दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन को लेकर कई दावे किए गए कि इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है। लेकिन बार-बार संकेत मिलते रहे कि आंदोलन के पीछे कांग्रेसी नेताओं का हाथ है। अब भारतीय किसान यूनियन भानु गुट के भानु प्रताप सिंह ने आरोप लगाया है कि दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे लोगों को कांग्रेस ने खरीद लिया है। कांग्रेस ही इन लोगों को फंडिंग कर रही है। भानु प्रताप सिंह ने साफ कहा कि 26 जनवरी को हमें मालूम पड़ा था कि ये जितने भी संगठन टिकरी बॉर्डर सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, पर आंदोलन कर रहे थे। ये सब कांग्रेस के भेजे हुए और कांग्रेस के खरीदे हुए संगठन थे। कांग्रेस इनको फंडिंग कर रही थी। देखिए वीडियो-
सोशल मीडिया पर अब इसी बारे में चर्चा हो रही है।
#WATCH 26 जनवरी को हमें मालूम पड़ा था कि जितने भी संगठन सिंघु बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे। ये सब कांग्रेस के खरीदे हुए और कांग्रेस के भेजे हुए संगठन थे। कांग्रेस इनको फंडिंग कर रही थी: भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह pic.twitter.com/lEivlJe1G3
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 15, 2021
जानकारी के मुताबिक ये मोबाइल वीडियो अपने निर्माण के कुछ ही देर के भीतर लेफ्ट नेताओं के हाथ पहुंच गया। इसमे TMC MP डोला सेन राकेश टिकैत से कह रही हैं कि हम नन्दीग्राम में आपके मंच पर नही जाएंगे पर आपका सब arrangement कर देंगे।
बस #खेला_होबे हो गया! pic.twitter.com/yFn12W55Ds— vicky Jain (@vicky99715) March 15, 2021
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह का कहना है 26 जनवरी को हमे मालूम पड़ा था कि जितने भी यह संगठन सिंघु बॉर्डर, गाज़ीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे थे।
ये सब कांग्रेस के खरीदे हुए और भेजे हुए संगठन थे।
कांग्रेस इनको फंडिंग कर रही थी।— Naveen Kumar (@naveenjindalbjp) March 15, 2021
भानु प्रताप सिंह ने सही कहा। के असली किसान नही है। ये राजनीति कर रहे है।
सभी ये लोग कांग्रेस , लेफ्ट से मिले हुए है।देश के कुछ पत्तल कार इनको हवा दे रहे है।
पहले ये आंदोलन दिल्ली हरियाणा तक था।
अब राकेश टिकैत अपने साथियों के साथ बंगाल पहुँच गया।@AmitShah @JPNadda @nstomar pic.twitter.com/4bA98LK14s— Ankit {अंकित} (@ankit4nation99) March 15, 2021