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मुलायम सिंह की छोटी बहू बीजेपी में शामिल, यूपी की महिलाओं को मिला संदेश, बीजेपी की सरकार में मिलेगी पूरी सुरक्षा

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मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव बुधवार (19 जनवरी, 2022) को बीजेपी में शा​मिल हो गईं। नई दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और यूपी बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में उन्होंने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ की। हालांकि उन्होंने बेहद संक्षेप में अपनी बात रखी, लेकिन यूपी की महिलाओं को बड़ा संंदेश दिया।

अपर्णा ने की प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ

अपर्णा यादव ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा, ”मैं हमेशा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली से प्रभावित रही हूं। चाहे वह स्वच्छ भारत मिशन हो चाहे वह महिलाओं के लिए स्वावलंबी जीवन हो, चाहे वह रोजगार हो, मैं हमेशा से बीजेपी की योजनाओं से प्रभावित रहती हूं। जो भी कर सकूंगी अपनी क्षमता से करूंगी।”

बीजेपी ने अखिलेश यादव के परिवार में लगाई सेंध

अपर्णा के माध्यम से बीजेपी ने समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के घर में सेंध लगा कर बड़ा झटका दिया है। जहां अखिलेश यादव योगी सरकार के मंत्रियों और विधायकों को तोड़कर जनता में संदेश देना चाहते थे कि अब बीजेपी का जनाधार खत्म हो रहा है और जनता उन्हें सीएम बनाने का मूंड बना चुकी है। लेकिन बीजेपी ने एक कदम आगे बढ़ते हुए मुलायम सिंह यादव के परिवार को ही दो फाड़ कर दिया और जनता को संदेश दिया कि अखिलेश यादव अपने परिवार की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं। 

“जो परिवार नहीं संभाल सका, सरकार क्या बनाएगा”

यूपी बीजेपी के अध्यक्ष रहे लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने अपर्णा के बीजेपी में शामिल होने के बाद मुलायम सिंह परिवार पर तंज भी कसा। वाजेपीय ने कहा कि आज यादव परिवार की बहू भारतीय जनता पार्टी के साथ है। जो अपना परिवार नहीं संभाल सका और सरकार क्या बनाएगा। अखिलेश यादव को तो हार मान लेनी चाहिए। अभी तो देखते रहिए। कल एक और बड़ी शख्सियत लखनऊ में पार्टी जॉइन करेगा। अपर्णा के आने से पार्टी मजबूत होगी और पूरे राज्य में अच्छा संदेश जाएगा। योगी आदित्यनाथ के राज में ही बहू-बेटियां सुरक्षित हैं। अब ये सब मान रहे हैं।

योगी राज में महिलाएं ज्यादा सुरक्षित

उधर अपर्णा यादव के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी उत्तर प्रदेश की महिलाओं को संदेश दिया है कि आज महिलाएं बीजेपी को प्राथमिकता दे रही है। बीजेपी के शासन में ही राज्य की महिलाएं सुरक्षित रह सकती है, जबकि समाजवादी पार्टी के शासन में गुंडागर्दी को इतना महत्व दिया जाता है कि यूपी में कोई बेटी, बेटा या किसान सुरक्षित नहीं रहता है। अखिलेश यादव के शासन में उनसे ज्यादा तो आजम खां की चलती थी, जो गुंडों को छुड़ाने के लिए फोन कर दिया करते थे।

अखिलेश ने किया था अपर्णा का विरोध 

गौरतलब है कि अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव की दूसरी पत्नी साधना सिंह के बेटे प्रतीक यादव की पत्नी हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में अपर्णा को मुलायम की इच्छा के हिसाब से ही लखनऊ कैंट विधानसभा से टिकट दिया गया था। सूत्रों के मुताबिक, इस बात को लेकर अखिलेश ने नाराजगी जताई थी। यहां तक कि अखिलेश गुट के नेताओं ने अपर्णा के खिलाफ प्रचार किया था। इससे पहले 2014 में प्रतीक यादव के राजनीतिक करियर की शुरुआत को भी अखिलेश ने रोका था। अपर्णा के करीबी मानते हैं कि मुलायम की राजनीतिक विरासत में जिस तरह से दोनों बेटों को हिस्सा मिलना चाहिए था, वैसे नहीं मिला।

 

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