Home समाचार करप्शन पर मोदी सरकार का एक्शन, भ्रष्टाचार करने वालों की अब खैर...

करप्शन पर मोदी सरकार का एक्शन, भ्रष्टाचार करने वालों की अब खैर नहीं

SHARE

मोदी सरकार ने करप्शन के खिलाफ जो जंग छेड़ी है, उसका असर अब दिखाई देने लगा है। सीबीआई और ईडी ने कई प्रभावी लोगों पर शिकंजा कसना शुरू भी कर दिया है, जिससे स्पष्ट है कि न्यू इंडिया में भ्रष्ट लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। दूसरी तरफ पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी से ये साफ हो चुका है कि अब रसूखदार लोग भी भ्रष्टाचार करके बच नहीं सकते हैं।

पांच साल में 312 भ्रष्ट अफसरों की छुट्टी

ऑपरेशन क्लीन के तहत मोदी सरकार बीते पांच सालों में 312 भ्रष्ट अफसरों को जबरन रिटायर कर चुकी है। वहीं मोदी सरकार 2.0 में सेंट्रल बोर्ड ऑफ इन्डायरेक्ट टैक्सेज़ एंड कस्टम्स डिपार्टमेंट CBIC के 15 वरिष्ठ अधिकारियों और भ्रष्टाचार के आरोपी 12 इनकम टैक्स अधिकारियों पर भी गाज गिरी।

 

ना कोई वीआईपी, ना कोई मंत्री

जहां पहले की सरकारों में भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई पर आम आदमी की गिरफ्तारी में तत्परता दिखती थीं। वहीं वीआईपी, नेता और रसूखदारों के मामले में जांच एजेंसियां सीधी कारेवाई से किनारा करती नजर आती थीं लेकिन मोदी सरकार में भ्रष्टाचार का आरोपी चाहे जो भी हो वह सजा से नहीं बच सकता है। 

पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी से सेट हुआ उदाहरण

मोदी सरकार के भ्रष्टाचार पर एक्शन के चलते ही आईएनएक्स मीडिया मामले में पी. चिदंबरम की गिरफ्तारी गई है और चिंदबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी इसी केस के चलते जमानत पर हैं। इससे पहले कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी को भी गिरफ्तार किया गया था। साथ ही एमएनएस चीफ राज ठाकरे की भी ईडी के सामने पेशी हुई है।

ये है पीएम मोदी का सपना

पीएम मोदी भ्रष्टाचार मुक्त भारत का सपना पूरा करना चाहते हैं, मोदी सरकार के दौरान भारत ग्लोबल करप्शन इंडेक्स की रैंकिंग में तीन पायदान की रिकवरी कर चुका है। 2018 से पहले जहां इस इंडेक्स में 81वें पायदान पर था, वहीं अब भारत 78वें पायदान पर पहुंच चुका है। इस लिस्ट में डेनमार्क पहले नंबर की पोजीशन पर है और पीएम मोदी भारत को उसी पोजीशन पर लाना चाहते हैं।

साफ है कि मोदी सरकार के निशाने पर वो सभी लोग हैं जो काला कारोबार करने में जुटे हैं और देश को धोखा देकर पैसों का गबन कर रहे हैं।

Leave a Reply