प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार, 13 नवंबर को बिहार के दरभंगा में 12,100 करोड़ रुपये की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें दरभंगा एम्स सहित स्वास्थ्य, सड़क, रेल और ऊर्जा क्षेत्र की 25 परियोजनाएं शामिल हैं। दरभंगा में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की आधारशिला रखते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इससे बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि ‘हमारी सरकार देश की सेवा के लिए, लोगों के कल्याण के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रही है। दरभंगा में एम्स का सपना साकार होने की तरफ एक बड़ा कदम उठाया गया है। दरभंगा एम्स के निर्माण से बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा। इससे मिथिला, कोसी और तिरहुत क्षेत्र के अलावा पश्चिम बंगाल और आसपास के कई क्षेत्र के लोगों के लिए सुविधा होगी। नेपाल से आने वाले मरीज भी इस एम्स अस्पताल में इलाज करा सकेंगे। एम्स से यहां रोजगार-स्वरोजगार के अनेक नए अवसर बनेंगे।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘हमारे देश में सबसे बड़ी आबादी गरीब और मध्यम वर्ग की है, और बीमारी भी सबसे अधिक इन्हीं वर्गों को प्रभावित करती है। इस वजह से इलाज पर इनका खर्च भी बहुत ज्यादा होता है। हमारी सरकार देश में स्वास्थ्य को लेकर हॉलिस्टिक अप्रोच के साथ काम कर रही है। हमारा पहला कदम, हमारा फोकस बीमारी से बचाव पर है, दूसरा फोकस बीमारी की सही तरीके से जांच पर हैं, तीसरा फोकस है लोगों को मुफ्त और सस्ता इलाज मिले और सस्ती दवाएं मिले, हमारा चौथा फोकस है छोटे शहरों में भी इलाज की बेहतरीन सुविधाएं पहुंचाना। देश में डॉक्टरों की कमी को दूर करना और हमारा पांचवा फोकस है स्वास्थ्य सेवाओं में टेक्नोलॉजी का विस्तार करना।’
उन्होंने कहा कि ‘कोई परिवार नहीं चाहता कि उसके घर में कोई बीमार पड़े। शरीर स्वस्थ रहे इसके लिए आयुर्वेद, पोषक खान-पान का महत्व लोगों को बताया जा रहा है। फिट इंडिया मूवमेंट चलाया जा रहा है। ज्यादातर सामान्य बीमारियों की वजह गंदगी, दूषित खान-पान, खराब जीवनशैली होती है। इसलिए स्वच्छ भारत अभियान, हर घर शौचालय, नल से जल जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं। ऐसे आयोजनों से शहर तो स्वच्छ बनता ही है बीमारियां फैलने की गुंजाइश भी कम होती है।’
दरभंगा मे कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ‘ज्यादातर बीमारियों का अगर समय रहते इलाज शुरू कर दिया जाए तो उन्हें गंभीर होने से रोका जा सकता है, लेकिन महंगी जांच की वजह से अक्सर लोग बीमारी के बारे में जान ही नहीं पाते, इसलिए हमने देश भर में डेढ़ लाख से ज्यादा आयुष्मान आरोग्य मंदिर बनाएं हैं। इससे कैंसर, डायबिटीज जैसी अनेक बीमारियों के बारे में शुरू में ही पता लग सकता है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘आयुष्मान भारत योजना से अब तक देश में 4 करोड़ से अधिक गरीब मरीजों का इलाज हो चुका है। मुझे इस बात का संतोष है कि इनके जीवन के बहुत बड़ी चिंता एनडीए सरकार की योजना से दूर हुई। और इन गरीबों का इलाज सरकारी अस्पतालों के साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में भी हुआ है। आयुष्मान योजना से करोड़ों परिवारों को करीब सवा लाख करोड़ रुपए की बचत हुई है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘नीतीश बाबू के नेतृत्व में बिहार ने सुशासन का जो मॉडल विकसित करके दिखाया वो अद्भुत है। बिहार को जंगल राज से मुक्ति दिलाने में उनकी भूमिका उसकी जितनी सराहना की जाए वह काम है। एनडीए की डबल इंजन की सरकार बिहार में विकास को गति देने के लिए प्रतिबद्ध है। बिहार का तेज विकास, यहां का बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर और यहां के छोटे किसानों, छोटे उद्योगों को प्रोत्साहन देने से ही संभव होने वाला है। एनडीए सरकार इसी रोड मैप पर काम कर रही हैं। आज बिहार की पहचान यहां बनने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण, एयरपोर्ट, एक्सप्रेस-वे से मजबूत हो रही है।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘दरभंगा के बारे में कहा जाता है- पग-पग पोखरी माच मखान, मधुर बोल मुस्की मुख पान। इस क्षेत्र के किसानों, मखाना उत्पादकों और मछली पालकों का हित भी हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत बिहार के किसानों को 25,000 करोड़ रुपए से ज्यादा मिले हैं। मिथिला के किसानों को भी इस योजना का फायदा मिला है। हमारी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट स्कीम से यहां के मखाना उत्पादकों की पहुंच देश दुनिया के बाजारों तक हो रही है। मखाना उत्पादकों के हितों को ध्यान में रखते हुए मखाना अनुसंधान केंद्र को राष्ट्रीय संस्थान का दर्जा दिया गया है। मखाना को जीआई टैग भी मिला है। इसी तरह मत्स्य संपदा योजना के तहत अपने मछली पालक साथियों को हम हर स्तर पर मदद कर रहे हैं। मछली उत्पादकों को किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ मिलने लगा है। यहां जो मीठे पानी की मछली है उसका भी बहुत बड़ा बाजार है पीएम मत्स्य संपदा योजना से भी उन्हें बहुत मदद मिल रही है। भारत को हम विश्व के एक बड़े मछली निर्यातक देश के रूप में विकसित कर रहे हैं। इसका भी बहुत लाभ दरभंगा के मछली पालकों को मिलना तय है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ‘कोसी और मिथिला को बाढ़ से जो परेशानी होती है, उसको दूर करने के लिए भी हम ईमानदारी से काम कर रहे हैं। इस वर्ष के बजट में हमने बिहार की बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए एक विस्तृत प्लान घोषित किया है। मुझे विश्वास है नेपाल के साथ मिलकर हम इस समस्या को हल कर पाएंगे। इससे जुड़े 11,000 करोड़ रूपए से अधिक के प्रोजेक्ट पर भी हमारी सरकार काम कर रही है।’
उन्होंने कहा कि ‘हमारे सांस्कृतिक समृद्धि के दर्शन यहां दरभंगा में मिथिलांचल में कदम-कदम पर होते हैं। माता सीता के संस्कार इस धरती को समृद्ध करते हैं। एनडीए सरकार देश भर के एक दर्जन से अधिक शहरों को रामायण सर्किट से जोड़ रही है, इसमें हमारे दरभंगा भी शामिल है। इससे क्षेत्र में पर्यटन को बल मिलेगा। दरभंगा, सीतामढ़ी, अयोध्या रोड पर अमृत भारत ट्रेन से भी लोगों को बहुत मदद मिली है।’
उन्होंने यह भी कहा कि ‘आपसे बात करते हुए आज मैं दरभंगा स्टेट के महाराजा कामेश्वर सिंह जी के योगदान को भी याद कर रहा हूं। आजादी के पहले और बाद में भारत के विकास में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मेरे संसदीय क्षेत्र काशी में भी उनके कार्यों के बहुत चर्चा होती है। महाराजा कामेश्वर सिंह के समाज कार्य दरभंगा का गौरव है, हम सभी के लिए प्रेरणा है।’