दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के झूठे वादे की जब पोल खुल जाती है तो उनकी भाषा कितनी अभद्र हो जाती है यह देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे। आज से कुछ 10 दिन पहले हिमाचल में चुनाव प्रचार के लिए केजरीवाल सोलन पहुंचे। वहां केजरीवाल के रोड शो में पंजाब के टीचर अपनी मांगों को लेकर पहुंच गए। इसके बाद आप कार्यकताओं मे टीचरों के साथ बदसलूकी और मारपीट की गई। इसके बाद हुए हंगामे के बाद केजरीवाल की गलत टिप्पणी पर पंजाब के शिक्षक भड़क गए। इन्होंने केजरीवाल पर दोगली नीति अपनाने का आरोप लगाया। भड़कते हुए कहा कि पहले उन्हें पंजाबी टीचर और बाद में भाड़े का टट्टू कहा गया। इसी से पता चलता है कि केजरीवाल हम शिक्षकों को क्या समझते हैं। यही नहीं आप की पंजाब सरकार भी हम शिक्षकों के साथ भेदभाव ही कर रही है। रोड शो में हंगामे के बाद केजरीवाल ने अपनी मांगों को लेकर शिक्षकों को दिलासे की जगह उन्हीं पर भड़ास निकाली। केजरीवाल ने कहा, ” ये जो आए हैं, ये पंजाब के टीचर नहीं हैं, उनके भाड़े के टट्टू हैं, उनके भाड़े के गुंडे हैं”।
दिल्ली में प्रदूषण हैं, क्योकि @ArvindKejriwal की सोच और भाषा भी दूषित है,
सुनिए, दिल्ली के CM केजरीवाल की अभद्र भाषा pic.twitter.com/zbTbbyyAnr
— Ashish Sood (@ashishsood_bjp) November 10, 2022
केजरीवाल ने 2016 में पुलिसकर्मियों को ठुल्ला कहा था
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2016 में दिल्ली पुलिसकर्मियों को ठुल्ला कहा था। इस पर दिल्ली पुलिस के एक कांस्टेबल ने मानहानि की याचिका दायर की थी। याची ने आरोप लगाया कि एक साक्षात्कार के दौरान मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को ठुल्ला कहा, इससे उनकी मानहानि हुई है। गोविंदपुरी थाने में तैनात कांस्टेबल हरविंद्र ने साकेत अदालत में दायर याचिका में कहा कि केजरीवाल की टिप्पणी से वह अपमानित महसूस कर रहा है। मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को नीचा दिखाने के लिए ठुल्ला शब्द का प्रयोग किया है जो आम लोगों की नजर में अपमानजनक है। इस प्रकार की टिप्पणी से आम लोगों, उनके परिवार, रिश्तेदारों व मित्रों की नजर में उसकी प्रतिष्ठा कम हुई है। सिपाही ने कहा कि केजरीवाल ने जानबूझ कर पूरी दिल्ली पुलिस फोर्स का अपमान करने व उनको उत्तेजित करने के लिए इस प्रकार की टिप्पणी की है। केजरीवाल भारत की राजधानी के मुख्यमंत्री पद पर हैं और यह पद संवैधानिक है। ऐसे में उनके द्वारा इस प्रकार ठुल्ला कहने से आम लोगों की नजर में पुलिस के प्रति गलत प्रभाव पड़ेगा। मुख्यमंत्री द्वारा पुलिसकर्मियों के प्रति इस तरह के अपमानजनक शब्द का उपयोग करना शालीनता की सभी हदें पार कर गया है।
केजरीवाल ने कहा- उन सालों ने हमें हराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी
एक स्टिंग आपरेशन में केजरीवाल कुछ इस भाषा में बात कर रहे हैं…तुम्हारी अच्छी टीम जो कह रहे हो न…उन सालों ने हमें हराने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी दिल्ली के अंदर। उनको साथ लेकर चलें…किसी और पार्टी में होते तो उनके पीछे लात मारकर पार्टी से बाहर निकाल देते सालों को।
डंडे की कमी नहीं है और डंडों की साइज में भी कमी नहींः केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बिजली कटौती के मसले पर 2016 में धमकी देते हुए कहा कि इसके लिए जिम्मेदार बिजली कंपनियों को डंडे के जोर पर ठीक किया जाएगा। बिजली की समस्या पर जनता से मुखातिब हुए केजरीवाल ने कहा कि वह चिंता न करे क्योंकि उनकी सरकार बिजली कंपनियों के खिलाफ सख्ती करने में कोई कमी नहीं कर रही है। हालांकि इस दौरान उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया उसे विवादास्पद माना जा रहा है और यही वजह है कि उनके इस बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि ऐसी भाषा एक मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देती है। केजरीवाल ने कहा था- डंडा दिखा रहे हैं हम। डंडे की कमी नहीं है और डंडों की साइज में भी कमी नहीं है।
केवल आम आदमी पार्टी है जिससे BJP की पैंट गीली होती है।
BJP के Top के दोनों नेता AAP से डरते हैं। ?#केजरीवाल_से_मोदी_डरता_है pic.twitter.com/G33WGkT6gD
— AAP (@AamAadmiParty) July 19, 2022
केवल आम आदमी पार्टी है, जिससे इनकी पैंट गीली होती हैः केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने महाराष्ट्र या शिवसेना का नाम लिए बिना विधानसभा में कहा था, ”पूरे देश के अंदर आज एक एक करके सारी पार्टियां टूटी जा रही हैं। सारी पार्टयां झुकती जा रही हैं। सारी पार्टियां गरिती जा रही हैं। इन्होंने सबको तोड़ लिया। पूरा देश आम आदमी पार्टी की ओर देख रहा है। केवल आम आदमी पार्टी है, जिससे इनकी पैंट गीली होती है। केवल आम आदमी पार्टी है जिससे इनके टॉप के दोनों नेता डरते हैं।”
केंद्र का पैसा किसी के पिता जी का पैसा नहीं
अरविंद केजरीवाल ने एक इंटरव्यू में कहा कि केंद्र का पैसा किसी के पिता जी का पैसा थोड़े न है। केंद्र का पैसा भी हमारा पैसा है।
इन लोगों को लगता है इनके बाप का माल है
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक अफसर को अपशब्द तक कह डाले। केजरीवाल 25 जुलाई 2018 को कठपुतली कॉलोनी से विस्थापित लोगों का हाल जानने आनंद पर्वत ट्रांजिट कैंप पहुंचे थे। वहां मौजूद लोगों ने जब सीएम से कहा कि उन्हें काफी परेशानी हो रही है, और कंपनी के अधिकारी ठीक से काम नहीं करते हैं। तो केजरीवाल ने कहा कि इन लोगों को लगता है कि इनके बाप का माल है। अधिकारी से बात करते वक्त केजरीवाल गुस्से से लाल नजर आए।
बीजेपी वालों औकात में रहो वर्ना जूते पड़ेंगे
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2018 में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेताओं और कार्यताओं को चेतावनी दी। उन्होंने बीजेपी नेताओं को औकात में रहने की नसीहत देते हुए जूते लगने तक की चेतावनी दी। बीजेपी को निशाने पर लेते हुए केजरीवाल ने कहा, ‘ये बीजेपी वालों को भी चेतावनी देता हूं कि औकात में रहो दिल्ली की जनता से पंगे मत लो, वर्ना ऐसे जूते पड़ेंगे कि शक्ल ध्यान नहीं रहेगी।’
केजरीवाल उस गालीबाज शराबी की तरह हैं जो जब भी पकड़ा जाता हैं तो हाथ जोड़कर कहता हैं अब कभी गाली नहीं दूंगा
दूर भागकर फिर गन्दी गन्दी गालियां बकता हैं
पांच साल सिर्फ गाली देने वाला आज जब जनता की पकड़ में आया तो कहने लगा गाली नहीं दूंगा जी https://t.co/wKUBLVYYTd
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) January 6, 2020