भारतवंशी ऋषि सुनक के ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और ब्रिटेन के बीच का संबंध और बेहतर होने की उम्मीद की जा रही थी। इस उम्मीद के मुताबिक ही भारत और ब्रिटेन के रिश्ते अब आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं। इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी- 20 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की मुलाकत हुई। इस मुलाकात के कुछ घंटों के बाद ही प्रधानमंत्री सुनक ने वीजा देने के फैसले को हरी झंडी दिखा दी। इससे हर साल भारत के हजारों युवा पेशेवरों को लाभ मिलेगा।
Glad to see you PM @RishiSunak. Looking forward to working together in the times to come. @10DowningStreet pic.twitter.com/lvnW3PXd1N
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2022
दरअसल ब्रिटेन के प्रधानमंत्री सुनक ने यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स स्कीम के तहत भारतीय युवाओं को यूके में काम करने के लिए हर साल 3,000 वीजा देने का ऐलान किया। ब्रिटिश सरकार का कहना है कि इस तरह की योजना से लाभान्वित होने वाला भारत पहला देश है। ब्रिटेन के प्रधाममंत्री ने कहा, ‘आज यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स स्कीम की पुष्टि की गई है। 18-30 साल तक के भारतीय डिग्री धारक युवाओं को यूके में आने और दो साल तक काम करने के लिए तीन हजार वीजा की पेशकश की गई।’
Today the UK-India Young Professionals Scheme was confirmed, offering 3,000 places to 18–30 year-old degree educated Indian nationals to come to the UK to live and work for up to two years. pic.twitter.com/K6LlSDLne4
— UK Prime Minister (@10DowningStreet) November 16, 2022
डाउनिंग स्ट्रीट ने एक बयान में कहा, ‘भारत के साथ इस योजना का शुभारंभ हुआ है। ये हमारे द्विपक्षीय संबंधों और हमारी दोनों अर्थव्यवस्थाओं को मजबूत करने के लिए, भारत-प्रशांत क्षेत्र के साथ मजबूत संबंध बनाने के लिए यूके की व्यापक प्रतिबद्धता दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है।’ बयान में कहा गया कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में किसी अन्य देश के मुकाबले यूके का भारत से ज्यादा संबंध है। यूके में सभी अंतरराष्ट्रीय छात्रों में से लगभग एक चौथाई भारत से हैं। यूके में भारतीय निवेश यहां 95,000 नौकरियों का समर्थन करता है।
गौरतलब है कि यूके-इंडिया यंग प्रोफेशनल्स स्कीम की शुरुआत अगले साल 2023 में होगी। इस स्कीम को लेकर यूके-इंडिया माइग्रेशन और मोबिलिटी पार्टनरशिप पर पिछले साल सहमति बनी थी। ऋषि सुनक ने प्रधानमंत्री बनने के अपने अभियान के दौरान भी भारत के साथ यंग प्रोफेशनल्स के पारस्परिक आदान-प्रदान करने के बारे में बात की थी। अंग्रेजी अखबार ‘द हिंदू’ की खबर के मुताबिक, एक बयान में ऋषि सुनक ने कहा था, ‘मैं प्रत्यक्ष रूप से भारत के साथ हमारे गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों के अविश्वसनीय मूल्य को जानता हूं। मुझे खुशी है कि भारत के और अधिक प्रतिभावान युवाओं को अब यूके में जीवन का वह सब कुछ अनुभव करने का अवसर मिलेगा, जो हमारी अर्थव्यवस्थाओं और समाजों को समृद्ध बनाता है।’
पिछले महीने ब्रिटिश प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद ऋषि सुनक और प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली मुलाकात थी। इससे पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री के रूप में चुने जाने पर प्रधानमंत्री मोदी ने ऋषि सुनक को फोन करके बधाई संदेश दिया था। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक भारत के साथ मुक्त व्यापार संबंध के समर्थक रहे हैं। एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए सुनक ने कहा था कि दोनों देशों में रोजगार पैदा करने और भारत के लिए अपने कंज्यूमर फाइनेंशियल सर्विस इंडस्ट्री को लचीला बनाने के लिए ब्रिटेन, भारत के साथ एफटीए के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। सुनक ने कार्बन उत्सर्जन नेट जीरो एंबिशन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए भारत को क्लाइमेट फाइनेंस की सुविधा प्रदान करने की भी बात कही थी।