प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 10 दिसंबर को नई दिल्ली में नए संसद भवन की आधारशिला रखेंगे। नया संसद भवन ‘आत्मनिर्भर भारत’ की बुनियादी सोच का दर्पण होगा। आजादी के बाद पहली बार हो रहे संसद निर्माण का यह शानदार अवसर है। नया संसद भवन वर्ष 2022 में आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नये भारत की जरूरतों और आकांक्षाओं के अनुरूप होगा।
नया संसद भवन अत्याधुनिक, तकनीकी सुविधाओं से युक्त और ऊर्जा कुशल होगा। मौजूदा संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी। नई लोकसभा मौजूदा आकार से तीन गुना बड़ी होगी और राज्यसभा के आकार में भी बड़ी होगी। नए भवन की सज्जा में भारतीय संस्कृति, क्षेत्रीय कला, शिल्प और वास्तुकला की विविधता का समृद्ध मिलाजुला स्वरूप होगा। डिजाइन योजना में केन्द्रीय संवैधानिक गैलरी को स्थान दिया गया है। आम लोग इसे देख सकेंगे।
नए संसद भवन के निर्माण में ग्रीन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होगा और पर्यावरण अनुकूल कार्यशैली को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और आर्थिक पुनरूद्धार के द्वार खुलेंगे। इसमें उच्च गुणवत्ता वाली ध्वनि और दृश्य-श्रव्य सुविधाएं, बैठने की आरामदायक व्यवस्था, प्रभावी और समावेशी आपातकालीन निकासी की व्यवस्था होगी।
शिलान्यास समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला सहित लगभग 200 गणमान्य व्यक्ति भी समारोह में हिस्सा लेंगे।