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राष्ट्रपति ट्रंप ने भी माना प्रधानमंत्री का लोहा, कहा- मेरा उनसे कोई मुकाबला नहीं, पीएम मोदी मुझसे भी सख्त नेगोशिएटर

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अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से ही दुनिया भर में टैरिफ का मामला छाया हुआ है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अमेरिका की यात्रा के दौरान भी ये मु्द्दा छाया रहा। सियासी गलियों में ये चर्चा का विषय बना रहा कि प्रधानमंत्री टैरिफ के मुद्दे का हल किस तरह से निकालते हैं? लेकिन इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति ट्रंप का साधने में सफल रहे और ट्रंप ने इसे माना भी। ट्रंप ने यह स्वीकार किया कि मेरा उनसे कोई मुकाबला ही नहीं है। दोनों नेताओं के बीच बातचीत के बाद ज्वाइंट प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान एक पत्रकार ने ट्रंप से पूछा कि आप पीएम मोदी को हमेशा अच्‍छा नेगोशिएटर बताते हैं, लेकिन आज नेगोशिएशन में कौन किस पर भारी रहा? इस पर राष्‍ट्रपति ट्रंप ने मुस्‍कुराते हुए कहा, ‘वह मुझसे ज्‍यादा टफ नेगोशिएटर हैं, मुझे कहीं बेहतर नेगोशिएटर हैं। नेगोशिएशन में इनसे मेरा कोई मुकाबला नहीं है।

इस प्रेस कॉन्फेंस में राष्ट्रपति ट्रंप ने अपनी पिछली मुलाकातों को याद करते हुए कहा कि मैं अपने मित्र नरेन्द्र मोदी का व्हाइट हाउस में फिर से स्वागत करते हुए रोमांचित हूं। वह एक खास व्यक्ति हैं। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी चीज से ज्यादा हम में बहुत एकता है, हमारी बहुत अच्छी दोस्ती है। मुझे लगता है कि यह और भी नजदीकी होने जा रहा है। लेकिन यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम देश के रूप में एकजुट रहें। हम दोस्त हैं और हम ऐसे ही बने रहेंगे।

मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच आपसी व्यापार को और बढ़ावा देने पर जोर दिया गया। भारत और अमेरिका ने आपसी व्यापार को 2030 तक दोगुने से अधिक बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। बाचतीच के बाद दोनों नेताओं ने 2025 के आखिर तक पारस्परिक रूप से लाभकारी, द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के पहले चरण पर बातचीत करने की योजना की घोषणा की। बीटीए को आगे बढ़ाने के लिए, अमेरिका और भारत माल और सेवा क्षेत्र में द्विपक्षीय व्यापार को मजबूत और गहरा करने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण अपनाएंगे। इसके साथ ही बाजार पहुंच बढ़ाने, टैरिफ और गैर-टैरिफ बाधाओं को कम करने और आपूर्ति श्रृंखला एकीकरण को गहरा करने की दिशा में काम करेंगे।

दोनों नेताओं ने व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए उठाए गए शुरुआती कदमों का स्वागत किया। अमेरिका ने बोरबॉन, मोटरसाइकिल, आईसीटी उत्पादों और धातुओं पर टैरिफ कम करने के साथ-साथ अल्फाल्फा घास और बत्तख मीट और चिकित्सा उपकरणों जैसे अमेरिकी कृषि उत्पादों के लिए बाजार पहुंच बढ़ाने के उपायों के लिए भारत के हाल के उपायों का स्वागत किया। भारत ने भी भारतीय आमों और अनारों के निर्यात को बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों की भी सराहना की। दोनों पक्ष कृषि वस्तुओं के व्यापार को बढ़ाने के लिए भी मिलकर काम करेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच मुलाकात में डिफेंस सेक्टर को लेकर भी बात हुई। ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि इस साल से हम भारत को अरबों डॉलर के सैन्य उपकरण बेचने जा रहे हैं। हम भारत में सैन्य बिक्री को कई अरब डॉलर तक बढ़ाएंगे। हम भारत को F-35 स्टील्थ फाइटर बेचने की पेशकश कर रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने ये घोषणा भी की कि 26/11 मुंबई हमलों के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा।

 

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