प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जमकर निशाना साधा। पूर्व प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह जी पूर्व पीएम हैं, आदरणीय हैं। पिछले 30-35 साल से भारत के आर्थिक फैसलों के साथ उनका सीधा संबंध रहा है। आधा समय उनका ही दबदबा था, ऐसा देश में कोई नहीं रहा होगा। लेकिन हम राजनेता मनमोहन सिंह से सीख सकते हैं। मनमोहन पर कभी कोई दाग नहीं लगा। बाथरूम में रेनकोट पहन कर नहाना की कला मनमोहन जी के अलावा कोई नहीं जानता।
प्रधामंत्री की इस टिप्पणी के बाद कांग्रेस सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विरोध में कांग्रेस सांसदों ने सदन से वाकआउट भी किया। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपना भाषण जारी रखा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष नोटबंदी और स्वच्छता अभियान में खामियां निकालकर अपनी सरकारों का रिपोर्ट कार्ड दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी एक ऐतिहासिक और बड़ा फैसला है।
उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे कैशलेस की ओर आगे बढ़ाना है। बड़े फैसलों के चलते शुरुआत में कुछ दिक्कतें हो सकती है, लेकिन कहीं से तो शुरुआत करनी होगी, क्योंकि डिजिटल पेमेंट से लोगों का भला होगा।
उन्होंने कहा कि भीम एप से ट्रांसजेक्शन करने पर कोई चार्ज नहीं लग रहा है। भीम एप के प्रचार में भी एक रुपए का खर्च नहीं आया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष को आरबीआई की स्वायत्ता पर सवाल नहीं उठाना चाहिए और आरबीआई गवर्नर को भी सियासत में नहीं घसीटना चाहिए।