प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि सत्ता को जन्मसिद्ध अधिकार समझने वाले हार के बाद देश के खिलाफ ही साजिश करने में जुट गए हैं। शुक्रवार 29 नवंबर कोओडिशा के भुवनेश्वर में एक जनसभा में उन्होंने कहा कि ‘राजनीतिक दल अपनी बात जनता के बीच पहुंचाने के लिए, जनता को जागरूक करने के लिए आंदोलन भी करते रहते हैं। लोकतंत्र की संविधान की मर्यादाओं में रह करके अपने विचार को प्रकट करते हैं। आंदोलन पहले भी होते थे और आज भी हो रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से एक बड़ा बदलाव आप सभी महसूस कर रहे होंगे। जो लोग सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार समझते हैं, वो केंद्र की सत्ता पिछले एक दशक से खो चुके हैं। देश की जनता किसी और को आशीर्वाद दे, इसका गुस्सा उनमें है। इस स्थिति ने उनके अंदर इतना गुस्सा भर दिया है कि वो देश के खिलाफ ही साजिश करने में जुटे हैं। ये लोग अपना गुस्सा जनता पर ही निकालने लगे हैं। देश को गलत दिशा में ले जाने के लिए उन्होंने लोगों को गुमराह करना शुरू कर दिया है।’
बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘उनकी झूठ और अफवाह की दुकान तो बहुत पहले से चल रही है, अब उन्होंने इस अभियान को और तेज कर दिया है। ऐसे में जागृत नागरिकों के लिए उनके इरादे, उनके कारनामे, बहुत बड़ी चुनौती बनती जा रही है। ऐसे में देशवासियों को हर पल सतर्क रहना है और लोगों को जागरूक करते रहना है। हमें हर झूठ को बेनकाब करना है। सत्ता के ये भूखे लोग जनता से सिर्फ झूठ बोलते आए हैं। जब इनका एक झूठ लोगों पर काम नहीं करता तो उससे बड़ा दूसरा झूठ गढ़ते हैं। इनका मकसद सिर्फ यही है कि किसी तरह सत्ता पर इनका कब्जा हो।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा विधानसभा चुनावों के साथ देश में हुए उपचुनाव के नतीजों ने पूरे देश में विश्वास भरा है। उन्होंने कहा कि ‘विपक्षी दल, बीजेपी सरकार के खिलाफ अपप्रचार करते हैं, लेकिन, जनता बीजेपी सरकार के कामों को देखकर उन्हें आशीर्वाद देने खुद मैदान में दौड़ पड़ती है। चुनाव से कुछ महीने पहले तक बड़े-बड़े पॉलिटिकल एक्सपर्ट ओडिशा में बीजेपी को पूरी तरह से खारिज कर रहे थे। लेकिन, जब परिणाम आए, तो ये सारे के सारे जो अपने आप को तीसमारखां मानते थे, वो लोग हैरान हो गए। क्योंकि, ओडिशा के लोगों ने भाजपा की केंद्र सरकार के कामों को, और दिल्ली में बैठते हुए भी ओडिशा के लोगों के साथ जो अपनापन का नाता, सुख-दुख का साथ ये 10 साल में ओडिशा के गांव-गांव, घर-घर ये बात पहुंच चुकी थी। जब राज्य में हमारी सरकार भी नहीं थी। हमारी योजनाओं के नाम भी बदल दिए जाते थे। सबकुछ होता था, फिर भी ओडिसा के विकास के लिए पूरी लगन और ईमानदारी से हम लगातार काम करते रहे।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘बीजेपी की सरकारें इतनी सफल इसलिए होती हैं, क्योंकि हमने इस देश की आधी आबादी, महिलाएं, उनके विकास पर भी उतना ही तवज्जो दिया है, उतना ही महत्व दिया है। ओडिशा में भी हमारी सरकार बनते ही माताओं-बहनों के लिए कई बड़े कदम उठाए गए हैं। माता सुभद्रा का आशीर्वाद लेकर हमने सुभद्रा योजना शुरू की। ये योजना महिला सशक्तिकरण की पहचान बनेगी। जब हमारी माताएं-बहनें आर्थिक रुप से सशक्त होंगी, तो राज्य की अर्थव्यवस्था में उनका योगदान बढ़ेगा। मुझे खुशी है कि बीजेपी के प्रयासों से ओडिशा की आदिवासी बेटी द्रौपदी मुर्मू जी आज देश की राष्ट्रपति हैं। इससे पूरे देश के आदिवासी समाज का गौरव बढ़ा है। मुर्मू जी के देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने से हर वर्ग की बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ा है। एक आदिवासी बेटी की ये यात्रा आने वाली कई पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।’
उन्होंने कहा कि ‘ओडिशा में जनजातीय कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। ओडिशा के 13 आदिवासी समुदायों को पीएम जनमन योजना का लाभ मिल रहा है। आदिवासी बच्चों की पढ़ाई बीच में ना छूटे, इसके लिए उनके घर के पास ही स्कूल की सुविधा देने का प्रयास किया जा रहा है। ओडिशा के आदिवासी बहुल इलाके में एकलव्य मॉडल आवासीय स्कूल खोले गए हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘चुनाव के समय, मोदी ने आपको कहा था कि जो गारंटी मैं दूंगा, उसे तेजी से पूरा किया जाएगा। आज ओडिशा में हमारी सरकार, हर गारंटी को पूरा करने के लिए काम कर रही है। अब ओडिशा में धान की खरीदारी 3100 रूपए प्रति क्विंटल में की जा रही है। इसके लिए राज्य सरकार के बजट में 5 हजार करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है। पिछले हफ्ते राज्य सरकार ने बरगढ़ जिले से बढ़ी हुई दर से धान खरीदना शुरू कर दिया। इसी तरह हम अपनी हर गारंटी को तेजी से पूरा कर रहे हैं। इसलिए ही मैं फिर कहूंगा, मोदी की गारंटी, यानि गारंटी पूरी होने की गारंटी।’