प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने मध्यवर्ग और निम्न मध्यवर्ग के लोगों को एक बड़ी सौगात दी है। सरकार ने कई छोटी बचत योजनाओं पर बड़ी राहत दी है। मोदी सरकार ने सुकन्या समृद्धि योजना, किसान विकास पत्र, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) और पीपीएफ समेत कई छोटी बचत योजनाओं के लिए अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में ब्याज दर बढ़ा दी है। इनमें 0.4 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया है।
वित्त मंत्रालय के अनुसार, विभिन्न बचत योजनाओं की ब्याज दरों में 0.30% से 0.40% की बढ़ोतरी की गई है। पांच साल की अन्य योजनाओं के ब्याज दरों में 0.40% की बढ़ोतरी की गई है।
वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को इस बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 की तीसरी तिमाही के लिए अलग-अलग छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें बदली गई हैं। पांच वर्ष की सावधि जमा, आवर्ती जमा और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (पांच वर्ष) की ब्याज दरें बढ़ा दी गयी हैं।
बचत योजना | पहले | अब |
राष्ट्रीय बचत पत्र (एनएससी) | 7.6% | 8% |
पीपीएफ | 7.6% | 8% |
सुकन्या समृद्धि योजना | 8.1% | 8.5% |
किसान विकास पत्र | 7.3% | 7.7% |
5 वर्षीय मासिक आय खाता | 7.3% | 7.7% |
5 वर्षीय आवर्ती जमा | 6.9% | 7.3% |
नई ब्याज दरें 1 अक्तूबर से लागू होंगी |
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्वीट कर इस बारे में जानकारी भी दी है।
To promote welfare of the girl child and improve financial security of the elderly, Government, from 1st October, has increased returns on Sukanya Samridhi Yojana from 8.1% to 8.5%, and on Senior Citizens Savings Scheme from 8.3% to 8.7%.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) September 20, 2018
To support small savers the interest rates for small savings scheme have been increased by 0.3-0.4% for the third quarter of this year.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) September 20, 2018