राष्ट्रीय स्वयं सेवक के प्रमुख मोहन भागवत ने बिहार के मुजफ्फरपुर में स्वयंसेवकों को अनुशासन का का सबक सिखाते हुए एक बयान दिया कि ”अगर देश के सामने परिस्थि आती है तो सेना के साथ खड़े होने के लिए, नागरिको में से अगर सेना तैयार करनी पड़े तो 6 महीने का समय लग जाएगा, लेकिन स्वयंसेवक चूंकि परेड करते हैं, उनमें अनुशासन होता है, इसलिए स्वयंसेवक तीन दिन में तैयार हो जाएंगे।” संघ प्रमुख के इस बयान में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। वे अपने संगठन के सदस्यों के समर्पण शक्ति की सराहना कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस पार्टी इसे सेना का अपमान बताते हुए इसे तूल दे रही है।
The RSS Chief’s speech is an insult to every Indian, because it disrespects those who have died for our nation.
It is an insult to our flag because it insults every soldier who ever saluted it.
Shame on you Mr Bhagwat, for disrespecting our martyrs and our Army. #ApologiseRSS pic.twitter.com/Gh7t4Ghgon
— Office of RG (@OfficeOfRG) February 12, 2018
पार्टी के अध्यक्ष इसे सेना का अपमान बता रहे हैं… लेकिन सवाल यह है कि क्या कांग्रेस पार्टी को सेना के अपमान पर बोलने का हक भी है? अगर हम कांग्रेस के बड़े नेताओं के बयान देखें तो साफ है कि पार्टी ने कभी भी देश की सेना का सम्मान नहीं किया है। वह सेना को सियासत का मोहरा बनाती रही है और सेना को गुंडा, रेपिस्ट और मर्डरर जैसे वाक्यों से ‘अलंकृत’ करती रही है। आइये हम देखते हैं कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं के ऐसे ही घिनौने बयान।
कांग्रेसी संदीप दीक्षित ने सेना को गुंडा कहा
11 जून, 2017 का वह दिन कोई सच्चा भारतीय नहीं भूल पाएगा जब कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता संदीप दीक्षित ने सेना प्रमुख को गुंडा कहा। संदीप दीक्षित ने कहा, ”पाकिस्तान उलजुलूल हरकतें और बयानबाजी करता है। ख़राब तब लगता है कि जब हमारे थल सेनाध्यक्ष सड़क के गुंडे की तरह बयान देते हैं।” संदीप दीक्षित के इस बयान से साफ है कि सेना के प्रति कांग्रेस पार्टी के मन में कितना सम्मान है। हद तो तब हो गई जब न तो राहुल गांधी ने और न ही सोनिया गांधी ने सदीप दीक्षित के बयान पर कोई टिप्पणी की और न ही माफी की मांग की।
दिग्विजय सिंह ने सेना के जवान को थप्पड़ मारा
15 अक्टूबर 2015 की इस तस्वीर को देख कर कोई भी समझ जाएगा कि कांग्रेस पार्टी के दिल में सेना के प्रति कितनी नफरत भरी हुई है। ये तस्वीर उस समय की है जब मध्यप्रदेश के एक पुलिस कंट्रोल रूम में नियम विरुद्ध नियुक्ति मामले में पूछताछ के लिए आए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अर्द्ध सैनिक बल के जवान को बिना किसी गलती के थप्पड़ मारा था। खास बात यह कि दिग्विजय सिंह के विरुद्ध पार्टी ने न तो कोई कार्रवाई की और न ही माफी मांगने को कहा।
कांग्रेसी दिग्विजय सिंह ने सेना को हत्यारा कहा
16 अप्रैल, 2017 को दिग्विजय सिंह ने एक और शर्मनाक बयान दिया जिसे सुनकर कोई भी समझ सकता है कि कांग्रेस पार्टी सेना के प्रति क्या भाव रखती है। उन्होंने कहा, ”कश्मीरी लोगों को एक तरफ आतंकवादी मारते हैं, दूसरी तरफ भारतीय सेना के जवान।” दिग्विजय सिंह के इस बयान से समझा जा सकता है कि किस तरह कांग्रेस पार्टी सेना को सियासत का मोहरा बनाती है।
संजय निरुपम ने सर्जिकल स्ट्राइक को Fake कहा
28-29 सितंबर, 2016 की दरम्यानी रात को भारतीय सेना ने पीओके के भीतर सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान के 38 से अधिक आतंकियों को मार गिराया था। सेना के शौर्य की इससे बड़ी मिसाल क्या हो सकती है कि इस कार्रवाई में भारत की तरफ से कोई नुकसान नहीं हुआ था। सभी ने सेना के इस शौर्य को सलाम किया। सेना ने स्वयं सामने आकर इस कार्रवाई पर बयान दिया, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने इसे भी फर्जी करार दे दिया। पार्टी के नेता संजय निरुपम ने इसे फेक कहा।
Every Indian wants #SurgicalStrikesAgainstPak but not a fake one to extract just political benefit by #BJP.
Politics over national interest pic.twitter.com/4KN6iDqDo5
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) October 4, 2016
…तो आतंकी बुरहान वानी को जिंदा रखते सैफुद्दीन सोज
जिस आतंकी बुरहान वानी को भारतीय सेना ने एनकाउंटर कर ढेर कर दिया उसे कांग्रेस पार्टी जिंदा रखने की बात कहती है। कश्मीर में पार्टी के नेता सैफुद्दीन सोज ने कहा कि उनका बस चलता तो वह आतंकी बुरहान वानी को जिंदा रखते।
कांग्रेस के सलमान निजामी को सेना रेपिस्ट लगती है
कश्मीर में यूथ कांग्रेस के नेता सलमान निजामी भारतीय सेना को रेपिस्ट कहते हैं। इतना ही नहीं वह कश्मीर को भी भारत के साथ नहीं बल्कि आजाद देखना चाहता है। यानि कश्मीर को पाकिस्तान के साथ ले जाने को आतुर सलमान निजामी गुजरात में कांग्रेस पार्टी का प्रचार करते हैं, राहुल गांधी के साथ रहते हैं और वही राहुल सेना के सम्मान की बात याद दिलाते हैं।