Home समाचार एक छोटी सी स्पीच और बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल की बखिया उघेड़...

एक छोटी सी स्पीच और बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल की बखिया उघेड़ कर रख दी, आप भी देखिए वायरल वीडियो

SHARE

सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। ये वीडियो आजतक के कार्यक्रम हल्ला बोल का है। इस कार्यक्रम में जातिगत जनगणना पर चर्चा हो रही है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के जातीय जनगणना पर जोर दिए जाने को लेकर बीजेपी प्रवक्ता सिद्धार्थ यादव ने जोरदार तरीके से अपनी बात रखी। हल्ला बोल कार्यक्रम में बीजेपी प्रवक्ता ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की जातीय जनगणना की मांग की धज्जियां उड़ा कर रख दी। जातीय जनगणना पर कांग्रेस के सारे धागे खोलते हुए उन्होंने कहा कि ‘आखिर यह ख्याल राहुल बाबा के मन में कब आया होगा। 2023 से पहले तो हम उनके मुंह से नहीं सुनते थे। 2019 का चुनाव तो उन्होंने जाति जनगणना के नाम पर नहीं लड़ा। 2014 भी नहीं लड़ा। 50 चुनाव उनके नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी हार गई। कभी उन्होंने जाति की बात नहीं की।’

उन्होंने आगे कहा कि ‘यह जो हथियार है यह 2023 में उनके हाथ में आया। कोई भी बात अगर किसी नेता के द्वारा बोली जाती है, तो उसके कुछ तो आधार हो सकते हैं। या तो कोई हिस्ट्री होगी कि उनकी पार्टी की उनके पहले उठाने की, पार्टी की कोई पॉलिसी होगी या परिवार की कोई बात होगी। अब परिवार में तो नाना पत्र लिखा करते थे सभी मुख्यमंत्रियों को कि अगर इस देश में दलितों का आरक्षण दे दिया गया तो यह क्वालिटी घट जाएगी देश की। उनकी दादी कहा करती थी ना जात पे ना पात पे मोहर लगेगी हाथ पे। उनके पिताजी कहा करते थे कि ये पिछड़े वर्ग वाले बुद्धू हैं। जब परिवार की ऐसी हिस्ट्री है तो ख्याल उनके मन में नहीं आ सकता। अब पार्टी की नीति भी ऐसी नहीं रही। पार्टी की नीति तो एएमयू से जामिया से आरक्षण छीनने वाली रही। पार्टी की नीति तो कर्नाटक में, तेलंगाना में आरक्षण छीनने वाली रही।’

बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल गांधी के देश विरोध नीति पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘यह बहुत बड़ा एक यंत्र है जो कांग्रेस पार्टी और पूरी इनकी जो जमात एक है, इको सिस्टम है यह उसको लड़ रहा है। एक डिवाइड एंड रूल करने आए थे ईस्ट इंडिया पॉलिसी वाले। 2000 किलोमीटर दूर से यह इटली मम्मी सन पॉलिसी जो आई है। यह जो कंपनी आई है इन्होंने इस देश को कहीं ना कहीं विभाजन करने की बात करी। और ओबीसी, पिछड़े, एससीएसटी का ख्याल तभी आया जब इस देश में एक ओबीसी वर्ग का प्रधानमंत्री आया। वर्षों से भारतीय जनता पार्टी और संघ के लिए नैरेटिव चलाते थे कि ये पिछड़ा विरोधी है। और फिर देख के सकपका गए कि सबसे लंबा प्रधानमंत्री देने का काम पिछड़े वर्ग का अगर कोई कर पा रहा है तो भारतीय जनता पार्टी कर पा रही है। इसलिए यह कांप गए क्योंकि उनको लगा कि यह एनसीबीसी को संवैधानिक दर्जा 25 साल बाद देने वाली कोई पार्टी आई तो ये भारतीय जनता पार्टी है। जब इस देश में लगा कि हिंदू आस्था और अस्मिता एकजुट हो रही है। तब यह डिवाइड एंड रूल वाली पॉलिसी लेकर के आए। और इन्होंने सोचा इस देश को जातियों के आधार पर बांटा जाएगा। इसलिए यह लड़ाई अधिकार की नहीं है, यह लड़ाई प्रतिकार की है और कोई भी लड़ाई जो किसी सेल्फिश मोटर से लड़ी जाए, षड्यंत्र के तहत पर लड़ी जाए वो देश का नुकसान करेगी। इसीलिए अब राहुल बाबा अपनी लड़ाई में, चंगुल में खुद फंस गए हैं। सबसे जातियां पूछ रहे थे, किसी ने टिप्पणी कर दी संसद के अंदर खड़े हो करके तो, तिलमिलाने लगे… मम्मी-मम्मी देखो मेरे साथ क्या हुआ। मेरी जाति पूछ ली गई अब मैं कहां जाऊंगा।’

बीजेपी प्रवक्ता का संबोधन सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। लोग सिद्धार्थ यादव के तेवर की प्रशंसा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि बीजेपी को इसी तरह पेश आने की जरूरत है।

Leave a Reply