कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब में बिजली कटौती के मुद्दे पर अपनी ही पार्टी की अमरिंदर सिंह सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सिद्धू ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कि अगर सही दिशा में कोशिश करें तो पंजाब में बिजली कटौती की जरूरत नहीं पड़ेगी। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद सिद्धू ने अमरिंदर सिंह पर यह हमला बोला है। कांग्रेस नेता सिद्धू में एक के बाद एक करके सिलसिलेवार कई ट्वीट किए। राज्य में जारी भीषण बिजली संकट पर सिद्धू ने ट्वीट कर कहा कि बिजली की लागत, कटौती, बिजली खरीद समझौते और पंजाब के लोगों को मुफ्त और 24 घंटे बिजली देने का सच क्या है। अगर हम सही दिशा में काम करेंगे तो राज्य में बिजली कटौती की कोई जरूरत नहीं है। सीएम को ना तो ऑफिस टाइमिंग बदलना होगा और ना ही आम लोगों को एसी के इस्तेमाल पर कोई नियम लाना पड़ेगा।
Truth of Power Costs, Cuts, Power Purchase Agreements & How to give Free & 24 hour Power to the People of Punjab:- 1. There is No need for Power-Cuts in Punjab or for the Chief Minister to regulate office timings or AC use of the Common People … If we Act in the right direction
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
सिद्धू ने ज्यादा दाम पर बिजली खरीद को लेकर अमरिंदर सरकार को घेरे में लेते हुए लिखा कि पंजाब 4.54 प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली खरीद रहा है। राष्ट्रीय औसत रु. 3.85 प्रति यूनिट और चंडीगढ़ प्रति यूनिट 3.44 रुपये का भुगतान कर रहा है। तीन निजी ताप संयंत्रों पर अति-निर्भरता के कारण पंजाब को अन्य राज्यों की तुलना में 5-8 रुपये प्रति यूनिट अधिक भुगतान करना पड़ता है।
2. Power Purchase Costs – Punjab is buying Power at average cost of Rs. 4.54 per unit, National Average is Rs. 3.85 per unit & Chandigarh is paying Rs. 3.44 per unit. Punjab’s over-dependence on 3 Private Thermal Plants at Rs. 5-8 per unit makes Punjab pay more than other states
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
कांग्रेस नेता सिद्धू ने कहा कैप्टन अमरिंदर सिंह की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पंजाब की प्रति यूनिट बिजली खपत का राजस्व भारत में सबसे कम है, जो बिजली खरीद और सप्लाई सिस्टम के मिसमैनेजमेंट के कारण है। राज्य में 9000 करोड़ रुपये से अधिक की सब्सिडी के बाद भी पीएसपीसीएल को प्रति यूनिट एक्स्ट्रा 0.18 पैसे का भुगतान करता है।
6. Punjab’s revenue per unit of consumption is one of the lowest in India, due to gross mismanagement of the complete power purchase & supply system … PSPCL pays Rs. 0.18 per unit “Extra” on every unit supplied, even after receiving over 9000 Crore in Subsidy from the State.
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021
पंजाब सरकार पर वार करते हुए सिद्धू ने कहा कि निजी थर्मल संयंत्र को अनुचित और अत्यधिक लाभ के बजाए इस धन का उपयोग लोगों के कल्याण के लिए किया जाना चाहिए। जिसमें घरेलू उपयोग के लिए 300 यूनिट तक बिजली सब्सिडी देना, 24 घंटे की सप्लाई, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल में निवेश करना शामिल है।
9. Punjab Model for Power – Money spent on giving unreasonable & exuberant profits to Private Thermal Plants should be utilised for welfare of People i.e Giving Power Subsidy for Free Power for Domestic use (Upto 300 Units), 24 hours supply & to invest in Education & Healthcare !
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) July 2, 2021