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टीएमसी गुंडों की बर्बरता की शिकार बीजेपी कार्यकर्ता की बुजुर्ग मां का निधन, जनता पूछ रही सवाल- क्या ये बंगाल की बेटी नहीं थी?

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पश्चिम बंगाल के चुनाव के बीच उत्तर 24 परगना में बीजेपी कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार की बुजुर्ग मां का निधन हो गया। टीएमसी गुंडों की बर्बता की शिकार 85 साल की बुजुर्ग महिला शोवा मजूमदार ने एक महीन तक जिंदगी के लिए संघर्ष करने के बाद आखिरकार दम तोड़ दिया। शोवा मजूमदार की मौत के बाद पोस्टर वार छिड़ गया है। पोस्टर के माध्यम से सवाल पूछा जा रहा है कि क्या शोवा बंगाल की बेटी नहीं थी? इस मामले में बीजेपी भी ममता बनर्जी पर हमलावर हो गई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर दुख जाहिर किया है। 

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मृतक परिवार को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट में लिखा है कि बंगाल की बेटी शोवा मजूमदार जी के निधन से मन व्यथित है। टीएमसी के गुंडों ने उन्हें इतनी बेरहमी से पीटा कि उनकी जान चली गयी। शोवा मजूमदार के परिवार का दर्द और घाव ममता दीदी का लंबे समय तक पीछा नहीं छोड़ेगा।

अमित शाह के अलावा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि ईश्वर, वृद्ध मां शोभा मजूमदार जी की आत्मा को शान्ति प्रदान करे। बेटे गोपाल मजूमदार के भाजपा कार्यकर्ता होने के कारण उनको अपनी जान गंवानी पड़ी। उनके बलिदान को सदैव याद किया जाएगा। ये भी बंगाल की मां थी, बंगाल की बेटी थी। बीजेपी हमेशा मां और बेटी की सुरक्षा हेतु लड़ती रहेगी।

गौरतलब है कि 27 फरवरी को निमटा थानाक्षेत्र के उत्‍तरी दमदम में बीजेपी कार्यकर्ता गोपाल मजूमदार के घर पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया था। हमलावरों ने बीजेपी कार्यकर्ता के घर के अंदर घुसकर लोगों को पीटा था। हमले के बाद मजूमदार की मां ने दावा किया कि उन्हें और उनके बेटे को तूणमूल कांग्रेस के गुंडों ने पीटा है। उन्‍होंने बताया था कि हमलावर उन्‍हें धमकी देकर गए थे कि इस बारे में वो किसी को कुछ भी न बोलें।

शोवा मजूमदार ने कहा था कि मैं न तो बात कर सकती हूं और न ही ठीक से बैठ सकती हूं। बदमाशों की संख्या तीन से चार थी और उन्होंने अपने चेहरे को ढक रखा था। उन्होंने मेरे बेटे से कहा कि चुप रहो और किसी से एक शब्द भी मत कहो, हमें पीटा गया क्योंकि मेरा बेटा बीजेपी के साथ काम कर रहा है।

उधर टीएमसी के दबाव में पुलिस अधिकारी ने मामले को नया मोड़ देने की कोशिश की। अधिकारी ने दावा किया कि बीजेपी समर्थक की मां पर हमला नहीं किया गया और उनका चेहरा किसी बीमारी के कारण सूज गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए जब बीजेपी ने हंगामा किया तो पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वह मामले की जांच कर रहे हैं। उन्‍होंने बताया था कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की अब तक पहचान नहीं हो सकी है क्योंकि वे मास्क लगाए हुए थे। 

 

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