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सोनिया-राहुल को खुश करने के लिए गहलोत वो रैली जयपुर में करेंगे, जिसे कराने से दिल्ली ने मना कर दिया,  ओमिक्रॉन की दहशत में एक लाख लोग जुटेंगे

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दुनिया में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की वजह से दहशत है। देश में कोरोना के इस घातक वैरिएंट ओमिक्रॉन की एंट्री हो चुकी है। सीएम अशोक गहलोत खुद तीसरी लहर को लेकर चिंता जता चुके हैं। तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां दस दिन में रोगी दोगुने हो गए। दस दिन में एक्टिव रोगी दो गुने देश के किसी भी राज्य में नहीं हुए। इस सबके बावजूद दिल्ली दरबार के आकाओं (सोनिया-राहुल) को खुश करने के लिए कांग्रेस की दिल्ली में होने वाली रैली को जयपुर में कराने का फैसला लिया है।

जयपुर में 12 दिसंबर को होगी कांग्रेस की रैली, सोनिया-राहुल आएंगे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुद कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। दो माह तक वे क्वारंटाइन में रहे। दूसरी लहर में उनकी एंजियोप्लास्टी हुई। स्कूलों में भी कई बच्चे पॉजिटिव आने के बाद ऑनलाइन क्लास फिर के शुरू करने का फैसला किया गया, लेकिन अब कांग्रेस की विशाल रैली से प्रदेश पर कोरोना मामले बढ़ने का खतरा बढ़ रहा है। 12 दिसंबर को कांग्रेस की दिल्ली में होने वाली महंगाई हटाओ रैली अब जयपुर में होगी । इसमें सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कांग्रेस के सभी बड़े नेता शामिल होंगे और एक लाख से ज्यादा लोग जुटेंगे।

रैली की मंजूरी दिल्ली ने बढ़ते कोरोना के कारण नहीं दी
इसी रैली की मंजूरी दिल्ली ने बढ़ते कोरोना के कारण नहीं दी । अब इस रैली की मेजबानी राजस्थान सरकार करेगी। दिल्ली की जगह जयपुर को चुनने के पीछे एक वजह यह भी है कि सीएम अशोक गहलोत पहले भी प्रदेश में बढ़ी रैलियां कर चुके हैं। तैयारियों को लेकर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और राजस्थान प्रभारी अजय माकन आज जयपुर पहुंचेंगे।

प्रियंका के बाद अब सोनिया-राहुल भी पॉलिटिकल टूरिज्म पर
कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा उत्तर प्रदेश में पॉलिटिकल टूरिज्म पर जाती रहती हैं। इस बार उनके भाई राहुल गांधी और कांग्रेस की स्वयंभू अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पॉलिटिकल टूरिज्म के लिए राजस्थान को चुना है। सोनिया-राहुल को खुश करने के लिए रैली की तैयारियां शबाब पर हैं। कोरोना के बावजूद रैली में ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए 13 जिलाध्यक्षों की नियुक्ति भी कर दी गई है। हालांकि इसी सप्ताह मंगलवार को भी माकन महंगाई हटाओ रैली की तैयारियों को लेकर जयपुर आए थे। उन्होंने पीसीसी में सभी मंत्रियों, विधायकों और कांग्रेस पदाधिकारियों की बैठक भी ली थी।

प्रदेश में पहने कैसे कोरोना फैला….ये देखिए ट्रेंड
ऐसा लगता है कि प्रदेश सरकार कोरोना का ट्रेंड भूल गई है। प्रदेश में जब भी चुनाव की रैलियों में भीड़ जुटी कोरोना का बड़ा अटैक हुआ है। पिछले साल पंचायत व निगम चुनाव प्रचार में कोरोना भी खूब फैला था. इसमें प्रदेश के चार विधायक, एक पूर्व सांसद व तीन पूर्व मंत्रियों की कोरोना से मौत हुई। यह तय माना जा रहा है कि इस तरह की बड़ी रैलियों के आयोजन से प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना के केस बढ़ेंगे।

चुनाव प्रचार और बैठकों के कारण सांसद व पूर्व मंत्री संक्रमित
पिछले साल नवंबर महीने में कोटा व चित्तौड़गढ़ में नगर निगम चुनाव प्रचार के दौरान चित्तौड़गढ़ सांसद सीपी जोशी व पूर्व मंत्री किरण माहेश्वरी कोरोना संक्रमित हुए थे।  इस दौरान वे चित्तौड़गढ़ में पंचायत चुनाव को लेकर जिला भाजपा की बैठक में भी शामिल हुए थे। जोशी कोटा संभाग प्रभारी होने के कारण 7 दिन कोटा नगर निगम चुनाव प्रचार में जुटे थे। किरण माहेश्वरी की बाद में कोरोना से मौत हो गई थी।हल्ला बोल कार्यक्रम के बाद राठौड़ भी हुए थे पॉजिटिव
भाजपा के हल्ला बोल कार्यक्रम के दौरान भाजपा के उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ फील्ड में रहे थे। 31 अगस्त से 1 सिंतबर तक हनुमानगढ़ जिले के दौरे पर थे। दो सितंबर को ट्विट कर पॉजिटिव होने की जानकारी दी। निगम व पंचायत चुनाव में पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट और गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला संक्रमित हुए। भाजपा देहात महामंत्री जितेन्द्र शर्मा कोरोना की चपेट में आए।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व आधी कैबिनेट कोरोना संक्रमित हुई थी
सीएम से लेकर कैबिनेट के अधिकांश मंत्री कोरोना संक्रमित हुए हैं। सीएम अशोक गहलोत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा,  नरेंद्र बुढ़ानिया, मदन दिलावर, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा, मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, मंत्री विश्वेंद्र सिंह, मंत्री हेमाराम चौधरी, राज्य मंत्री सुभाष गर्ग, विधायक अमीन कागजी, कृष्णा पूनियां, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, पूर्व मंत्री गोपाल बाहेती, दीपेंद्र सिंह शेखावत, पीआर मीणा, रमेश मीणा, रामनिवास गावड़िया, रफीक खान, राजेंद्र पारीक, दानिश अबरार, पानाचंद मेघवाल, विधायक अशोक लाहोटी, पूर्व मंत्री कालीचरण सर्राफ,  और बाल आयोग की चेयरमैन संगीता बेनीवाल कोरोना संक्रमित हुए थे। नेताओं से मिलने वाले बहुत से लोग होते हैं, कई बार कोरोना संक्रमण लोगों से उन्हें हो जाता है तो कभी वे भी स्प्रेडर की भूमिका निभाते हैं।

दक्षिण अफ्रीका से जयपुर आए चार लोग पॉजिटिव, ओमिक्रॉन का शक
दक्षिण अफ्रीका से जयपुर वापस आए दो बच्चों समेत चार लोग पॉजिटिव पाए गए हैं। इनमें ओमिक्रॉन का शक है, जांच जारी है। प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां दस दिन में ही एक्टिव मरीज दो गुने हो गए। 20 नवंबर को यहां पर एक्टिव रोगी 103 थे, जो अब 203 पहुंच गए। दस दिन में एक्टिव रोगी दो गुने किसी भी राज्य में नहीं हुए। दीवाली के बाद सिर्फ एक ही जिले में पॉजिटिव मिल रहे थे, गुरुवार को 9 जिलों में मिले। जयपुर में 20 नवंबर को 57 एक्टिव रोगी थे। अब 115 हैं। ओमिक्रान प्रभावित 11 देशों से अजमेर में 25 लोग पहुंचे। इतना सारा ट्रेंड और प्रमाण होने के बावजूद रैलियों से राजधानी जयपुर को ‘कोरोना जोन’ बनाने के प्रयास हो रहे हैं !!

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