प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत ने पूरे विश्व को Bouquet of Hope का एक खूबसूरत उपहार दिया है। इस Bouquet में हम भारतीयों का Temperament और Talent शामिल है। जिस Multi-Lingual, Multi-Cultural माहौल में हम भारतीय रहते हैं, वो भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व की बहुत बड़ी ताकत है। प्रधानमंत्री ने पांच दिवसीय दावोस एजेंडा के ऑनलाइन शिखर सम्मेलन के पहले दिन ‘विश्व के हालात’ विषय पर बोलते हुए कहा कि कोरोना के मुकाबले के साथ ही आर्थिक क्षेत्र में भी आशावान विजन के साथ आगे बढ़ रहा है। भारत आज सिर्फ एक साल में ही 160 करोड़ कोरोना वैक्सीन डोज देने के आत्मविश्वास से भरा हुआ है।
बिजनेस की चुनौतियां को लगातार दूर करने का कर रहे प्रयास
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में बिजनेस के लिए जो भी चुनौतियां रही हैं, उन्हें दूर करने के लिए हम लगातार प्रयास कर रहे हैं। आज भारत Ease of Doing Business को बढ़ावा दे रहा है, सरकार के दखल को कम से कम कर रहा है। भारत ने अपने corporate tax rates को simplify करके, कम करके, उसे दुनिया में most competitive बनाया है। बीते साल ही हमने 25 हज़ार से ज्यादा compliances कम किए हैं। भारत ने retrospective taxes जैसे कदमों में सुधार करके, बिजनेस कम्यूनिटी का विश्वास लौटाया है। भारत ने Drones, Space, Geo-spatial mapping जैसे कई सेक्टर्स को भी Deregulate कर दिया है।
दुनिया में रिकॉर्ड संख्या में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है भारत
उन्होंने कहा कि COVID की शुरुआत के बाद से, हम 80 करोड़ लोगों को मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध करा रहे हैं, जो शायद दुनिया का सबसे बड़ा खाद्य कार्यक्रम है। पीएम मोदी ने कहा कि COVID के दौरान हमने देखा कि कैसे भारत ने ‘वन अर्थ, वन हेल्थ’ के विजन को पूरा किया और कई देशों को दवाएं और टीके उपलब्ध कराए, जिससे कई लोगों की जान बच गई। आज भारत दुनिया के लिए फार्मेसी बन गया है। तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक। आज भारत, दुनिया में रिकॉर्ड संख्या में सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है। भारत में 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर काम कर रहे हैं। आज भारत के युवाओं में उद्यमिता के लिए एक नई ऊर्जा है। 2014 में जहां भारत में कुछ सौ रजिस्टर्ड स्टार्ट अप थे। वहीं आज इनकी संख्या 60 हजार के पार हो चुकी है। इसमें भी 80 से ज्यादा यूनिकॉर्न्स हैं, जिसमें से 40 से ज्यादा तो 2021 में ही बने हैं।
COVID के दौरान डिजिटल और भौतिक बुनियादी ढांचे को अभूतपूर्व गति दी
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलते हुए भारत का फोकस सिर्फ Processes को आसान करने पर ही नहीं है, बल्कि Investment और Production को इन्सेन्टीवाइज करने पर भी है. इसी अप्रोच के साथ आज 14 सेक्टर्स में 26 बिलियन डॉलर की PLI schemes लागू की गई हैं। जब दुनिया COVID के दौरान मात्रात्मक सहजता कार्यक्रम जैसे हस्तक्षेपों पर ध्यान केंद्रित कर रही थी, भारत सुधार का मार्ग प्रशस्त कर रहा था। हमने COVID के दौरान डिजिटल और भौतिक बुनियादी ढांचे को अभूतपूर्व गति दी है।
भारत में इन्वेस्टमेंट का ये Best Time है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत global supply-chains में विश्व का एक भरोसेमंद पार्टनर बनने के लिए प्रतिबद्ध है। हम अनेक देशों के साथ free-trade agreement के रास्ते बना रहे हैं। भारतीयों में Innovation की, नई Technology को Adopt करने की जो क्षमता है, entrepreneurship की जो स्पिरिट है, वो हमारे हर ग्लोबल पार्टनर को नई ऊर्जा दे सकती है। इसलिए भारत में इन्वेस्टमेंट का ये सबसे best time है। भारतीय युवाओं में आज entrepreneurship, एक नई ऊंचाई पर है।
मिशन लाइफ को एक वैश्विक जन आंदोलन बनना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि हम ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विचार के साथ आगे बढ़ रहे हैं। दूरसंचार, बीमा, रक्षा और एयरोस्पेस के अलावा भारत में अब सेमीकंडक्टर्स के क्षेत्र में भी अपार अवसर हैं। मिशन लाइफ को एक वैश्विक जन आंदोलन बनना चाहिए। यह वैश्विक जलवायु परिवर्तन की कुंजी है। एक परिवार के रूप में हमने जिन चुनौतियों का सामना किया है, वे वैश्विक व्यवस्था में बदलाव के कारण भी बढ़ रही हैं। उनसे लड़ने के लिए प्रत्येक देश के लिए सामूहिक और समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता है। आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान, मुद्रास्फीति और जलवायु परिवर्तन इसी तरह के उदाहरण हैं।