बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी एग्जिट पोल को गलत साबित कर दिया है, वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ‘मोदी मैजिक’ ने राजनीतिक पंडितों और विश्लेषकों को हैरान कर दिया है। बिहार में बीजेपी के प्रति लहर चल रही थी, लेकिन किसी राजनीतिक पंडित को यह दिखाई नहीं दिया। बीजेपी को 74 सीटों पर जीत उस समय मिली है, जब कोविड-19 महामारी की वजह से विश्व के अधिकतर राजनेताओं की लोकप्रियता प्रभावित हुई है। इस नतीजे ने साबित कर दिया है कि कोविड के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बरकरार है।
Covid-19 has crushed the approval ratings of most world leaders but not @narendramodi‘s. Bihar elections show a strong swing towards @BJP4India. This is a shift the opinion polls and pundits did not see coming. https://t.co/9TjlAy0ktf pic.twitter.com/0C2oDLabLE
— Eric Bellman (@EricBellmanWSJ) November 11, 2020
इस ट्वीट में एक ग्राफ के जरिए बताया गया है कि अप्रैल से नवंबर महीने के दौरान कोविड-19 की वजह से ब्राज़ील के राष्ट्रपति ज़ायर बोलसोनारो, ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की लोकप्रियता में गिरावट दर्ज की गई है, जबकि प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बेहतर रही है। उसका भी फायदा एनडीए गठबंधन को मिला है। प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए के पक्ष में माहौल बनाने के लिए बिहार में लगातार रैलियों को संबोधित किया।
बिहार के चुनाव नतीजों ने साबित कर दिया कि कोविड-19 महामारी के बावजूद देश में सत्तारूढ़ पार्टी की लोकप्रियता प्रभावित नहीं हुई है। कोविड-19 ने देश में 8.5 मिलियन से अधिक लोग संक्रमित किया है और अर्थव्यवस्था को भी प्रभावित किया है। इसके बावजूद बिहार में बीजेपी ने कुल 110 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिनमें से 74 पर जीत हासिल की। उसकी सफलता की दर 65 प्रतिशत से ऊपर है। यहां तक कि बिहार में वोट शेयर के लिहाज से बीजेपी का ग्राफ भी बढ़ा है।
बिहार के चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता ने अहम रोल अदा किया। नतीजों से साफ होता है कि ब्रांड मोदी का प्रभाव कम नहीं हुआ है। केंद्र की योजनाओं ने भी लोगों को अपनी तरफ खींचा। महामारी के दौरान उज्ज्वला योजना के तहत मुफ्त गैस, गरीब कल्याण योजना के तहत फ्री अनाज और किसान सम्मान निधि योजनाओं के पक्ष में जनता ने मतदान किया। प्रधानमंत्री मोदी में महिला वोटरों ने भरोसा कायम रखा।
बिहार चुनाव ने फिर साबित कर दिया है कि भारत में भरोसे की राजनीति के सबसे बड़े ब्रांड एंबेसडर प्रधानमंत्री मोदी हैं। बिहार की चुनावी रैलियों में मोदी ने जो कहा, लोगों ने उस पर वोट दिया। बीजेपी भले नीतीश के नेतृत्व में चुनाव लड़ी, लेकिन पूरे चुनाव के नेतृत्व नरेन्द्र मोदी ही कर रहे थे। बिहार चुनाव में बीजेपी की जीत कोरोना के वक्त मोदी सरकार के काम पर मुहर है। चीन की गुरुर की गर्दन तोड़ने पर पहला जनमत है और आत्मनिर्भर भारत के अभियान पर विजय दस्तक है।