प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 05 अक्टूबर को विजयादशमी के पावन अवसर पर हिमाचल प्रदेश के अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल हुए। कुल्लू पहुंचने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुल्लवी शॉल और टोपी पहनाकर प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर रघुनाथ जी के रथ तक पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया। प्रधानमंत्री मोदी कुल्लू दशहरा उत्सव में शामिल होने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री हैं। कुल्लू में 47 मिनट रुकने के बाद वो दिल्ली लौट गए। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा के कार्यक्रम को ऐतिहासिक व यादगार बताया।
प्रधानमंत्री मोदी की भारतीय संस्कृति, पर्व और त्योहारों में अटूट आस्था है। इसकी झलक कुल्लू में भी देखने को मिली, जब दशहरा उत्सव के शुभारंभ पर निकली रथयात्रा और यहां की देवसंस्कृति को देख प्रधानमंत्री मोदी भावविभोर हो गए। करीब 16 मिनट तक इस नजारे को खड़े होकर अपने मन मस्तिष्क में स्मृति के रूप में संजाेया। उनकी इस आस्था और लगाव को देख लोग भी दंग रह गए। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर रघुनाथ जी के रथ पर आए, लोगों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। प्रधानमंत्री मोदी ने करीब 300 देवी-देवताओं की मौजूदगी में कुल्लू घाटी के प्रमुख देवता भगवान रघुनाथ को नमन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग डेढ़ घंटे तक तुरही और ढोल की थाप के बीच रथ यात्रा को देखा। जब प्रधानमंत्री मुख्य देवता को नमन कर रहे थे, उस समय भीड़ को प्रबंधित करने का कार्य भगवान रघुनाथ के सेकंड-इन-कमांड देवता नाग धूमल के पास था। कुल्लू में सदियों से यह परंपरा रही है कि जब भगवान रघुनाथ की रथ यात्रा निकाली जाती है तो नाग धूमल सड़क को साफ करते हैं और भीड़ को नियंत्रित करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी का हिमाचल प्रदेश से इतना लगाव है कि हिमाचल दौरा और कुल्लू दशहरा उनके मन-मस्तिष्क पर छाया हुआ है। व्यस्त कार्यक्रम के बावजूद उन्होंने गुरुवार की सुबह ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “धन्यवाद हिमाचल प्रदेश। एम्स की यात्रा से लेकर यादगार दशहरा कार्यक्रम तक, यहां कल की मुख्य बातें हैं।”
Thank you Himachal Pradesh. From the AIIMS visit to a memorable Dussehra programme, here are highlights from yesterday. pic.twitter.com/n3YqMFVmtC
— Narendra Modi (@narendramodi) October 6, 2022
कुल्लू के ऐतिहासिक दशहरा मेला में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली के लिए रवाना हुए। प्रधानमंत्री मोदी एक के बाद एक कई ट्वीट किए, जिसमें उन्होंने अपनी हिमाचल यात्रा के सुनहरे पलों को साझा किया। साथ ही हिमाचल प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, उसके महत्व और उसके संदेशों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किस तरह समय के साथ सांस्कृतिक बदलाव आ रहा है और लोगों ने भी अपनी संस्कृति को और अधिक सशक्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते सालों में कुल्लू दशहरे का बहुत विस्तार हुआ है, लेकिन अभी भी इसमें बहुत संभावनाएं हैं। सुविधाओं का कैसे अधिक से अधिक विस्तार हो सके, इस पर निरंतर काम करते रहना है।
हिमाचल, उत्सवों, पर्वों, त्योहारों का प्रदेश है। इन उत्सवों की एक और विशेषता है कि ये देव और लोक का अद्भुत संगम होते हैं। इनमें आस्था भी होती है और गीत-संगीत-नृत्य-व्यापार जैसे लोकजीवन के पहलू भी रहते हैं। pic.twitter.com/OzHOhC2HKO
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
समय के साथ कुल्लू सहित पूरा हिमाचल प्रदेश बदला है, लेकिन मुझे संतोष है कि यहां के लोगों ने अपनी संस्कृति को और अधिक सशक्त किया है। pic.twitter.com/ZTENGDZGSX
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
हमारी असली विरासत हमारी संस्कृति और लोकजीवन है, जो हजारों वर्षों से हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करते आ रहे हैं। हम दुनिया में कहीं भी रहें, इसकी पहचान हमें हमारी ये विरासत ही कराती है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
राष्ट्रीय एकता हो या फिर नागरिक कर्तव्य बोध, इसमें भी हमारी ये सांस्कृतिक विरासत कड़ी का काम करती है। यही वो मजबूत कड़ी है, जो देश को ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को भी भारत से जोड़ती है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
आज दुनिया में जिस प्रकार से भारत के समाज जीवन को जानने-समझने की ललक दिख रही है, उससे हमारे टूरिज्म को, हैरिटेज टूरिज्म के रूप में बहुत विस्तार मिल सकता है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
बीते सालों में कुल्लू दशहरे का बहुत विस्तार हुआ है, लेकिन अभी भी इसमें बहुत संभावनाएं हैं। सुविधाओं का कैसे अधिक से अधिक विस्तार हो सके, इस पर निरंतर काम करते रहना है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
हिमाचल की देवनीति में हमारी राजनीति के लिए भी बहुत बड़ी सीख है। देवनीति में कैसे सबके प्रयास से, सबको जोड़ते हुए, गांव-समाज की बेहतरी के लिए काम किया जाता है, वो विकसित भारत के निर्माण के लिए भी बड़ी प्रेरणा है।
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
प्रधानमंत्री मोदी कुल्लू दशहरा मेला में शामिल होने से पहले एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा, “ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे ऐतिहासिक कुल्लू दशहरे का हिस्सा बनने का अवसर मिला।”
ये मेरा सौभाग्य है कि मुझे ऐतिहासिक कुल्लू दशहरे का हिस्सा बनने का अवसर मिला। pic.twitter.com/lXJTZDD9ub
— Narendra Modi (@narendramodi) October 5, 2022
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कुल्लू का एक वीडियो शेयर किया। 21 सेकेंड का यह वीडियो प्रधानमंत्री मोदी ने हेलिकॉप्टर में बिलासपुर से कुल्लू आते वक्त खुद शूट किया था। इसमें उन्होंने कुल्लू शहर की खूबसूरती दिखाई। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा कि कुल्लू की सुंदरता देखते ही बनती है। थोड़ी देर में यहां दशहरा कार्यक्रम में हिस्सा लूंगा।
कुल्लू की सुंदरता देखते ही बनती है। थोड़ी देर में यहां दशहरा कार्यक्रम में हिस्सा लूंगा। https://t.co/GmFL6mtq7r
— Sameep Shastri ?? (@sameepshastri) October 5, 2022
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी बुधवार सुबह दिल्ली से बिलासपुर पहुंचे जहां उन्होंने AIIMS और दूसरे प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन किया। वहां जनसभा को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी बिलासपुर से हेलिकॉप्टर से कुल्लू के भुंतर एयरपोर्ट पहुंचे। इसी दौरान रास्ते में उन्होंने यह वीडियो शूट किया। इस वीडियो में कुल्लू शहर के अलावा आसपास के खूबसूरत पहाड़ भी नजर आ रहे हैं। वीडियो में प्रधानमंत्री के हेलिकॉप्टर की परछाई भी दिखती है। प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार दोपहर 3 बजे फेसबुक पेज पर इस वीडियो अपलोड किया। गुरुवार दोपहर तक इसे 34 लाख से ज्यादा बार देखा गया, 2.70 लाख लाइक्स मिले, 8500 ज्यादा लोगों ने इसे शेयर किया।
आइए जानते हैं, प्रधानमंत्री मोदी ने किन-किन पर्व और त्योहारों में हिस्सा लेकर देशवासियों को संदेश दिया...
अहमदाबाद नवरात्रि उत्सव समारोह में महा आरती
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान बृहस्पतिवार (29 सितंबर, 2022) को अहमदाबाद के जीएमडीसी मैदान में गुजरात सरकार द्वारा आयोजित नवरात्रि महोत्सव में भाग लिया और मां अम्बे की आरती की। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम स्थल पर पारंपरिक गरबा नृत्य भी देखा। भारतीय संस्कृति के प्रतीक और गुजरात की स्थानीय विशिष्टता को समाहित करने वाले नवरात्रि उत्सव में प्रधानमंत्री की भागीदारी ने इस शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं को खुशी और उल्लास से भर दिया।
गणेश चतुर्थी के मौके पर पूजा-अर्चना
गणेश उत्सव के पहले दिन 31 अगस्त, 2022 को गणेश चतुर्थी के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दिल्ली में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के घर जाकर गणपति बप्पा की आरती की। पीयूष गोयल के घर प्रधानमंत्री ने वहां उपस्थित लोगों से मुलाकात की और उन्हें गणेश चतुर्थी की बधाई और शुभकामनाएं दी। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान श्री गणेश की कृपा हम पर हमेशा बनी रहे।
पीएमओ के कर्मियों की बेटियों के साथ रक्षा बंधन का त्योहार
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी संस्कृति को लेकर हमेशा सजग और उत्साहित रहते है। लोगों से जुड़ने का और उनकी भावनाओं से परिचित होने का कोई भी मौका वो नहीं छोड़ते है। ऐसा ही एक पर्व है राखी, मोदी जी कहीं भी रहे लेकिन देश की माता-बहनों और बच्चों के साथ इस पर्व को मनाना नहीं भूलते। प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा बंधन का त्योहार इस बार अपने कार्यालय के कर्मियों की बेटियों के साथ मनाया था।
असम के लोकप्रिय बिहू त्योहार के समारोह में लिया हिस्सा
प्रधानमंत्री मोदी 23 अप्रैल, 2022 को बिहू के मौके पर केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के दिल्ली स्थित आवास पर गए थे और एक समारोह में भाग लिया था। सोनोवाल असम से हैं और बिहू वहां का लोकप्रिय त्योहार है। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, “मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी @sarbanandsonwal जी के आवास पर जीवंत बिहू समारोह में शामिल हुआ। भारत को असम की जीवंत संस्कृति पर गर्व है।”
Joined the Bihu celebrations at the residence of my Ministerial colleague @sarbanandsonwal Ji. India is proud of the vibrant culture of Assam. pic.twitter.com/1xkCV0sGAR
— Narendra Modi (@narendramodi) April 23, 2022
श्री गुरु तेग बहादुर की 400 वीं जयंती के मौके पर रचा इतिहास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लीक से हटकर और कुछ नया करने के लिए जाने जाते हैं। नौंवे सिख गुरु श्री गुरु तेग बहादुर की 400 वीं जयंती के मौके पर 21 अप्रैल, 2022 को लाल किला परिसर में आयोजित समारोह में हिस्सा लिया। रात 9.30 बजे उन्होंंने सूर्यास्त के बाद मुगल-युग के स्मारक लाल किले से राष्ट्र को संबोधित करने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री बने और पुरानी प्रथा को तोड़ते हुए नया इतिहास रच दिया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया।
रविदास जयंती पर श्री गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर में की पूजा-अर्चना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 16 फरवरी को रविदास जयंती के अवसर पर दिल्ली के करोलबाग में श्री गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने यहां मत्था भी टेका। मंदिर में दर्शन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ‘‘शबद कीर्तन’’में भी हिस्सा लिया और वहां मौजूद महिलाओं के साथ भजन कीर्तन किया। मंदिर में गुरु रविदास को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद प्रधानमंत्री ट्वीट कर कहा, “रविदास जयंती के पुण्य अवसर पर आज मैंने दिल्ली के श्री गुरु रविदास विश्राम धाम मंदिर जाकर दर्शन किए। सभी देशवासियों को रविदास जयंती की शुभकामनाएं।”
Very special moments at the Shri Guru Ravidas Vishram Dham Mandir in Delhi. pic.twitter.com/PM2k0LxpBg
— Narendra Modi (@narendramodi) February 16, 2022
गुरु पर्व पर लखपत साहिब गुरुद्वारा में आयोजित समारोह को किया संबोधित
प्रधानमंत्री मोदी ने 25 दिसंबर, 2021 को गुजरात के कच्छ स्थित गुरुद्वारा लखपत साहिब में गुरु नानक देव जी के गुरुपर्व समारोह को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने साल 2001 में आए भूकंप का जिक्र किया और कहा कि मुझे गुरु कृपा से इस पवित्र स्थान की सेवा करने का सौभाग्य मिला था।
वाराणसी में आयोजित ‘‘देव दीपावली’’ समारोह में लिया हिस्सा
नवंबर 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आयोजित ‘‘देव दीपावली’’ समारोह में भाग लिया था। संत रविदास घाट पर दीप जलाकर देव दीपावली समारोह की शुरुआत की थी। देव दीपावली का कार्यक्रम शुरू होने के बाद वाराणसी के घाट जगमगा उठे। दीयों के प्रकाश से रोशनी की एक और गंगा बह निकली, जिसमें सारी काशी सराबोर हो गई। गंगा किनारे लेजर लाइट्स से अद्भुत नजारा दिखाई दिया।
बुद्ध जयंती समारोह में हिस्सा लेने वाले पहले प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री मोदी 20 अक्टूबर, 2021 को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर कुशीनगर में आयोजित समारोह में शामिल हुए और 2566 वीं बुद्ध जयंती को यादगार बना दिया। वे महापरिनिर्वाण मंदिर में बौद्ध रीति-रिवाज से भगवान बुद्ध का पूजन किया और 130 करोड़ देशवासियों की तरफ से चीवर दान किया। इसके साथ ही वे शयन मुद्रा वाली बुद्ध प्रतिमा पर चीवर चढ़ाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री बन गए।
गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व पर सिक्का जारी किया
गुरु गोविंद सिंह जी के 350 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर 2017 में देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी स्वयं पटना साहिब गए वहां मत्था टेका। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के सम्मान में एक सिक्का भी जारी किया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया को यह पता चलना चाहिए कि कैसे गुरु गोबिंद सिंह जी ने बहुत सारे लोगों को प्रभावित किया।
24 फरवरी, 2017 को प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु के कोयंबटूर में स्थित वेलियानगिरी पहाड़ी की तलहटी में ईशा योग केंद्र में ‘आदियोगी’ शिव की प्रतिमा का लोकार्पण किया। प्रतिमा का लोकार्पण करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने भगवान शिव की पूजा और आरती भी की। उन्होंने इस मौके पर उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि महाशिवरात्रि हमें प्रकृति की सुरक्षा के प्रति सावधान रहने की सीख देती है। हमें खुद को इस तरह से ढालने की जरूरत है, ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न हो।
लखनऊ के दशहरा में शामिल होकर आतंकवाद पर बोला हमला
वर्ष 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने लखनऊ में दशहरा समारोह में भाग लिया था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राम-लक्ष्मण-सीता-हनुमान की आरती उतारी। इसके बाद लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कही कि हमारे अंदर बुरी सोच के रूप में पल रहे रावण को खत्म करना है।आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। आतंकवाद के खिलाफ सबसे पहले लड़ाई जटायु ने लड़ी थी। 26/11 के हादसे के बाद सारी दुनिया को समझ आया कि आतंकवाद से कितना खतरा है। आतंकवाद को पनाह देने वालों को जड़ से खत्म करने की जरूरत पैदा हुई है। आतंकवाद को खत्म किए बिना मानवता की रक्षा संभव नहीं है।