प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज, 17 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दुनियाभर के प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री रात साढ़े आठ बजे संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक परिषद (ECOSOC) के हाई लेवल सेगमेंट को संबोधित करेंगे।
At 8:30 this evening, I would be addressing the High-Level Segment of ECOSOC. Would be speaking on various issues including this year’s theme of multilateralism after COVID-19, at a time when we mark 75 years of the @UN. https://t.co/oOOszU1LOb
— Narendra Modi (@narendramodi) July 17, 2020
हाल ही में भारत तो दो साल के लिए सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया है। भारत को आठवीं बार दो साल के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया है। 193 सदस्यीय महासभा में भारत को 184 वोट से अस्थायी सदस्य चुना गया।
भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिया है: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्ताान का नाम लिए बगैर आतंकवाद पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा कि हमने दुनिया को युद्ध नहीं बल्कि बुद्ध दिए हैं। हमारी आवाज में आतंकवाद के खिलाफ दुनिया को सतर्क करने की गंभीरता और आक्रोश दोनों हैं। आतंकवाद मानवता और दुनिया के लिए चुनौती हैं। इस मुद्दे पर बंटी हुई दुनिया उन सिद्धांतों को चोट पहुंचाती है, जिनके आधार पर संयुक्त राष्ट्र का गठन हुआ है।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता जरूरी
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 74वें सत्र में बोलते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनिया का एकजुट होना जरूरी है। बिखरी हुई दुनिया किसी के भी हित में नहीं है। हमें संयुक्त राष्ट्र को नई शक्ति और नई दिशा देनी ही होगी। स्वामी विवेकानंद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सवा सौ साल स्वामी विवेकानंद ने विश्व धर्म संसद से दुनिया को एक संदेश दिया था। यह संदेश था- सद्भाव और शांति। भारत की ओर से आज भी दुनिया के लिए यही संदेश है।
विश्व शांति के लिए गांधी का संदेश महत्वपूर्ण
गांधी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सत्य और अहिंसा का उनका संदेश विश्व की शांति और प्रगति के लिए आज भी महत्वपूर्ण है।
5 साल में बने 11 करोड़ शौचालय
संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने 5 साल में 11 करोड़ शौचालय बनाए हैं। यह पूरी दुनिया को एक प्रेरक संदेश देने जैसा है। भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ स्कीम चला रहा है। 50 करोड़ लोगों को 5 लाख रुपये के इलाज की मदद दी जा रही है। इसके साथ ही उन्होंने जनधन अकाउंट, बैंकों में सीधी सब्सिडी का जिक्र किया।
जल संरक्षण के प्रति भारत गंभीर
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले 5 सालों में हम जल संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही 15 करोड़ घरों को पानी की सप्लाई से जोड़ने वाले हैं। इसके अलावा उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ भारत के अभियान का भी जिक्र किया।
2025 तक भारत टीबी से मुक्त होगा
उन्होंने कहा कि हम अगले 5 सालों में दूरदराज के गांवों को जोड़ने के लिए सवा लाख किलोमीटर से ज्यादा सड़कें बनाने जा रहे हैं। 2022 तक हम गरीबों के लिए दो करोड़ और घरों का निर्माण करने जा रहे हैं। दुनिया ने टीबी से मुक्ति के लिए 2030 का समय रखा है, लेकिन हम 2025 तक भारत को इससे मुक्त करने के लिए काम कर रहे हैं।
हमारी संस्कृति जीव में शिव देखती है
पीएम मोदी ने कहा कि आखिर नए भारत में तेजी से बदलाव कैसे आ रहे हैं। भारत हजारों साल पुरानी एक संस्कृति है, जिसकी अपनी जीवंत परंपराएं हैं। हमारे संस्कार, हमारी संस्कृति जीव में शिव में देखती है। इसलिए हमारा प्राण तत्व है, जनभागीदारी से जनकल्याण। यही नहीं हम जन कल्याण से जग कल्याण तक की बात करते हैं।
हमारा मंत्र- सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास
पीएम मोदी ने दुनिया को साथ ले चलने के भारत के विजन का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा मंत्र है, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास। उन्होंने कहा कि हमारा परिश्रण सिर्फ दिखावा नहीं बल्कि कर्तव्य भाव से प्रेरित है। हमारा विश्वास तब और बढ़ता है, जब मैं उन देशों के बारे में देखता हूं, जो विकास के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।