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आशा की नई किरण लेकर आ रहा ये बजट समूची दुनिया की अर्थव्यवस्था को रोशनी देगा- प्रधानमंत्री मोदी

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संसद का बजट सत्र आज, 31 जनवरी से शुरू हो रहा है। बजट सत्र 2023 में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज बजट सत्र का प्रारंभ हो रहा है और प्रारंभ में ही अर्थ जगत के जिनकी आवाज को मान्‍यता होती है वैसी आवाज चारों तरफ से सकारात्‍मक संदेश लेकर के आ रही है, आशा की किरण लेकर के आ रही है, उमंग का आगाज लेकर के आ रही है। उन्‍होंने कहा कि भारत के बजट पर सारे विश्व की नजरें हैं और ये समूची दुनिया की अर्थव्यवस्था को रोशनी देगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज एक महत्‍वपूर्ण अवसर है। भारत के वर्तमान राष्‍ट्रपति जी आज पहली संयुक्‍त सदन को संबोधित करने जा रही है। राष्‍ट्रपति जी का भाषण भारत के संविधान का गौरव है, भारत की संसदीय प्रणाली का गौरव है और विशेष रूप से आज नारी सम्‍मान का भी अवसर है और दूर-सुदूर जंगलों में जीवन बसर करने वाले हमारे देश के महान आदिवासी परंपरा के सम्‍मान का भी अवसर है। यह न सिर्फ सांसदों बल्कि पूरे देश के लिए गौरव का पल है। हमारे संसदीय कार्य में छह-सात दशक से जो परंपराएं विकसित हुई है उन परंपराओं में देखा गया है कि अगर कोई भी नया सांसद जो पहली बार सदन में बोलने के लिए में खड़ा होता है तो किसी भी दल का क्‍यों न हो जो वो पहली बार बोलता है तो पूरा सदन उनको सम्‍मानित करता है, उनका आत्‍मविश्‍वास बढ़े उस प्रकार से एक सहानूकूल वातावरण तैयार करता है।

संसद के बजट सत्र की शुरुआत से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश की वित्त मंत्री भी महिला है, वे कल एक बजट लेकर के देश के सामने आ रही है। आज की वैश्‍विक परिस्‍थिति में बजट की तरफ न सिर्फ भारत का लेकिन पूरे विश्‍व का ध्‍यान है। डांवाडोल विश्‍व की आर्थिक परिस्‍थिति में भारत का बजट भारत के सामान्‍य मानवी की आशा-आकांक्षाओं को तो पूरा करने का प्रयास करेगा ही लेकिन विश्‍व जो आशा की किरण देख रहा है उसे वो और अधिक प्रकाशमान नजर आए। मुझे पूरा भरोसा है निर्मला जी इन अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए भरपूर प्रयास करेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्‍व में एनडीए सरकार उसका एक ही मकसद रहा है, एक ही मोटो रहा है, एक ही लक्ष्‍य रहा है और हमारी कार्य संस्‍कृति के केंद्र बिंदु में भी एक ही विचार रहा है ‘India First Citizen First’ सबसे पहले देश, सबसे पहले देशवासी। उसी भावना को आगे बढ़ाते हुए ये बजट सत्र में भी तकरार भी रहेगी लेकिन तकरीर भी तो होनी चाहिए और मुझे विश्‍वास है कि हमारे विपक्ष के सभी साथी बड़ी तैयारी के साथ बहुत बारीकी से अध्‍ययन करके सदन में अपनी बात रखेंगे। सदन देश के नीति-निर्धारण में बहुत ही अच्‍छी तरह से चर्चा करके अमृत निकालेगा जो देश का काम आएगा।

देखिए वीडियो-

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