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कांग्रेस सरकार के अत्याचार पर सोनिया गांधी की चुप्पी से उठे सवाल, कंगना ने पूछा- मेरे संग हुए बर्ताव से आपको गुस्सा नहीं आता?

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अभिनेत्री कंगना रनौत के ऊपर हो रहे अत्याचार को लेकर अब शिवसेना के साथ कांग्रेस की चुप्पी पर भी सवाल उठने लगे हैं। कंगना ने अब सीधा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पर निशाना साधा है। कंगना रनौत ने ट्वीट करते हुए सोनिया गांधी से पूछा कि जिस तरह से आपकी महाराष्ट्र सरकार मेरे साथ सुलूक कर रही है क्या एक महिला होने के नाते आपको गुस्सा नहीं आता? क्या आप आंबेडकर द्वारा दिए गए संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए अपनी पार्टी से कह नहीं सकतीं?

एक के बाद एक कई ट्वीट करते हुए कंगना ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से यह भी कहा कि आप पश्चिम में पली-बढ़ी हैं और यहां भारत में रहती हैं। आप महिलाओं के संघर्ष से अवगत होंगी। जब आपकी खुद की सरकार महिलाओं का उत्पीड़न कर रही है और कानून और व्यवस्था का मजाक बना रही है, ऐसे में इतिहास आपकी चुप्पी और उदासीनता को जरूरी याद रखेगा। मुझे उम्मीद है कि आप दखल देंगीं।

कंगना ने अपने ट्वीट की शुरुआत बाल ठाकरे के वीडियो से की और लिखा कि ग्रेट बाला साहब ठाकरे, मेरे पसंदीदा आइकनों में से एक हैं, उनका सबसे बड़ा डर था कि किसी दिन शिवसेना गुटबंधन करेगी और कांग्रेस बन जाएगी। मैं जानना चाहती हूं कि पार्टी की ये दशा देखकर उनको आज क्या महसूस हो रहा होगा?

सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले में जांच को लेकर शुरू कंगना रनौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच की लड़ाई मुंबई पुलिस से होते हपए बीएमसी तक पहुंच गई। शिवसेना के प्रभुत्व वाले बीएमसी ने 9 सितंबर को मुंबई स्थित कंगना का दफ्तर तोड़ दिया।

उद्धव ठाकरे पर कंगना का तंज- बाला साहेब की विचारधारा को बेच शिव सेना से सोनिया सेना बना दिया
इसके पहले कंगना रनौत ने उद्धव ठाकरे पर तंज कसते हुए कहा कि जिस विचारधारा पे श्री बाला साहेब ठाकरे ने शिव सेना का निर्माण किया था आज वो सत्ता केलिए उसी विचारधारा को बेच कर शिव सेना से सोनिया सेना बन चुके हैं, जीन गुंडों ने मेरे पीछे से मेरा घर तोड़ा उनको सिविक बॉडी मत बोलो, संविधान का इतना बड़ा अपमान मत करो.”

एक अन्य ट्वीट में उद्धव ठाकरे की बखिया उधेड़ते हुए कंगना ने कहा कि तुम्हारे पिताजी के अच्छे कर्म तुम्हें दौलत तो दे सकते हैं मगर सम्मान तुम्हें खुद कमाना पड़ता है, मेरा मुंह बंद करोगे मगर मेरी आवाज़ मेरे बाद सौ फिर लाखों में गूंजेगी, कितने मुंह बंद करोगे? कितनी आवाज़ें दबाओगे? कब तक सच्चाई से भागोगे तुम कुछ नहीं हो सिरर्फ वंशवाद का एक नमूना हो।’

कंगना ने इसके साथ ही बीएमसी की कार्रवाई को लोकतंत्र की हत्या करार दिया।

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