दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल गुजरात विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी सियासी तिकड़म अपना रहे हैं। पार्टी और सरकार में पद का लालच देकर पहले नेताओं को अपनी पार्टी से जोड़ा। इसके बाद जनता को मूर्ख बनाने के लिए रेवड़ी बांटने के साथ-साथ जाति और धर्म का कार्ड भी खेल रहे हैं। लेकिन चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आते जा रहा है, वैसे वैसे केजरीवाल की सियासी तिकड़म से पर्दा भी उठता जा रहा है। इस बीच राजकोट ईस्ट के कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधायक इंद्रनील राजगुरु ने आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
#GujaratElections2022 : गुजरात कांग्रेस ने जारी की उम्मीदवारों की तीसरी लिस्ट, राजकोट पूर्व से इंद्रनील राजगुरु को मिला टिकट@INCGujarat #indranilrajyaguru #Rajkot #Vibesofindia pic.twitter.com/AaoEzXoTPu
— Vibes of India (@vibesofindia_) November 11, 2022
AAP को पैसे देता गया, मेरी तस्वीरें बढ़ती गईं- राजगुरु
इंद्रनील राजगुरु ने अरविंद केजरीवाल के बारे में बताया कि केजरीवाल जी नेता नहीं, व्यापारी हैं। मैंने पैसे दिए तो पोस्टर में मेरी फोटो तीसरे नंबर पर लग गई। एक बार नहीं दिया तो फोटो हट गई। फिर पैसे दिया तो मेरी तस्वीरें बढ़ती गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी पैसे लेकर टिकट देती है। केजरीवाल बातें कुछ और करते हैं, उनकी वास्तविकता कुछ और होती है। वे जानबूझकर आम लोगों को टिकट देते हैं ताकि वे इसका प्रचार कर सकें।
‘आम आदमी पार्टी तो और बड़ी झूठी पार्टी है’
आम आदमी पार्टी में शामिल होने के मामले में इंद्रनील राजगुरु ने कहा कि वहां जाने के बाद पता चला कि यह तो और बड़ी झूठी पार्टी है। केजरीवाल कहते हैं कि वे भ्रष्टाचार को कम करेंगे। लेकिन उनकी सभाओं के लिए पैसा कहां से आता है। भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल प्राइवेट प्लाइट से यहां आए थे। वहां मैंने उनके पास बहुत सारा पैसा देखा। तब मैंने उनसे पूछा भी कि इतना पैसा कैसे आ गया आपके पास। इसके बाद भी आप पैसे मांगते रहते हो। लेकिन उन्होंने बताने से मना कर दिया।
AAP पर चुनाव में 2 नम्बर का पैसा लगाने का आरोप
केजरीवाल के सहयोगी रहे इन्द्रनील राजगुरु ने केजरीवाल द्वारा 2 नम्बर का पैसा गुजरात चुनाव में लगाने कि बात स्वीकार की। एक एक रैली में करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, जनता को भ्रमित करने के लिए मध्यप्रदेश और दिल्ली से लोगों को लाया गया है। मैं आप की पार्टी में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए गया था। लेकिन ये आदमी बस साधारण कपड़े पहना है। उनके कई चेहरे हैं। उनके पास पैसा है। रही बात अस्पताल और स्कूलों की तो गुजरात में यह सब बहुत पहले से है।
*केजरीवाल के सहयोगी रहे इन्द्रनील राजगुरु ने केजरीवाल द्वारा 2 नम्बर का पैसा गुजरात चुनाव में लगाने कि बात स्वीकार कि,एक एक रैली में करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं, जनता को भ्रमित करने के लिए मध्यप्रदेश और दिल्ली से लोगों को लाया गया है, उनको रहने खाने कि व्यवस्था की जा रहा है pic.twitter.com/Rp0S9Y2keU
— Vikul malik (@Vikulmalik15) November 14, 2022
‘AAP छोड़ने के बाद तस्वीर पर स्याही लगवा दी गई’
इंद्रनील ने कहा कि जब मैंने पार्टी छोड़ी तो पांच लोगों को भेजकर मेरी तस्वीर पर स्याही लगवा दी गई। ये पार्टी के संस्कार बताती है। गुजरात की जनता सब कुछ समझ रही है। मैंने अपने सोशल मीडिया पर वह तस्वीर शेयर की थी ताकि लोग जान सकें ये पार्टी कैसी है।
‘कांग्रेस ने विकल्प बनने की क्षमता खो दी है’
इंद्रनील अप्रैल 2022 में कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हो गये थे। इसके बाद इंद्रनील राजगुरु को आम आदमी पार्टी का राष्ट्रीय संयुक्त सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। आम आदमी पार्टी में शामिल होने के बाद इंद्रनील राज गुरु ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने एक विकल्प बनने की क्षमता खो दी है। कांग्रेस में बीजेपी को हराने की इच्छाशक्ति की कमी है। लेकिन गुजरात चुनाव से ठीक पहले वे वापस पुरानी पार्टी पहुंच गये।
दिल्ली: कांग्रेस नेता इंद्रनील राजगुरु और वाशरंभाई सगथिया आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए। pic.twitter.com/cYIL3SclNG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 14, 2022
गौरतलब है कि इंद्रनील राजगुरू, गुजरात के सौराष्ट्र जिले में कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं। राजगुरु ने 2012 में राजकोट पूर्व सीट से कांग्रेस विधायक के रूप में जीत हासिल की थी। 2017 के चुनाव में इंद्रनील ने पूर्व सीएम विजय रुपानी के खिलाफ राजकोट में चुनाव लड़ा था। वह सौराष्ट्र क्षेत्र के दिग्गज नेता माने जाते हैं। 2018 में राजगुरु ने यह दावा करते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था कि वह पार्टी संगठन के कामकाज से नाखुश हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पार्टी कार्यकर्ताओं को दंडित करने के बजाय पदोन्नत किया गया था। राजगुरु 2019 में कांग्रेस में फिर से शामिल हो गए और 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी के उम्मीदवारों के लिए प्रचार भी किया था।