कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी अक्सर अपनी गलतियों को लेकर चर्चा में रहते हैं। फिर उन्होंने एक ऐसी गलती की है, जिसने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। दरअसल राहुल गांधी किसानों के मुद्दे पर लगातार मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं। इसी क्रम में राहुल गांधी ने आज ब्रिटिश शासन के दौरान चंपारण आंदोलन की तुलाना कृषि-संबंधित कानूनों के खिलाफ चल रहे किसानों आंदोलन से की और एक बड़ी गलती कर बैठे।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि देश एक बार फिर चंपारन जैसी त्रासदी झेलने जा रहा है। तब अंग्रेज कम्पनी बहादुर था, अब मोदी-मित्र कम्पनी बहादुर हैं। लेकिन आंदोलन का हर एक किसान-मज़दूर सत्याग्रही है जो अपना अधिकार लेकर ही रहेगा।
देश एक बार फिर चंपारन जैसी त्रासदी झेलने जा रहा है।
तब अंग्रेज कम्पनी बहादुर था, अब मोदी-मित्र कम्पनी बहादुर हैं।
लेकिन आंदोलन का हर एक किसान-मज़दूर सत्याग्रही है जो अपना अधिकार लेकर ही रहेगा।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 3, 2021
आप देख सकते हैं कि राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में चंपारण के लिए ‘चंपारन’ शब्द का इस्तेमाल किया है। इससे पता चलता है कि राहुल गांधी जैसे कांग्रेस के बड़े नेता चंपारण सत्याग्रह के महत्व से परिचित नहीं है। उन्होंने किसान आंदोलन की तुलना एक ऐसे आंदोलन से की है, जो विदेशी शासन के तहत विदेशी कंपनियों द्वारा किसानों के साथ किए जाने वाले जुल्मों के खिलाफ था। उन्होंने इसे ‘चंपारन त्रासदी’ का नाम दिया है। राहुल गांधी की इस गलती पर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर क्लास लगाई है। आप भी देखिए…
???
विडंबना हैं कि चंपारन नाम देकर एक मंद बुद्धि नानी के घर चंपत हो गया❗
— Anil Kumar Mishra (@archi_anil) January 3, 2021
अपने चमचों से शुद्धता पूर्वक ट्वीट करवाओ, क्योंकि चंपारण होता है न कि चंपारन ।
— MUKUND_INDIAN??2.8K (@KharwarMukund) January 3, 2021