देश में कोरोना संक्रमण की वजह से ऑक्सीजन की मांग काफी बढ़ गई है। इस मांग को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में मंत्रियों का एक समूह दिन-रात काम कर रहा है। विदेशों से आई ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की पहली खेप के वितरण का काम भी तेजी से किया जा रहा है। मोदी सरकार ने एक उच्च स्तरीय मिनिस्ट्रियल ग्रुप बनाया है, जो वितरण की पूरी प्रक्रिया पर निगरानी रख रहा है।
विभिन्न सरकारी एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय बनाने के लिए एक नोडल मंत्रालय, स्वास्थ्य, वाणिज्य, आंतरिक व्यापार, परिवहन मंत्रालय के साथ साथ एमएचए भी काम कर रहा है। विदेशों से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खेप आने के बाद इसकी सूचना अधिकार प्राप्त समिति-11 को दी जाती है, जिसमें 10 सदस्य होते हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों की सलाह से सामग्री वितरित की जाती है। सड़क और परिवहन मंत्रालय को इन सामग्रियों की आपूर्ति की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। जिसके बाद बाद उन्हें जल्द से जल्द विभिन्न स्थानों पर पहुंचा दिया जाएगा।
बताया गया है कि स्वास्थ्य मंत्रालय के पास प्रत्येक खेप के लिए योजना है। लेकिन अभी ये ज्यादातर सरकारी अस्पतालों में जा रहे हैं। मुंबई आने के अलावा, जर्मनी की एक खेप भी गुरुवार को दिल्ली लैंड हुई। अपोलो अस्पताल ने भी पहले ही घोषणा कर दी थी कि उन्हें गुरुवार को जर्मनी से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खेप मिली है।
अमेरिका से 280 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर के साथ मेडिकल सामानों की पहली खेप आज सुबह भारत पहुंची। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने यूएस का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह महामारी के खिलाफ लड़ाई में हमारी साझा प्रतिबद्धता को दिखाती है।
अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट कर मेडिकल उपकरण की तस्वीरें साझा कीं और कहा, “संयुक्त राज्य अमेरिका से कई आपातकालीन COVID-19 राहत शिपमेंट की पहली खेप भारत आ गई है! 70 वर्षों से अधिक समय तक दोनों देशों के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका आज भारत के साथ खड़ा है। हम COVID-19 महामारी से एक साथ लड़ रहे हैं।”
The first of several emergency COVID-19 relief shipments from the United States has arrived in India! Building on over 70 years of cooperation, the United States stands with India as we fight the COVID-19 pandemic together. #USIndiaDosti pic.twitter.com/OpHn8ZMXrJ
— U.S. Embassy India (@USAndIndia) April 30, 2021
गौरतलब है कि मोदी सरकार ने पीएम केयर्स फंड से एक लाख पोर्टेबल ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने की मंजूरी दी है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर वह मशीन है, जो हवा को अपने भीतर लेकर उसमें से अन्य गैसों को अलग करके शुद्ध ऑक्सीजन की आपूर्ति करता है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को घरेलू ऑक्सीजन प्लांट भी कहा जा सकता है। घर पर रहकर इलाज करा रहे लोगों के लिए ये एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है।