खपा देने वाले निस्वार्थ नेताओं ने ही भाजपा को ‘Party with Difference’ बनाया है। अगर हम ‘Party with Difference’ है तो उसके कार्यकर्ताओं की छवि भी डिफरेंट होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘’दृढ़ और सौम्य, आत्मविश्वासी और विनम्र, प्रतिबद्ध और मेहनती यह भाजपा के कार्यकर्ता की खासियत है।‘’

नवरात्रि की शुभकामना के साथ शुरू हुई बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि हम सबको देश के लिए, गांव-गरीब के लिए और अधिक ऊर्जा और अधिक प्रतिबद्धता के साथ काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा आज का ये कार्यक्रम संकल्प बन जाए और मां जगदंबा हम सबको इस संकल्प को पूरा करने की शक्ति दे।

राजस्थान में करौली धौलपुर के कार्यकर्ता मुन्ना खान अब्बासी के एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि हर घटना, कार्यक्रम और आयोजन को चुनाव से जोड़ना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि उससे उस विशेष अवसर की गरिमा को ठेस पहुंचती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जनता के लिए जूझती है और जनता का कल्याण ही हमारा जीवन है। उन्होंने कहा कि हम जन सामान्य जुड़ें और हमें जन सामान्य को अपने साथ जोड़ने की लगातार कोशिश करनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि चुनाव जीतना जरूरी है क्योंकि हमारे लिए ये किसी को परास्त करने का नहीं, सेवा करने का अवसर है।

करौली-धौलपुर के ही कार्यकर्ता जयंत मोदी के सवाल पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई भी योजना एक सरकार से दूसरी सरकार में हस्तांतरित होती है। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि किसने शुरू किया, महत्वपूर्ण यह है कि काम कैसे हो रहा है, किस गति से हो रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि पुरानी सरकार ने 1500 से ज्यादा रेलवे के प्रोजेक्ट की घोषणा कर दी गई, लेकिन कागज पर भी योजना नहीं बनी। उसे हमने ढूंढा और उसे पूरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने व्यवस्था बदली है और गति भी बदली है।

गुजरात में दामोह के कार्यकर्ता झाबू सिंह के एक सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि देश में दरार पैदा नहीं होना चाहिए, बंटवारे की राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘बांटो और राज करो की नीति’ पर चलती रही है। मुद्दों पर कमजोर कांग्रेस समाज के किसी वर्ग को भड़काकर चुनाव जीतने का षडयंत्र रचती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें बचपन से सुख बांटने की बात सिखाई गई है, लेकिन कांग्रेस पार्टी को भारत की संस्कृति से लेना देना नहीं है। इसलिए सुख बांटने की जगह वह समाज बांटती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ का एमपी से, उत्तराखंड का यूपी से, झारखंड का बिहार से जन्म हुआ, लेकिन कहीं विवाद नहीं हुआ। तेलंगाना इन्होंने बनाया लेकिन एक ही भाषा बोलने वालों को आपस में लड़ा दिया। उन्होंने कहा कि हमारा तो मंत्र है सबका साथ सबका विकास। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि समाज के हर वर्ग का पोलिंग बूथ पर भी प्रतिनिधित्व हो। उन्होंने कहा, ‘’हम जोड़ने के लिए चलें… जोड़ते चलें। जोड़ने की ताकत बहुत ज्यादा होती है, तोड़ने की बहुत सीमित होती है।‘

दामोह के ही कार्यकर्ता किशोर सिंह के एक सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि भारतीय संस्कृति ‘नित्य नूतन, चिर पुरातन’ है। उन्होंने कहा, ‘’भारत के पास वो सांस्कृतिक विरासत है, जिसकी आवश्यकता पूरी दुनिया को है। दुनिया के सामने खड़ी चुनौतियों के बीच जीवन जीने की कला सिखाती हमारी संस्कृति आज भी दुनिया के लिए आशा की किरण है।‘’ प्रधानमंत्री ने कहा कि ये दुर्भाग्य है पहले सत्ता में बैठे लोगों को इसे महत्व नहीं दिया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें गर्व है कि सौ से अधिक भाषाएं, 1700 बोलियां और दुनिया के सभी संप्रदाय इस धरती पर पलते-बढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि हमारा यह कर्तव्य है कि हम भारत, भारतीय संस्कृति की मूल विशेषताओं और गुणों को दुनिया के सामने पेश करें।

उन्होंने विदेशी मेहमानों के साथ गंगा आरती का जिक्र करते हुए कहा कि हमें अपनी जड़ों पर गर्व है और हम अपने भविष्य के प्रति आशान्वित हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब पूरी दुनिया योग करती है तो कौन हिंदुस्तानी होगा जिसको गर्व नहीं होगा। सूर्य की पूजा हम पहले से करते थे आज पूरी दुनिया सोलर अलायंस के माध्यम से सूर्य की पूजा में लग गई है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2013 में आए भूकंप की वजह से, केदारनाथ मंदिर और उसके आसपास के इलाके में भयंकर तबाही मची थी। हमने केदारनाथ मंदिर और उस शहर को फिर से खड़ा करने को अपनी प्राथमिकता बनाया। और आज वहां देश से ही नहीं दुनिया भर से तीर्थयात्री दर्शन करने आते हैं।

आगरा के कार्यकर्ता फूल सिंह के एक सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार ने सीनियर सिटीजन्स की राहत के लिए बहुत काम किया है।  वय वंदन योजना, दवाइयों और इलाज का खर्च में कमी जैसी बातें कार्यकर्ताओं को बताईं।

आगरा के कार्यकर्ता श्याम अग्रवाल के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि महागठबंधन स्वार्थ की राजनीति का बड़ा उदाहरण है। उन्होंने कहा कि ये सारे दल जनता के सामने एक्सपोज हो गए हैं क्योंकि आपस में लड़ने वाले दल सिर्फ मोदी हटाओ के नाम पर एक हो रहे हैं। उन्होंने केंद्र में मजबूर नहीं मजबूत सरकार की आवश्यकता बताई और कहा कि कार्यकर्ताओं को इसके लिए जी जान से जुट जाना चाहिए।

रायपुर की अदिति बढमार के सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सवा सौ करोड़ लोगों का भरोसा, विश्वास ही मेरी ऊर्जा है।

रायपुर के ही कार्यकर्ता गज्जू साहू के सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि संगठन और सरकार के बीच संतुलन बिठाने में कार्यकर्ताओं की बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का फीडबैक महत्वपूर्ण है।

मैसूर के कार्यकर्ता मुरली से बात करते हुए बताया कि जन जीवन में बदलाव आतात है तब रैंकिंग में बदलाव आता है। उन्होंने कहा कि ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ में काफी सुधार हुआ है। रजिस्टर्ड ट्रेड मार्क 68 हजार से 2.5 लाख हो गए। टूरिज्म में भारत की रैंकिंग 65 से 45 हो गई है और पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि हुई है।

मैसूर के ही कार्यकर्ता अरुण कुमार गौड़ा के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि कल 11 अक्टूबर को नानाजी देशमुख की जन्म जयंत्री मना रहे हैं। उन्होंने बताया कि संगठन चलाने के लिए जिस क्षमता की आवश्यकता होती है, नानाजी देशमुख में वह कूट-कूट कर भरी थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के ग्रामीण जीवन में सुधार लाने के लिए उन्होंने खुद को समर्पित कर दिया। प्रधानमंत्री ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया को आदर्श कार्यकर्ता बताया।

उन्होंने लोकनायक जय प्रकाश नारायण को भी याद किया और 11 अक्टूबर को उनकी जन्म जयंती पर कार्यकर्ताओं को उनसे सीख लेने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जेपी की राजनीति मे सत्ता नहीं, जनता सर्वोपरि थी।

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