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पीएम का सीए से ईमानदारी की राह चलने का आह्वान

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द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के स्थापना दिवस के कार्यक्रम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संबोधित किया। इस कार्यक्रम का देशभर में अलग-अलग 200 शहरों में लाइव प्रसारण भी किया गया। देशभर में जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) लागू होने के बाद चार्टर्ड अकाउंटेंसी के पाठ्यक्रम में भी बदलाव किया गया। नए पाठ्यक्रम को पीएम मोदी ने लॉन्च किया। उन्होंने ICAI को स्थापना दिवस की बधाई दी। दिल्ली में शाम को झमाझम बारिश के बीच कार्यक्रम में उपस्थित प्रोफेश्नल्स की भीड़ और उनके उत्साह पर प्रधानमंत्री ने खुशी जताई और कहा कि यह एक सुखद संयोग है कि एक जुलाई को ICAI स्थापना दिवस है और देश में आज ही के दिन जीएसटी (गुड्स और सर्विस टैक्स) लागू हुआ जो देश की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत जरूरी है।

सीए अर्थव्यवस्था के मजबूत आधारस्तंभ

प्रधानमंत्री मोदी ने सीए प्रोफेश्नल्स से कहा कि देश की संसद ने आप सबको एक पवित्र अधिकार दिया है। बही-खातों में सही को सही गलत को गलत करने का, ऑडिट करने का, सर्टिफाइड करने का अधिकार जो सिर्फ और सिर्फ आपके पास है। आप देश की अर्थव्यवस्था के मजबूत और महत्वपूर्ण स्तंभ हैं। उन्होंने कहा कि शास्त्रों में चार पुरुषार्थ बताए गए हैं – अर्थ, धर्म, काम और मोक्ष। अगर धर्म मोक्ष की बात करें तो संत और ऋषि ध्यान में आते हैं। वैसे ही चार्टर्ड अकाउंटेंड अर्थजगत के ऋषि-मुनि हैं। अर्थ का सही आचरण क्या है, इसका दिशा दिखाने का दायित्व आप लोगों का है। जिस प्रकार एक डॉक्टर शारीरिक स्वास्थ्य की चिंता करते हैं आप समाज की आर्थिक व्यवस्था के स्वास्थ्य की चिंता करते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया भर में भारतीय सीए की समझ और बेहतरीन फाइनेंशियल स्किल के लिए जाना जाता है। मुझे उम्मीद है नया कोर्स इस प्रोफेशन में आने वाले लोगों की फाइनेंशियल स्किल को और बढ़ाने में मदद करेगा।

स्विस बैंक में भारतीयों की जमा राशि में आई कमी

मोदी ने सीए से कहा कि मेरी और आपकी देशभक्ति में कोई अंतर नहीं है। उन्होंने कहा कि जनता देश को संकट से उबार देती है, लेकिन अगर उस देश में कुछ लोगों को चोरी करने की आदत पड़ जाए, तो वह देश कभी नहीं उठ पाता। सारे सपने टूट जाते हैं और विकास रुक जाते हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार ने कई कानून बनाए हैं और पुराने कानूनों को सख्त किया गया है। कई देशों के साथ समझौते भी किए हैं। उन्होंने कहा कि स्विस बैंक के ताजे आकड़े के मुताबिक भारतीयों द्वारा जमा राशि अब तक के सबसे नीचे स्तर पर पहुंच गई है। पिछले साल की रिपोर्ट जो अब आई है, उसके अनुसार भारतीयों का जो पैसा वहां जमा है, उसमें 45 फीसदी की कमी आई है जबकि 2013 की स्विस बैंक की रिपोर्ट बताती है कि तब भारतीयों द्वारा जमा राशि में 42 फीसदी की वृद्धि हुई थी। दो साल बाद जब रियल टाइम पर डाटा मिलने लगेगा तो काला धन रखने वालों के लिए और मुसीबत आने वाला है।

नोटबंदी के बाद हो रही है डाटा माइनिंग

नोटबंदी का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कालेधन के खिलाफ बहुत बड़ा कदम 8 नवंबर की रात को लिया गया था। उसके बाद सीए प्रोफेश्नल्स का काम काफी बढ़ गया था। पूरे करियर में उतना काम नहीं किया जितना उन दिनों आप लोगों ने किया। उन्होंने सीए प्रोफेश्नल्स पर सवाल भी उठाए कि तब आप लोगों ने देश के लिए काम किया था या क्लाइंट के लिए… ये आप सब जानते हैं। पीएम ने बताया कि बैंकों में जमा 1000 और 500 के पुराने नोटों के रिकॉर्ड को खंगाला जा रहा है। कुछ खंगाला गया है, बहुत खंगालना अभी बाकी है। अब तक 3 लाख से ज्यादा पंजीकृत कंपनियों का लेन-देन शक के दायरे में है। इतना ही नहीं 3700 से ज्यादा ऐसी कंपनियों की पहचान की गई हैं जिन पर हवाला जैसे लेनदेन का शक है। 

एक लाख कंपनियों की मान्यता रद्द

सरकार किस तरह से काम करती है, इसका जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि एक तरफ पूरी सरकार और मीडिया, व्यापारी जगत 30 जून रात 12 बजे क्या होगा इस पर फोकस्ड थी। उधर, हमारी सरकार ने एक लाख रजिस्टर्ड कंपनियों की मान्यता रद्द कर दी और उन पर ताला लगा दिया है। इस तरह का फैसला राष्ट्रहित के लिए जीने वाला व्यक्ति ही कर सकता है। यह देशभक्ति की प्रेरणा से आती है। पीएम ने सीए प्रोफेश्नल्स पर सवाल भी उठाए और कहा जिन कंपनियों पर ताला लगा है, वे लोग भी किसी न किसी आर्थिक डॉक्टर के पास गए होंगे। ऐसे डॉक्टरों की पहचान जरूरी है।

देश में 10 लाख से अधिक कमाने वाले सिर्फ 32 लाख!

पीएम ने कहा कि जिस देश में 2 लाख 72 हजार से ज्यादा सीए हों, सीए प्रोफेश्नल्स से जुड़े कर्मचारियों तक को मिला लें तो 8 लाख, जिस देश में 2 करोड़ से ज्यादा इंजीनियर हों, लाखों डॉक्टर हों, अगर देश के तमाम शहरों के आलीशान घरों को देखें, वो भी करोड़ों में होगी। सालभर में देश से बाहर विदेश घूमने वाले भारतीयों की संख्या 2 करोड़ 18 लाख हो, उस देश में सिर्फ 32 लाख ऐसे हैं जिनकी आय 10 लाख से अधिक है। इन आंकड़े पर विश्वास नहीं होता है। पीएम ने कहा कि अगर सलाह देने वाला सच्चाई छिपाने के लिए कह रहा है तो कोई भी गलत करने से डरेगा नहीं, इसलिए ऐसी सलाह देने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है। ICAI पर भी पीएम ने सवाल उठाया कि 11 सालों में सिर्फ 25 सीए पर ही कार्रवाई हुई है जबकि 1400 केस वर्षों से पेंडिंग हैं। ये चिंता का विषय है।

आर्थिक आजादी के लिए सीए प्रोफेश्नल्स योगदान दें

पीएम ने सीए प्रोफेश्नल्स से कहा कि जिस तरह आजादी की लड़ाई में प्रोफेश्नल्स आगे आए थे, जिदंगी खपा दी थी। आइए अर्थव्यवस्था की इस लड़ाई में आप भी देश के लिए काम करें। यहां जान देने और जेल जाने की जरूरत नहीं है, सिर्फ ईमानदारी से काम करने की जरूरत है। लोगों को टैक्स चुकाने के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। उन्होंने सीए को इकोनॉमी सिस्टम का सबसे भरोसेमंद एंबेसडर भी कहा है।

सीए का सिग्नेचर पीएम के सिग्नेचर से अधिक महत्वपूर्ण

पीएम ने कहा कि मेरे सिग्नेचर से भी अधिक मूल्यवान है सीए का सिग्नेचर। एक सीए की सिग्नेचर की वैल्यू के बारे में भी बताया कि कंपनी की बैलेंस सीट पर जब आप सिग्नेचर करते हैं तो उसका मतलब क्या होता है। उन्होंने सीए को भरोसा बनाए रखने की बात की है। उन्होंने सीए से आह्वान भी किया कि अगर आप महसूस करते हैं कि ये भरोसा टूटा है तो आप फिर से उसे स्थापित कीजिए, अपने काम के महात्म्य को समझिए। आपको इसकी अनुभूति होगी। 

टैक्स देने के लिए प्रेरित करने की अपील 

टैक्स का पैसा कहां जाता है, पीएम ने इस पर भी बात की। टैक्स से क्या-क्या होता है, ये बताते हुए सीए प्रोफेश्नल्स से कहा कि अगर आप ठान लेंगे तो टैक्स चोरी करने की हिम्मत कोई नहीं कर पाएगा। इंसान चोरी तभी करता है जब उसे पता है कि उसे कोई बचा लेगा। आप लोगों तक पहुंचिए… उनकी मदद कीजिए …उनको जागरूक कीजिए… ईमानदारी की मुख्यधारा में आने के लिए प्रेरित कीजिए … ।सरकार सीए प्रोफेश्नल्स को दिवालिया हो चुकी कंपनियों के लिए प्रशासनिक नियंत्रक बनाने का कानून बना चुकी है।

नए भारत के लिए भूमिका की बात

पीएम मोदी ने आजादी के 75वें वर्ष 2022 और उसके दो साल बाद ICAI की स्थापना के 75 वर्ष के लिए सीए प्रोफेश्नल्स से एक लक्ष्य बनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि नया भारत हम सबके परिश्रम की प्रतीक्षा कर रहा है हम देश को जैसा देखना चाहते हैं, वैसा करने के लिए काम करें। पीएम ने कहा कि विश्व में बिग 4 के नाम से चार कंपनियां हैं। आप सब तय करें कि बिग 4 से 2024 आते-आते बिग 8 बने और उस बिग 8 में से बिग 4 यहां की कंपनी बने। देश के पास प्रतिभा की कमी नहीं है, ऐसा किया जा सकता है। चाणक्य की बात को दोहराते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कर्तव्य का समय टल जाने के बाद समय ही उसकी सफलता को खत्म कर देता है। इसलिए हमें एक अवसर मिला है, इस अवसर को हाथ से जाने नहीं देना है।

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