प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि आज पूरी दुनिया भारत की विकास यात्रा में उसके साथ सहभागी बनने के लिए उत्सुक है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 13 जून को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित करते हुए विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त युवाओं को लगभग 70,000 नियुक्ति पत्र वितरित किए। सभा के संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपनी अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहा है, जबकि आर्थिक मंदी, वैश्विक महामारी और वर्तमान में जारी युद्ध के कारण आपूर्ति श्रृंखला में हुए व्यवधान समेत विभिन्न चुनौतियां मौजूद हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में हुए विदेशी निवेश से उत्पादन, विस्तार, नए उद्योगों की स्थापना और निर्यात को बढ़ावा मिलता है, जिनसे रोजगार के अवसरों में तेजी से वृद्धि होती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय रोजगार मेला वर्तमान सरकार की नई पहचान बन गया है, क्योंकि आज 70,000 से अधिक व्यक्तियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि भाजपा और एनडीए शासित राज्य भी नियमित रूप से इस प्रकार के रोजगार मेले आयोजित कर रहे हैं। यह देखते हुए कि आजादी का अमृत काल अभी शुरू हुआ है, उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण क्षण है, जो सरकारी सेवा में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि उनके पास अगले 25 वर्षों में भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने में योगदान देने का अवसर है।
प्रधानमंत्री ने अर्थव्यवस्था में रोजगार और स्वरोजगार के उभरते अवसरों के बारे में बात की। उन्होंने मुद्रा योजना, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि अब ये युवा नौकरी देने वाले बन रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने का अभियान अभूतपूर्व है। एसएससी, यूपीएससी और आरआरबी जैसे संस्थान नई व्यवस्था के साथ ज्यादा नौकरियां दे रहे हैं। ये संस्थान भर्ती प्रक्रिया को सरल, पारदर्शी और आसान बनाने पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि भर्ती-अवधि 1-2 साल से घटकर कुछ महीने की रह गयी है।
प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि एक दशक पहले की तुलना में भारत अधिक स्थिर, सुरक्षित और मजबूत देश है। उन्होंने उस समय को याद किया, जब पहले के समय में घोटाला और फंड का दुरुपयोग शासन की पहचान थी। उन्होंने कहा, “आज, भारत अपनी राजनीतिक स्थिरता के लिए जाना जाता है, जो आज की दुनिया में बहुत महत्त्व रखता है। आज भारत सरकार की पहचान एक निर्णायक सरकार के रूप में होती है। आज, सरकार अपने प्रगतिशील आर्थिक और सामाजिक निर्णयों के लिए जानी जाती है।“ वैश्विक एजेंसियां जीवन यापन में आसानी, अवसंरचना निर्माण और कारोबार में आसानी के लिए किये गए कार्यों को स्वीकार कर रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भर्ती प्रक्रिया में वंशवाद की राजनीति और भाई-भतीजावाद की बुराइयों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि किस तरह हर नौकरी व नियुक्ति के लिए किसी रेस्त्रां के मेन्यू कार्ड के समान एक रेट कार्ड तैयार किया गया था। उन्होंने ‘नौकरियों के लिए भूखंड घोटाले’ पर भी प्रकाश डाला, जहां देश के तत्कालीन रेल मंत्री ने नौकरी के बदले में जमीन का अधिग्रहण किया था। उन्होंने कहा कि मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है और यह अदालत में लंबित है। उन्होंने कहा, “एक तरफ हमारे पास ऐसे राजनीतिक दल हैं, जो नौकरियों के लिए रेट कार्ड पेश करते हैं, दूसरी तरफ वर्तमान सरकार है, जो युवाओं के भविष्य को सुरक्षित कर रही है। अब देश तय करेगा कि युवाओं का भविष्य रेट कार्ड से चलेगा या सुरक्षित किये जाने (सेफगार्ड) से।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज के भारत में, सरकारी काम-काज की व्यवस्था और सरकारी कर्मचारियों के काम करने के तरीके भी तेजी से बदल रहे हैं। उन्होंने उस समय को याद किया जब देश के आम नागरिक सरकारी दफ्तरों में जाया करते थे, जबकि आज सरकार घर-घर तक अपनी सेवाएं पहुंचाकर नागरिकों के पास पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यालय और विभाग जनता के प्रति संवेदनशील होकर कार्य कर रहे हैं तथा जनता की उम्मीदों और क्षेत्र की जरूरतों को समझने का काम कर रहे हैं। उन्होंने मोबाइल ऐप के माध्यम से डिजिटल सेवाओं का उदाहरण दिया, जिससे सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाना आसान हो गया है। उन्होंने लोक शिकायत प्रणाली का भी उदाहरण दिया, जिसे लगातार मजबूत किया जा रहा है।