महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की हिंदू विरोधी सरकार को बीजेपी नेता अमित मालवीय ने तगड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने साफ कहा है कि सड़क पर नमाज पर रोक नहीं तो हनुमान चालीसा पर क्यों? बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने ट्वीट कर लिखा कि जब इतने सालों से सड़कों पर नमाज पढ़ी जाती रही, 5 बार अजान की आवाज सुनाई देती थी तो किसी ने मुसलमानों को घर के अंदर नमाज पढ़ने को नहीं कहा, लेकिन सार्वजनिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर सकते। भारत के धार्मिक आधार पर विभाजन के बाद मुस्लिमों को लगातार दी जाने वाली रियायत भारत की राष्ट्रीयता के विचार में हस्तक्षेप है।
All these years when namaz was read on roads, aazan blared 5 times, no one asked Muslims to pray indoors, but Hanuman Chalisa must not be recited in public.
Continued concession to minorities, post a bitter partition on religious line, meddles with the idea of India’s nationhood.— Amit Malviya (@amitmalviya) April 26, 2022
इसके पहले महाराष्ट्र से निर्दलीय सांसद नवनीत कौर राणा और उनके पति विधायक रवि राणा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के घर के बाहर हनुमान चालीसा का जाप करने की घोषणा की थी, जिसको लेकर शिव सैनिकों ने काफी बवाल किया। और मुंबई पुलिस नवनीत राणा और रवि राणा को घर से गिरफ्तार कर ले गई। इस पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि हनुमान चालीसा पढ़ना है तो अपने घर में और मंदिर में जाकर पढ़िए। संजय राउत के इस बयान पर लोगों सवाल करने लगे कि आखिर सड़क पर नमाज पर रोक नहीं तो हनुमान चालीसा पर क्यों? क्या शिव सेना की सरकार हनुमान चालीसा से डर गई है। अमित मालवीय ने उस समय भी ट्वीट कर कहा था कि बालासाहेब ठाकरे के बेटे को अब हनुमान चालीसा से ही डर लगता है।
Balasaheb Thackrey’s son is scared of Hanuman Chalisa.
— Amit Malviya (@amitmalviya) April 23, 2022
हनुमान चालीसा पर देशभर में बहस जारी है। सोशल मीडिया पर भी हनुमान चालीसा को लेकर चर्चा हो रही है। यूजर्स ठाकरे सरकार को फटकार लगा रहे हैं।
बाला साहेब के मातोश्री के अंदर रोजा इफ्तार हो सकता है लेकिन मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ नहीं हो सकता! pic.twitter.com/ILZSgEYuzj
— विकास प्रीतम सिन्हा (@VikashPreetam) April 26, 2022
आतंकी दाऊद के साथ कनेक्शन के आरोप में गिरफ्तार नवाब मलिक देशद्रोही नहीं है
लेकिन
मातोश्री के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा करने वाली नवनीत राणा देशद्रोही हैं ?#KissaRajneetiKa— Minakshi Shriyan (@Minakshishriyan) April 26, 2022
अद्भुत है महाराष्ट्र में ‘सेक्युलरिज़म’ का खेल…हनुमान चालीसा पढ़ने पर लोगों को भेजा जा रहा है जेल!
— Pragya Shandilya?? (@ShandilyaPragya) April 26, 2022
हनुमान चिरंजीव देवता है उसका वर्णन करने वाला स्तोत्र हनुमान चालीसा ने अब पूरे देश में चर्चा और डिबेट का माहौल बनाया है इसमें जो राजनीति चल रही है वो छोड़ देकर भी अब जनता के सामने कौन ये स्तोत्र पढ़ना चाहते हैं और किन लोगो का विरोध है ये स्पष्ट हुआ है . @RamVSatpute @EshaanSG
— Dr. Prashant Sathe (@pvsathesir) April 26, 2022
उद्धव कहता है की बाला साहेब ने दादागिरी तोड़ना सिखाया है। उनका बेटा होता तो गोल टोपी के पैरो मे गिरकर सत्ता के लिए उनका थूक ना चाटता।हनुमान चालीसा के पढ़ने के लिए कहने मात्र पर देश द्रोह का मुकदमा,पर सड़क जाम कर नमाज पढ़ने पर कारवाई पर पैंट गीली। क्या इसे बालासाहब का बेटा माने?
— SK SHARMA (@SKSHARM05909566) April 26, 2022
” ये काफिरोंको सीधे चेतावनी है के हम तैयार है बस सही मौके और
सही जिन्ना का इंतजार “जिन नेताओंकी नजरों मे ये प्रदर्शन सेकुलर और देशकी एकता और अखंडता को मजबुत करनेवाला है
उन्ही नेताओंकी नजरों मे हनुमान चालिसा का सडकपर पाठ लाॅ ऐंड ऑर्डर के लिये खतरा है https://t.co/O0rIjYtNeQ— Shyamsunder Choubey (@Shyamji18691991) April 26, 2022
यह नमाज पढ़ रहे हैं या बांग दे रहे हैं?
हनुमान चालीसा और सड़क पर नहीं पढ़ सकते तो यह क्या हो रहा है?@narendramodi
केंद्र और राज्य सरकारें कृपया ध्यान दें।https://t.co/1omC2m92gA
— रघुनाथ सिंह सोलंकी (@RaghuNa16513085) April 26, 2022
पुलिस द्वारा इफ्तार पार्टी का आयोजन देश में हो सकता है लेकिन सड़क पर हनुमान चालीसा पढ़ने पर वो ही पुलिस राजद्रोह का मुकदमा लगा देती है।
जब तक देश पुराने कानूनों से चलेगा तो ये ही होगा। इसीलिए रिफॉर्म अति आवश्यक हो गए हैं।@AshwiniUpadhyay#हनुमान_चालीसा pic.twitter.com/ri1Jb1oKmZ— ?? ? बृजेश भाटी ? ?? (@BGBhati_) April 26, 2022
In India
-Angry Hanuman stickers on private cars is communal
-Kawar Yatra once in a year on road is communal
-Saffron flags on private houses is communal
-Reciting Hanuman Chalisa is also communal-Namaz on middle of the road is secular & if you complain then you’re communal
— Mr Sinha (@MrSinha_) April 26, 2022
An elected MP and an elected MLA are in jail right now for chanting Hanuman Chalisa
If this is not Hinduphobia, I do not know what is.
— Abhishek (@AbhishBanerj) April 26, 2022
On the one hand you have a CM Yogi in UP who ensures that law is applicable to all without fear or favour & now both Mandir & Masjids are removing illegal loudspeakers BUT in Maharashtra sadly those chanting Hanuman Chalisa acted upon but special VOTEBANK VETO for others ? pic.twitter.com/QjsBQAFENZ
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) April 26, 2022