बिहार में भाजपा के सहयोग से नीतीश कुमार छठी बार मुख्यमंत्री बन गए हैं। बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने, तेजस्वी मामले पर गठबंधन सहयोगी लालू प्रसाद से अलग होने और गुरुवार को फिर से मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के बीच राजनीतिक घटनाक्रम काफी तेजी से बदला। गुरुवार सुबह राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने नीतीश कुमार को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथग्रहण समारोह के तुरंत बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार और सुशील कुमार मोदी को बधाई दी। प्रधाानमंत्री मोदी ने इसके साथ ही बिहार के उज्जवल भविष्य की कामना भी की।
Congratulations to @NitishKumar ji & @SushilModi ji. Looking forward to working together for Bihar’s progress & prosperity.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 27, 2017
नीतीश कुमार शुक्रवार को सदन में बहुमत साबित करेंगे। शुक्रवार को बिहार विधानसभा का एक दिवसीय विशेष सत्र बुलाया गया है जिसमें नीतीश कुमार विश्वास मत हासिल करेंगे। नीतीश कुमार ने 132 विधायकों के समर्थन का दावा किया है जिसमें से 71 विधायक जदयू के, 53 भाजपा के, दो रालोसपा के, दो एलजीपी के, एक एचएएम का और तीन निर्दलीय विधायक हैं। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 विधायकों का समर्थन जरूरी है।
लालू यादव के बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी सहित यादव परिवार के कई लोगों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर नीतीश असहज स्थिति का सामना कर रहे थे। आखिरकार बुधवार रात नीतीश कुमार ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
शपथ ग्रहण करने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हमने जो भी फैसला किया है वह बिहार और उसकी जनता के पक्ष में होगा। यह राज्य के लिए विकास और न्याय सुनिश्चित करेगा। मैं यह सुनिश्चित करता हूं कि हमारी प्रतिबद्धता बिहार की जनता के प्रति है। जबकि उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि विकास हमारी प्राथमिकता है और हम बिहार को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।