Home समाचार प्रधानमंत्री मोदी कैसे मनाते हैं दिवाली, देखिए पिछले सात वर्षों की यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी कैसे मनाते हैं दिवाली, देखिए पिछले सात वर्षों की यात्रा

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिवाली के त्योहार को खास तरीके से मनाते हैं। 2014 में सत्ता संभालने के बाद से ही प्रधानमंत्री मोदी अलग-अलग जगहों पर देश की सुरक्षा में तैनात जवानों के साथ दिवाली मनाते आए हैं। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरू की गई यह परंपरा आगे भी जारी है। इस बार प्रधानमंत्री मोदी जम्मू संभाग के राजौरी में जवानों के साथ दिवाली मनाएंगे। उच्च पदस्थ सूत्राें के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी दिवाली पर नियंत्रण रेखा की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली नौशहरा ब्रिगेड में आएंगे। जहां प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर क्षेत्र में सुरक्षा के प्रबंधों को कड़ा कर दिया गया है, वहीं प्रधानमंत्री के आने की खबर से सेना के जवानों का हौसला सातवें आसमान पर है। आइए आगे आपको बताते हैं कि बीते 7 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दिवाली के त्योहार को कहां और किस तरह मनाया।

2020- पीएम मोदी ने लोंगेवाला में जवानों के साथ मनाई दीपावली

पिछले छह सालों की तरह सेना के जवानों के साथ दीपावली मनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 14 नवंबर, 2020 को राजस्थान के जैसलमेर स्थित लोंगेवाला चौकी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जवानों को दीपावली की शुभकामनाएं देने के अलावा उनके जज्बे को सलाम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने लोंगेवाला चौकी पर जवानों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जितना अधिक समय मैं आपके साथ बिताता हूं, देश की सेवा और रक्षा करने का मेरा संकल्प उतना मजबूत होता है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसके साथ ही जैसलमेर में टैंक की सवारी करके भारतीय सेना की ताकत का मुआयना किया। प्रधानमंत्री मोदी ने टैंक से जवानों का अभिवादन स्वीकार किया और उनकी हौसला आफजाई की। टैंक पर सवारी करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों के बीच मिठाई बांटी। इस दौरान महिला सैन्य कर्मी भी मौजूद रहीं। लोंगेवाला चौकी पर जवानों के बीच दिवाली मनाए जाने की कुछ तस्वीरें-

2019- जम्मू-कश्मीर के राजौरी में जवानों के साथ मनाई दीपावली

27 अक्टूबर, 2019 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में जवानों के साथ दीपावली मनाई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को मिठाई खिलाई और उन्हें संबोधित भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह परंपरा है कि दिवाली का त्योहार अपने परिवारवालों के साथ मनाया जाता है। मैंने यह निर्णय लिया कि मैं यह त्योहार अपने परिवार के साथ मनाऊंगा। इसलिए मैं आप लोगों के साथ मनाने आया, आप मेरा परिवार हैं।” राजौरी और पठानकोट में जवानों के बीच दिवाली मनाए जाने की कुछ तस्वीरें-

2018- उत्तरकाशी में सेना और ITBP के जवानों के बीच मनाई दिवाली

2018 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सेना और ITBP के जवानों के बीच दिवाली मनाई थी। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय वायु सेना के एक विशेष विमान से हर्षिल गांव पहुंचे। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को अपने हाथ से मिठाई भी खिलाई। हर्षिल जालंधरी गढ़, भागीरथी नदी और पहाड़ियों के निचली सतह के संगम पर स्थित है। इस मौके पर सेना और आईटीबीपी के जवानों को बधाई देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुदूर बफीर्ली चोटियों पर आपका अपने कर्तव्य के प्रति समर्पण भाव पूरे देश को ताकत देता है और यह 125 करोड़ भारतीयों के सपनों और भविष्य को सुरक्षित कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दिवाली रोशनी का पर्व है जो अच्छाई फैलाता है और डर-भय को दूर करता है। जवानों की प्रतिबद्धता और अनुशासन से देश के लोगों में सुरक्षा की भावना पनपती है।

2017-जम्मू-कश्मीर के गुरेज में जवानों संग मनाई दिवाली
प्रधानमंत्री बनने के बाद हर साल सेना या सुरक्षाबलों के बीच दिवाली मनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2017 की दीपावली जम्मू-कश्मीर के गुरेज में जवानों के बीच मनाई। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा था कि सेना के जवान ही उनके परिवार हैं। सेना की वर्दी में जवानों के बीच जब पीएम मोदी पहुंचे तो एक अलग ही जोश और जज्बा देखने को मिला। पीएम मोदी ने जवानों का मुंह मीठा करके दिवाली की शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भी अपने परिवार के साथ दिवाली मनाना चाहते हैं, इसलिए वह जवानों के पास आए हैं, क्योंकि वह जवानों को ही अपना परिवार मानते हैं। इस मौके पर पीएम मोदी ने जवानों को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने वन रैंक वन पेंशन का जिक्र किया और बताया कि उनकी सरकार ने सेना की 40 साल की पुरानी मांग को पूरा किया है। सेना की तारीफ और उनसे मिलने वाली प्ररेणा का ज़िक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ”सैनिकों का जीवन तपस्या है। जब मैं आप से हाथ मिलाता हूं कि मुझे नई उर्जा मिलती है।    

2016- हिमाचल प्रदेश में चीन की सीमा के निकट सुमोध पहुंचे
2016 में दीपावली मनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हिमाचल प्रदेश में चीन की सीमा पर जा पहुंचे। प्रधानमंत्री बगैर किसी पूर्व कार्यक्रम के चांगो नाम के एक गांव में भी गए, जहां लोगों के आतिथ्य सत्कार और उनकी अपार प्रसन्नता ने उन्हें अभिभूत कर दिया था।
हरे रंग की पोशाक पहने प्रधानमंत्री ने सुमोध में इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), डोगरा स्काउट्स और सेना के जवानों के संग दीपावली मनाई।

2015-अमृतसर में डोगराई युद्ध स्मारक पहुंचे
वर्ष 2015 में दीपावली के दिन प्रधानमंत्री अमृतसर में खासा स्थित डोगराई युद्ध स्मारक गए और पुष्पांजलि अर्पित की। यह स्थान सबसे कठिन युद्धस्थल के रूप में जाना जाता है। भारतीय सैनिकों ने 22 सितंबर, 1965 के युद्ध में यहीं विजय प्राप्त की थी। उन्होंने पंजाब के अमृतसर में खेमकरण रोड पर वलतोहा के पास आसल उत्ताड़ स्मारक और परमवीर चक्र विजेता कंपनी क्वार्टरमास्टर हवलदार अब्दुल हमीद की समाधि पर भी पुष्पचक्र अर्पित किया और खासा में सैनिकों के संग दीपावली मनाई।

2014- सियाचिन में सैनिकों संग दीपावली
अपने कार्यकाल के पहले वर्ष में प्रधानमंत्री मोदी ने इस परंपरा की शुरुआत करते हुए, देश के सबसे कठिन सैन्य क्षेत्र, सियाचिन में सैनिकों के संग दीपावली मनाई थी। सैनिकों के बीच पहुंचकर प्रधानमंत्री मोदी बहुत ही खुश थे। उन्होंने कहा था, ‘‘शायद पहली बार किसी प्रधानमंत्री को दीपावली के शुभ दिन अपने जवानों के साथ समय बिताने का अवसर मिला है।’’

दीपावली के पर्व पर सैनिकों के साथ प्रधानमंत्री मोदी का होना देशवासियों को एक सुखद अहसास कराता है और विश्वास पैदा करता है कि देश का नेतृत्व जन आकांक्षाओं के अनुरुप व्यवहार करता है।

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