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राजस्थान में न 5 साल की बच्ची सुरक्षित न 70 वर्ष की बुजुर्ग महिला…फिर भी गहलोत सरकार मौन, इससे नाराज राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीएम को चिठ्ठी लिख कहा- स्थिति बेहद चिंताजनक, तत्काल करें ठोस कार्यवाही

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राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध अगले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को झटका दे सकते हैं। महिलाओं के साथ दुष्कर्म के मामले में तो राजस्थान रेपिस्तान बना ही हुआ है, इसके अलावा दलित और अन्य महिलाओं के अपहरण, शोषण, मारपीट और हत्या के मामलों में भी निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। नारी शक्ति पर बढ़ते जुल्म और हिंसा की घटनाओं के चलते प्रदेश के राज्यपाल कलराज मिश्र ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को चिठ्ठी लिखी है। उन्होंने सीएम गहलोत को पत्र लिखकर महिला अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि इसके लिए ठोस कदमों की दरकार है। प्रदेश में लगातार महिलाओं के खिलाफ हो रहे जघन्यतम जुल्मों ने राजस्थान में सियासी उबाल ला दिया है। बेटियों के साथ बर्बरता की ये घटनाएं सत्तारूढ़ कांग्रेस के लिए चुनावों में बड़ा संकट बन गई हैं। भाजपा नेता लगातार अपनी चुनावी सभाओं में कांग्रेस की विफलता को एक्सपोज कर रहे हैं।

गैंगरेप के बाद जिंदा जलाने, तेजाब डालने और आदिवासी महिला को निर्वस्त्र घुमाने से वीरधरा शर्मसार
भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी कस्बे में हाल ही में नाबालिग बालिका को गैंगरेप के बाद कोयले के भट्‌टी में जिंदा जलाने की घटना राजस्थान ही नहीं, पूरे देश में खासी सुर्खियों में रही। इस सनसनीखेज घटना के कुछ समय बाद ही पिछले माह प्रतापगढ़ जिले के धरियावद थाना क्षेत्र के पहाड़ा गांव में एक आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर गांव में घुमाने की शर्मनाक घटना को बेखौफ समाजकंटकों ने अंजाम दे डाला। इन दोनों घटनाओं से पहले 11 जुलाई को करौली जिले के नादौती तहसील के भीलपाड़ा गांव में एक दलित युवती को गैंगरेप के बाद हत्या और शव को तेजाब से जलाकर कुएं में फेंकने के मामले ने राजस्थान को शर्मसार किया था। इसके अलावा बीकानेर जिले के खाजूवाला क्षेत्र में भी एक दलित बालिका के साथ गैंगरेप और हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया था।

नारी शक्ति के खिलाफ जुल्मों के अंतहीन सिलसिले में राजस्थान देशभर में अव्वल
महिला के खिलाफ अपराध के मामलों में राजस्थान देश में सबसे ऊपर है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में राजस्थान में बलात्कार के 6,342 मामले सामने आए जो देश के कुल मामलों का करीब 21 फीसद है। इस समयावधि में देशभर में बलात्कार के 30,216 मामले सामने आए। 18 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के मामलों में भी राजस्थान की स्थिति बेहद चिंताजनक है। देश में नाबालिग बच्चियों के साथ हुई बलात्कार की कुल घटनाओं में से 48.6 प्रतिशत घटनाएं राजस्थान में सामने आई हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार देश में 18 वर्ष से कम उम्र की बच्चियों के साथ बलात्कार की 2,989 घटनाएं हुई जिसमें से 1,453 घटनाएं अकेले राजस्थान में सामने आई।

दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने महिलाओं और बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया
एनसीआरबी के आंकडों के अनुसार राजस्थान में बर्बरता का आलम ये है कि दुष्कर्मियों ने 5 साल तक की अबोध बालिकाओं और 60 वर्ष से अधिक उम्र की बुजुर्ग महिलाओं तक को नहीं छोड़ा। आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में 6 साल से कम उम्र की 18 बच्चियों के साथ रेप की घटनाएं हुई हैं वहीं 12 साल से कम उम्र की 64 बच्चियों के साथ दुष्कर्म हुआ। प्रदेश में 442 बच्चियां ऐसी थी जिनके साथ 16 वर्ष से कम उम्र में बलात्कार हुआ वहीं 18 साल से कम उम्र की बलात्कार पीड़ित बच्चियों की संख्या 929 थी। राजस्थान में बलात्कार की चार घटनाएं 60 साल से अधिक उम्र की बुजुर्ग महिलाओं के साथ हुई हैं। 30 वर्ष से कम उम्र की 3265 महिलाओं के साथ रेप हुआ। राजस्थान में 45 से 60 साल तक की उम्र की रेप पीड़िताओं की तादाद 315 थी। देशभर में दुष्कर्म और सामूहिक दुष्कर्म की 284 घटनाएं ऐसी थी जिनमें दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने महिलाओं और बच्चियों को मौत के घाट उतार दिया। राजस्थान में ऐसी घटनाओं की संख्या 14 थी।

राजस्थान महिलाओं पर जुल्मों का गढ़, बीजेपी नेता राज्यपाल से मिले
प्रदेश में महिला अत्याचार को लेकर आज बीजेपी के प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल कलराज मिश्र से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ के नेतृत्व में बीजेपी का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल कलराज मिश्र से मिला। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश महिलाओं पर अंतहीन जुल्मों को गढ़ बनता जा रहा है। पिछले 48 घंटे में ही प्रदेश में 18 अलग-अलग जगहों पर महिला अत्याचार की घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान अपने शौर्य के लिए जाना जाता था। यहां महिलाओं की आन बान के लिए ना जाने कितने लोगों ने बलिदान दिया हैं। लेकिन आज राजस्थान महिला अत्याचार में नम्बर-1 पर हैं। बीजेपी प्रतिनिधि मण्डल में शामिल सांसद व बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि अब राज्यपाल की जिम्मेदारी व उनका दायरा बढ़ जाएगा। हमने राज्यपाल से मांग की है कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री से शासन की बागडोर अपने हाथ में लेकर महिला सुरक्षा को पुख्ता करें।राज्यपाल मिश्र ने जताई चिंता, सीएम को तत्काल ठोस कार्रवाई के दिए निर्देश
बीजेपी नेताओं ने कहा कि राज्यपाल को ज्ञापन देकर महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों कि नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए गृहमंत्री से त्यागपत्र देने की मांग की है। हमने संवैधानिक प्रमुख को कहा है कि अब उनकी दखल अंदाजी की आवश्यकता है। हमें मजूबर होकर राजभवन का दरवाजा खटखटाना पड़ा है। बीजेपी के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा सौंपे गए ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए राज्यपाल कलराज मिश्र ने सीएम अशोक गहलोत को पत्र लिखा। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर पिछले 48 घंटों में प्रदेश में महिलाओ के प्रति घटित गंभीर प्रकृति के अपराध की घटनाओं को चिंताजनक बताते हुए इन पर अंकुश लगाने, आपराधिक गतिविधियों को रोके जाने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ठोस कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बीजेपी के प्रतिनिधि मण्डल में सांसद रामचरण बोहरा, कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ दीया कुमारी, किरोड़ीलाल मीणा, घनश्याम तिवाड़ी, विधायक नरपत सिंह राजवी, कालीचरण सराफ, अशोक लाहौटी, मेयर सौम्या गुर्जर सहित बीजेपी पदाधिकारी शामिल रहे।उधर नारी शक्ति का वंदन, इधर वीर-वीरांगनाओं की धरती बार-बार हो रही शर्मसार

एक ओर जहां मोदी सरकार नारी शक्ति का वंदन कर रही है, वहीं दूसरी ओर गहलोत सरकार में राजस्थान की बहन-बेटियां करुण क्रंदन को मजबूर हैं। इसकी वजह भी साफ है…जिस प्रदेश का संसदीय कार्यमंत्री विधानसभा में ही रेप के ज्यादा केस को जस्टिफाई करता हो…जिस प्रदेश में एक मंत्री सिर्फ इसलिए बर्खास्त कर दिया जाए कि वह महिलाओं के शोषण का मुद्दा सदन में उठाए…जिस प्रदेश में रोज 17-18 महिलाओं और युवतियों के साथ दरिंदगी की घटनाएं होती हों। वहां के सीएम से लेकर कांग्रेस आलाकमान तक के होंठ सिले हुए हैं…तो महिलाओं की बेबसी, आंसू और दारुण दशा हर किसी को झकझोरने वाली है। एनसीआरबी के आंकड़ों को देखा जाए तो राजस्थान एक बार फिर रेप के मामलों में नंबर वन आया है। इस साल देश में करीब 30 हजार रेप के केस दर्ज किए गए। इनमें से अकेले राजस्थान में 6337 रेप के मामले हैं। इनमें से भी वहशी दरिंदों ने 1452 नाबालिगों को अपनी हवस का शिकार बनाया है। कभी उत्तर प्रदेश में लड़की हूं, लड़ सकती हूं… की ढींग हांकने वाली प्रियंका वाड्रा गांधी भी अपनी सरकार के इस सुपर फेल्योर पर चुप्पी साधे हैं।मोदी सरकार नारी शक्ति को सुरक्षित, समृद्ध और सशक्त करने में जुटी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में हर स्तर पर महिलाओं के सम्पूर्ण विकास पर फोकस किया जा रहा है। मोदी सरकार महिलाओं को उनका हक दिलाने के साथ उनके भविष्य को सुरक्षित और सशक्त बनाने की दिशा में निरंतर जुटी हुई है। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना से लेकर नारी शक्ति वंदन अधिनियम तक, सुकन्या समृद्धि योजना से लेकर तीन तलाक से मुक्ति तक, बेटी बचाओ से लेकर सुरक्षित मातृत्व अभियान तक, शी बॉक्स से लेकर पीएम आवास योजना के घर महिलाओं के नाम करने तक ऐसी कितनी ही कल्याणकारी योजनाएं मोदी सरकार की हैं, जो नारी शक्ति के सशक्तिकरण को समर्पित हैं। मोदी सरकार बीते नौ वर्षों में नारी शक्ति के प्रति सदैव ही संवेदनशील रही है। रक्षाबंधन के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की माताओं-बहनों और बेटियों को रसोई गैस की कीमतों में कटौती का तोहफा दिया था। अब हाल ही में नवरात्रों से पहले केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना वाली करोड़ों बहनों के लिए सिलेंडर की कीमतें फिर कम कर दी हैं।कांग्रेस मंत्री के शर्मनाक बोल- रेप केस में नंबर-1 हैं…राजस्थान मर्दों का प्रदेश है
एक ओर मोदी सरकार तो दूसरी ओर राजस्थान की गहलोत सरकार है। कांग्रेस राज में राजस्थान ने महिलाओं-युवतियों के प्रति यौन अपराध के मामले में देश के सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। दुनिया के नक्शे पर अलग पहचान रखने वाले प्रदेश के लिए ये आंकड़े शर्मिंदगी वाले हैं। उससे भी ज्यादा शर्मिंदा करने वाला प्रदेश के मंत्री का बयान रहा। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मंत्री शांति धारीवाल ने राजस्थान को रेप में नंबर वन बताने के साथ उसके कारणों पर विधानसभा में ही बेहद आपत्तिजनक बयान दिया था। धारीवाल ने कहा- ‘रेप के मामले में हम (राजस्थान) नंबर एक पर है, अब ये रेप के मामले क्यों हैं? कहीं न कहीं गलती है…फिर हंसते हुए आगे कहा- वैसे भी यह राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार, उसका क्या करें’? यह कहकर धारीवाल फिर हंसे तो कई मंत्री और कांग्रेस विधायक भी हंसने लगे। किसी ने धारीवाल को टोका तक नहीं। धारीवाल ने कहा- रेप के मामले देखिए आप, रेप और रेप विथ मर्डर के आंकड़े अलग हैं। राजस्थान रेप के मामले में नंबर एक पर है, इसमें कोई दो राय नहीं है।कांग्रेस को बहन-बेटियों की किसी भी तकलीफ से कोई लेना-देना नहीं
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में जोधपुर की जनसभा में साफ कहा कि यहां कांग्रेस की विधायक खुद कहती हैं कि वो सुरक्षित नहीं हैं। ऐसे में सभी सहज कल्पना कर सकते हैं कि सामान्य माता-बहन-बेटी की यहां क्या स्थिति होगी। दरअसल, कांग्रेस सरकार ने बेटियों से अन्याय की परंपरा ही बना दी है। बाड़मेर में दलित महिला से दुष्कर्म हो, सूरतगढ़ में महिला की हत्या हो, भीलवाड़ा में गैंगरेप के बाद बच्ची को भट्टी में जलाने का निर्मम कांड हो या फिर जमवारामगढ़ में महिला को जिंदा जलाने जैसे मामलों की सूची लंबी है, लेकिन गहलोत सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है। यही वजह है कि सिरोही की 8 साल की मासूम बच्ची, सांचौर की 2 नाबालिग बेटियां, नागौर में 7 साल की बेकसूर बच्ची के साथ अन्याय हो रहा है। क्योंकि कांग्रेस को बहन-बेटियोंकी किसी भी तकलीफ से कोई लेना-देना नहीं है। मोदी सरकार ने हर घर जल पहुंचाने की योजना देकर महिलाओं के जीवन को आसान बनाया, लेकिन राजस्थान की कांग्रेस सरकार इसमें भी भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है।

महिलाओं पर अत्याचार ही नहीं, नाबालिग बेटियों की तस्करी में भी पीछे नहीं
राजस्थान में अबलाओं का शारीरिक शोषण तो हो ही रहा है, इसके अलावा शासन-प्रशासन की लापरवाह कार्यशैली से ये प्रदेश लड़कियों की तस्करी में भी पीछे नहीं है। महिला अत्याचारों के साथ तस्करी के मामलों में भी राज्य में लगातार वृद्धि हो रही है। यहां के कुछ जिलों से निरंतर नाबालिगों की तस्करी कर पड़ोसी राज्यों में बेचा जा रहा है। गुजरात से सटे 4 जिलों सिरोही, उदयपुर, बांसवाड़ा और डूंगरपुर के अलावा हाड़ौती और शेखावाटी के कुछ क्षेत्रों की बेटियों इन गैंग्स का सॉफ्ट टारगेट हैं। यहां के कई गांवों की लड़कियों को किडनैप कर या नौकरी का लालच देकर दलाल अपने जाल में फंसा लेते हैं। कई महीनों तक बंधक बनाकर रखते हैं और उनको बेच देते हैं। जब तक खरीदार नहीं मिलता, दलाल इनके साथ रेप करते हैं। कई बार तो एक ही लड़की को कई-कई बार बेचने और बार-बार बलात्कार करने के मामले भी सामने आए हैं।

राहुल-प्रियंका को अपनी सरकार में महिलाओं के खिलाफ अपराध नजर नहीं आते

राजस्थान की गहलोत सरकार के मंत्री और कांग्रेस पदाधिकारी ‘दीया तले अंधेरा’ की कहावत चरितार्थ करने में लगे हैं। सुदूर मणिपुर में महिलाओं के वीडियो आने पर सीएम गहलोत तक बीजेपी पर हमलावर हैं, लेकिन राजस्थान में महिलाओं के साथ दुष्कर्म, ज्यादती और नग्न परेड पर कांग्रेस नेता चुप्पी साधे हुए हैं।  पिछले दिनों उदयपुर में एक आदिवासी महिला को नग्न घुमाया गया। इसी प्रकार बाड़मेर जिले के सेड़वा तहसील में एक महिला का अर्द्धनग्न वीडियो वायरल हो रहा है। लेकिन सरकार की ओर से इन पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। महिलाओं के साथ राजस्थान में इस तरह की वारदातों के लेकर गहलोत सरकार पर बीजेपी इसलिए भी हमलावर है, क्योंकि इतनी वारदातें होने के बावजूद कांग्रेस आलाकमान, सोनिया-राहुल या प्रियंका गांधी वाड्रा में से किसी का बयान नहीं आया है। जबकि यही नेता बीजेपी शासित राज्यों में एक भी गैंगरेप होने पर उसे राष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिशों में लगे रहे हैं। “लड़की हूं, लड़ सकती हूं” कहने वाली प्रियंका गांधी राजस्थान की अबलाओं की लड़ाई में हिस्सेदार नहीं बन रही हैं।

प्रदेश में महिलाओं से दुष्कर्म और दलितों के खिलाफ अपराधों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। पुलिस-प्रशासन इन्हें रोकने में नाकाम साबित हो रहा है। पिछले कुछ माह की वारदातों पर एक नजर…

करौली: दलित युवती के साथ हैवानियत की हदें पार
करौली में हाल ही में एक दलित युवती के साथ दरिंदों की कारगुजारी की ऐसी वारदात सामने आई, जिसे सुनकर किसी का भी दिल कांप जाएगा। जिले के नादौती उपखंड की दलित युवती के साथ न सिर्फ गैंगरेप किया गया, बल्कि इसके बाद उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। गैंगरेप करने वाले आरोपियों ने इसके बाद दलित युवती की पहचान छिपाने के लिए चेहरे को एसिड डालकर जला दिया। इसके बाद दरिंदों ने उसको एक कुएं में फेंक दिया। घटना की जानकारी के बाद सांसद किरोडी लाल मीणा हिंडौन सिटी के राजकीय अस्पताल पहुंचे और सरकार को बेपरवाह बताते हुए पीड़िता को इंसाफ दिलाने के लिए धरने पर बैठे।
जोधपुर: सीएम गहलोत के गृह जिले में ही प्रेमी के सामने गैंगरेप
जोधपुर में एक नाबालिग लड़की के साथ रविवार अलसुबह गैंगरेप की घटना सामने आई है। अजमेर जिले के ब्यावर से एक नाबालिग लड़की अपने प्रेमी के साथ जोधपुर आई थी। जहां तीन युवक उसे बहला फुसलाकर अपने साथ एक खेल के मैदान में ले गए और प्रेमी को बंधक बनाकर उसकी प्रेमिका से गैंग रेप की वारदात को अंजाम दिया। वहीं इस घटना से पहले एक कैब संचालक ने शराब के नशे में नाबालिग लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी। पुलिस में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पीड़िता का मेडिकल कराने के बाद साइकोलॉजिकल काउंसलिंग भी कराई गई।

बाड़मेर: दलित महिला को रेप के बाद जिंदा जलाया
राजस्थान के बाड़मेर जिले के पचपदरा में इसी साल अप्रैल माह में एक दलित महिला को बलात्कार के बाद आरोपियों ने जिंदा जला दिया गया। साठ फीसदी झुलसी महिला ने इलाज के दौरान जोधपुर के सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतका के पति राजू राम का आरोप है कि उनकी पत्नी के साथ शकूर ख़ान ने बलात्कार किया और थिनर डालकर जिंदा जला दिया। इस बर्बर घटना के खिलाफ मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने अपनी मांगों को लेकर बालोतरा एसडीएम ऑफिस के सामने धरना भी दिया।

बीकानेर: रक्षक पुलिस ही बनी भक्षक, रेप के बाद मारा
गत जून माह में बीकानेर के खाजूवाला में एक दलित युवती के साथ पहले रेप करने और बाद में उसकी हत्या करने का सनसनीखेज आरोप भक्षक बनी पुलिस पर ही लगा है। महज बीस साल की इस युवती से एक घर में पहले रेप किया गया और बाद में वहीं मारकर फैंक दिया गया। महिला के पिता ने आरोप लगाया है कांस्टेबल मनोज और भागीरथ एक अन्य युवक के साथ उसे कमरे में ले गए। जहां पहले दुष्कर्म किया और इसके बाद मार दिया। एफआईआर में दो पुलिसकर्मियों के भी नाम आने के बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने दोनों को सस्पेंड कर दिया है।

भरतपुर: सगे भाइयों ने किया दलित महिला से गैंगरेप
पूर्वी राजस्थान में दलितों के खिलाफ अपराधों में निरंतर वृद्धि हो रही है। भरतपुर जिले में इसी माह दलित महिला के साथ गैंगरेप की वारदात को दो सगे भाइयों ने ही अंजाम दिया। सेवर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला बाजार में चश्मा सही कराने दुकान पर गई थी। वहां पर मौजूद दो भाई काम कराने के बहाने से उसके घर के अंदर ले गए, जहां दोनों ने दलित महिला के साथ गैंगरेप किया। सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद महिला को किसी को भी बताने पर जान से मरने की धमकी दी।

भीलवाड़ा: नरपिशाच ने नाबालिग को कोयला भट्टी में गैंगरेप के बाद जिंदा जलाया
आपको दिल्ली का बहुचर्चित तंदूर कांड याद ही होगा। नब्बे के दशक के युवा कांग्रेस नेता सुशील शर्मा ने अपनी पत्नी नैना साहनी को मारकर तंदूर में भून दिया था। तब कांग्रेस नेता नरपिशाच बना था और अब कांग्रेस सरकार में भीलवाड़ा में 14 साल की नाबालिग को गैंगरेप के बाद कोयला भट्टी में जिंदा ही जला दिया गया। दिल्ली के तंदूर कांड को याद दिलाने वाले इस दिल दहला देने वाले कांड की मुजरिम कांग्रेस सरकार भी है, जिसने प्रदेश को रेपिस्तान बना दिया है। हवस के भूखे दरिंदे बेखौफ बहन-बेटियों की इज्जत तार-तार कर रहे हैं और सुबूत मिटाने के लिए उन्हें मार भी रहे हैं। सुबूत मिटाने के लिए कांग्रेस सरकार के तत्कालीन मंत्री पर भी आरोप लगा था कि पुलिस ने शव को जब पोस्टमार्टम के लिये भेजा तो वहां उपस्थित मंत्री रामलाल जाट ने महिला के परिजनों पर बिना पोस्टमार्टम शव ले जाने के लिए दबाव बनाया था। बात बढ़ी तो जाट को इस्तीफा तक देना पड़ा था। इधर  राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सीपी जोशी ने भीलवाड़ा की घटना पर ट्वीट कर कहा है कि पिछले तीस दिन में ही देश में सबसे भयावह दुष्कर्म के मामले गहलोत सरकार के राज में ही आए हैं।

उदयपुर:  आदिवासी महिला की प्रेमी के साथ कराई नग्न परेड
इतना ही नहीं पिछले दिनों उदयपुर के के कानोड़ पुलिस स्टेशन के तहत कसोटिया गांव में एक आदिवासी महिला की नग्न परेड भी कराई गई। उस महिला का अपराध यही था कि उसने समुदाय की अनुमति के बिना 24 वर्षीय प्रेमी के साथ रहने का फैसला किया था। पुलिस प्रशासन से बेखौफ समाजकंटकों ने न सिर्फ महिला और उसके प्रेमी के जबरन पेड़ के बांध दिया, बल्कि दो दिनों तक कैद में रखने और पिटाई करने के बाद उनकी नग्न परेड तक करा दी। मणिपुर की इतनी पुरानी घटना पर हो-हल्ला मचाने वाले कांग्रेस के नेता अपने ही प्रदेश में हाल ही में हुई इस घटना पर चुप्पी साधे बैठे रहे।

टोंक: नाबालिग का अपहरण करके बारी-बारी किया गैंगरेप
राजस्थान में एक बार फिर टोंक जिले में नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना हुई है। सनसनी फैला देनी वाली यह वारदात देवली थाना क्षेत्र की है। जहां एक 15 वर्षीय नाबालिग के साथ गैंगरेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इससे पहले नाबालिग का बीती रात घर में सोते समय दो युवकों ने अपहरण किया। उसके बाद नाबालिग को अपने रिश्तेदार के घर ले जाकर बारी-बारी से गैंगरेप किया। इस मामले को लेकर शनिवार को पीड़ित ने अपने पिता के साथ देवली पुलिस थाने में आकर रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि पीड़िता अपने घर पर सो रही थी। इस दौरान देर रात करीब 12:30 बजे दो युवक वहां आए और उसका अपहरण कर आरोपी अपनी बहन के घर ले गए। जहां उसे कमरे में बंद कर दिया। इस दौरान आरोपियों ने उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया।

कांग्रेसी मंत्री रहे रामलाल जाट ने भी नहीं होने दिया था महिला का पोस्टमार्टम
कांग्रेस की राजनीति में आपराधिक पृष्ठभूमि के लोगों का दखल बढ़ता जा रहा है तो उसके ऐसे ही परिणाम सामने आते हैं। फिलहाल तो राजस्थान की जनता ने उस सदन से अपराध पर रोकथाम की आस लगा रखी है, जहां 23 फीसदी विधायक आपराधिक पृष्ठभूमि के मौजूद हैं। इनमें से 14 फीसदी तो ऐसे हैं, जिन पर गंभीर प्रकृति के आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। मासूम को भट्टी में झोंकने का मामला उसी भीलवाड़ा से जुड़ा है, जहां कुछ बरस पहले कांग्रेस सरकार के मंत्री रामलाल जाट ने एक महिला की मौत के बाद बिना पोस्टमार्टम कराए उसका शव लेकर जाने के लिए रातभर अस्पताल के चक्कर काटे थे। ताकि महिला की मौत का राज उजागर न हो सके। वाड़ा डेयरी अध्यक्ष रतन लाल चौधरी की 34 वर्षीय पत्नी पारस देवी की मौत 27 सितंबर 2011 को रहस्यमय परिस्थितियों में हुई थी। तब रामलाल जाट ने महिला का पोस्टमार्टम नहीं होने दिया था। अब इसी जिले में एक बच्ची के साथ फिर क्रूरता हुई। उसका शव छिपाने के मकसद से उसे भट्टी में झोंककर राख कर दिया।

 

 

 

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