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मोदी राज में हेल्थ केयर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन रहा है भारत

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश को हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने कई क्रांतिकारी और ऐतिहासिक पहल की है, जिससे हेल्थ सेक्टर में देश आत्मनिर्भरता की नई कहानी गढ़ रहा है। भारत ने 279 दिन में सौ करोड़ से अधिक वैक्सीनेशन का आंकड़ा पार कर अपने सामर्थ्य का लोहा मनवाया है। गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के साथ ही देश हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। आज मोदी राज में ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं में वृद्धि और विकेंद्रीकरण पर जोर दिया जा रहा है। मरीजों को अपने जिले और राज्य में बेहतर और आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, इसके लिए प्रधानमंत्री मोदी ने वाराणसी में ‘आयुष्‍मान भारत हेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर मिशन’ की शुरूआत की। इसके तहत जिला स्तर पर आईसीयू, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाएंगे।

मोदी सरकार शहरी स्थानीय निकायों के सहयोग से 11,044 शहरी एचडब्ल्यूसी के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवा के विकेंद्रीकरण की योजना बना रही है। विशेषज्ञ सेवाओं के लिए शहरी पॉलीक्लिनिक भी स्थापित किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि मोदी सरकार के पिछले सात साल के कार्यकाल में स्वास्थ्य सेवा पर होने वाले खर्च में आठ गुना बढ़ोतरी हुई है। मेडिकल शिक्षा पर फोकस किया गया है। मोदी सरकार ने नेशनल मेडिकल कमीशन स्थापित किया। मेडिकल कॉलेजों की स्थापना से बेहतर चिकित्सा सेवा के साथ ही युवाओं के डॉक्टर बनने का सपना साकार हो रहा है। मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाएं आज गरीब और असहाय लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। वहीं मोदी सरकार स्वास्थ्य सुविधा के मामले में ब्लॉक, जिलों और राज्यों को आत्मनिर्भर बनाकर आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रही है।

आत्मनिर्भर और स्वस्थ भारत की दिशा में बढ़ते कदम

  • स्वास्थ्य बजट 33 हजार करोड़ से बढ़कर 2.25 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
  • आयुष्मान भारत योजना के तहत 2.27 करोड़ लोगों का मुफ्त इलाज हुआ है।
  • देशभर में पीएम केयर्स फंड से वित्त पोषित 1,224 ऑक्सीजन प्लांट लगाए गए हैं।
  • 2014 में 6 एम्स थे, जिनकी कुल संख्या बढ़कर 21 तक पहुंच गई है।
  • 2014 में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 387 थी, जो बढ़कर 581 हो गई है।
  • 2014 में मेडिकल की सीटें 51348 ही थी, जो बढ़कर 85825 हो गई हैं।
  • देशभर में 79 हजार से अधिक हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर खुल गए हैं।
  • देशभर में 8,393 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र खोले जा चुके हैं।
  • मोदी सरकार में हर 4-5 गांव के बीच योगा सेंटर खोला जा रहा है।
  • मोदी सरकार ने आयुष्मान भारत डिजिटल हेल्थ मिशन की शुरुआत की।
  • टेलीमेडिसिन सेवा ‘ई-संजीवनी’ से प्रतिदिन 90,000 लोगों का इलाज हो रहा है।
  • जिला स्तर पर 602 क्रिटिकल केयर ब्लॉक स्थापित किए जा रहे हैं।
  • ब्लॉक स्तर पर 4000 से अधिक पब्लिक हेल्थ यूनिट्स और लैब बनेंगे।
  • देश में 4 नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की स्थापना की जाएंगी।
  • स्वास्थ्य को लेकर मोदी सरकार ने 4 Pillar पर फोकस किया है।
  • पीएम मोदी ने खेलो इंडिया, फिट इंडिया, स्वच्छ भारत मिशन की पहल की।

 

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